मेडिकल कॉलेज की खबर वायरल करना पत्रकार को पड़ा भारी


  • डीएम के आदेश पर कोतवाली में दर्ज हुआ मुकदमा

बांदा। प्रदेश की योगी सरकार में कोविड से निपटने में नाकाम साबित हो रहा स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अपनी नाकाम छुपाने के लिए किस हद तक जा सकता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाओं की वीडियो वायरल करना एक वरिष्ठ पत्रकार को भारी पड़ गया। जिलाधिकारी ने बांदा कोतवाली  में पत्रकार के खिलाफ आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पत्रकार पर मुकदमा दर्ज होने के बाद से मीडिया संगठनों ने नाराजगी जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। 

जानकारी के अनुसार कोरोना काल में इस समय मेडिकल कॉलेज कोविड हास्पिटल के रूप में कार्य कर रहा है। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य की हठधर्मिता के चलते अव्यवस्थाओं को बोलबाला है। मेडिकल कॉलेज में ना तो मरीजों की सही से देखभाल होती और ना ही वहां साफ-सफाई का ध्यान दिया जाता है। ऐसा ही एक वीडिया वहां पर भर्ती मरीज के तीमारदार ने वायरल किया था। जिसे लखनऊ से प्रकाशित एक दैनिक समाचार पत्र के जिला संवाददाता ने अपनी फेसबुक आईडी से वायरल कर दिया था। 

पत्रकार का वीडियो वायरल करना जिलाधिकारी को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने कोतवाली बादा में पत्रकार अरिवंद श्रीवास्तव के खिलाफ आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया। पत्रकार श्रीवास्तव ने बताया कि 21 मई को उनके मोबाइल पर मटौंध थाने के एसओ को फोन आया था। तब उन्हें एसओ ने बताया कि डीएम के आदेश पर उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। 

पत्रकार ने बताया कि उनका पक्ष जानने के लिए उन्हें थाने बुलाया गया है। वह जल्द ही थाने पहुंचकर अपना पक्ष रखेंगे। उधर पत्रकार साथी पर दर्ज हुए मुकदमे के बाद से पत्रकार संघ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि मुकदमा वापस नहीं लिया जाता तो जल्द पत्रकार संगठन अपने साथी के लिए आंदोलन करेंगे।

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