राघवेन्द्र दास
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा शासन के निर्देश के आलोक में परीक्षाओं के बाबत निर्णय लेते हुए यूजी और पीजी प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया है। जबकि यूजी द्वितीय और अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का ऑफलाइन मोड में आयोजन किया जाएगा। परीक्षाएं 29 जुलाई से शुरू होंगी। 15 अगस्त से पूर्व वार्षिक परीक्षाओं को संपन्न कराया जाएगा। शुक्रवार को कुलपति प्रो राजेश सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक उक्त निर्णय पर सहमति बनी है। परीक्षाओं का आयोजन बहुविकल्पीय और लिखित दोनों मोड में होगा।
यूजी की परीक्षाओं में बहुविकल्पीय सवाल होंंगे। पीजी में 70 फीसदी बहुविकल्पीय और 30 फीसदी डिस्क्रिप्टिव सवाल पूछे जाएंगे। कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए शासन ने पिछले दिनों परीक्षा को लेकर विस्तृत निर्देश जारी किए थे। इसी क्रम में विवि ने अपने यहां समस्त अधिष्ठाताओं, कुछ विभागाध्यक्षों को लेकर 14 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। समिति के संयोजक प्रो अजय सिंह थे। इसके साथ ही पूर्व वर्ष में संबंधित प्रमोशन समिति के अध्यक्ष प्रो सुग्रीव नाथ तिवारी भी शामिल रहे।
कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा में 50 फीसदी बहुविकल्पीय परीक्षा और 50 फीसदी असेसमेंट प्रोजेक्ट संबंधित विभाग या महाविद्यालय में जमा कराना होगा। जो महाविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। जो विवि द्वारा मूल्यांकित कराया जाएगा। पीजी फाइनल सेमेस्टर व फाइनल ईयर और यूजी द्वितीय और तृतीय वर्ष को छोड़कर बाकी विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है। फाइनल वालों की परीक्षा ऑफलाइन होगी जो बहुविकल्पीय सवालों पर आधारित होगी। सवाल पूरे कोर्स से होंगे, लेकिन विद्यार्थियों को दो तिहाई सवाल हल करने होंगे। उनको विकल्प ज्यादा मिलेंगे।
शासन के ही निर्देश पर एक से दो घंटे के बीच के होंगे। एलएलबी एवं बीए एलएलबी की प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएं ओएमआर युक्त बहुविकल्पीय, एसाइनमेंट और ट्यूटोरियल के आधार पर कराई जाएंगी। बैठक में डॉ, ओमकारनाथ उपाध्याय, डॉ अनिल कुमार सिंह, प्रो नंदिता सिंह, प्रो एनपी भोक्ता, प्रो शांतनु रस्तोगी, प्रो अनुराग द्विवेदी, प्रो विनय सिंह, प्रो चंद्रशेखर, कुलसचिव ओम प्रकाश और परीक्षा नियंत्रक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
पूर्वांचल सेमिनार पर बैठक
गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित पूर्वांचल का सतत विकासः मुद्दे, रणनीति और भावी दिशा विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के विभिन्न सेक्टरों पर प्रकाशित होने वाली पुस्तकों को लेकर एक अन्य बैठक का आयोजन भी किया गया। कुलपति जी ने जिसमें सभी सेक्टर कोआर्डिनेटरों को जल्द से जल्द पेपर को एकत्र कर प्रकाशन कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया।
प्रदेश में यूजी, पीजी में स्टूडेंट की एवं काॅलेजों की संख्या
- यूजी - 1.75 लाख
- पीजी- 50000 हजार
- कॉलेज - यूनिवर्सिटी कैंपस समेत 330 कॉलेज
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