राजेश शास्त्री, क्राइम
सिद्धार्थनगर। तहसील इटवा का क़स्बा विषकोहर जहां पर प्राय: इटवा बलरामपुर मार्ग पर बीचों बीच खड़ी गायों के झुंड से राहगीरों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। जबकि इसके रख रखाव की ज़िम्मेदारी पशुपालक अर्थात जिसके जिसके घर की ये गायें हैं। लेकिन दुखद बात यह कि जब तक ये गायें दूध देती है तब तक उसकी रहती है, नहीं तो उसे खुला छोड़ देते है।
योगी राज में यह करना कठिन है लेकिन कुछ लोग ऐसे है जो इस करतूत को छोड़ने के लिए तैयार नही है। आपको बता दें कि दूध देना बन्द होते ही यह गायें लावारिस होकर सड़क, गली कूचों आदि स्थानों पर खड़े होकर राहगीरों के लिए आए दिन जान लेवा साबित हो रहे हैं।
ग्रामीणों की राय है कि शासन प्रशासन को चाहिए कि यदि ऐसे पशुपालक मालिकों के ख़िलाफ़ ऐसी शख्त कार्रवाई की जाय। जिससे कोई भी गाय लावारिस अवस्था में न घूमें। ऐसा करने से सड़कों पर घूम रहीं गायों के झुण्डों से राहगीरों को निजात मिल सकती है।

0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.