चूहों के मल-मूत्र या लार को छूने से बढ़ जाती है हंता वायरस की आशंका
ग्लोबल टाइम्स ने ख़बर दी थी कि चीन के यूनान प्रांत में हंता वायरस की वजह से 23 मार्च को एक शख्स की मौत हो गई थी। हंता वायरस चूहों से फ़ैलता है। अगर कोई इंसान चूहों के मल-मूत्र या लार को छूने के बाद अपने चेहरे पर हाथ लगाता है तो हंता वायरस से उसके संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है।
हंता संक्रमित है तो दिख सकता है ऐसे लक्षण
आपको बता दें कि आमतौर पर हंता वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जाता है। हंता के संक्रमण का पता लगने में एक से आठ हफ़्तों का वक़्त लग सकता है। अगर कोई व्यक्ति हंता संक्रमित है तो उसे बुखार, दर्द, सर्दी, बदन दर्द, उल्टी जैसी दिक़्क़तें हो सकती हैं। हंता संक्रमित व्यक्ति की हालत बिगड़ने पर फेफड़ों में पानी भरने और सांस लेने में तकलीफ़ भी हो सकती है।
हंता वायरस में मृत्यु दर होती है 38 फ़ीसदी
आपको बता दें कि जनवरी 2019 में हंता से संक्रमित नौ लोगों की पेटागोनिया में मौत हो गई थी। इसके बाद पर्यटकों को आगाह भी किया गया था। तब के एक अनुमान के मुताबिक़, हंता वायरस से संक्रमित लोगों के 60 मामले सामने आए थे, जिनमें 50 को क्वारंटीन रखा गया था। अमरीका के सेंटर्स फॉर डीजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें तो हंता वायरस में मृत्यु दर 38 फ़ीसदी होती है और इस बीमारी का कोई 'स्पेसिफिक ट्रीटमेंट' नहीं है।
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