- ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से हो रहा है गांव में भ्रष्टाचार
गुड्डू गुप्ता
महराजगंज। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भले ही देश और प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त का दावा करते हैं मगर ए सिर्फ दावा सिर्फ कागजों तक सीमित है ताजा मामला महाराजगंज जिले के नौतनवा क्षेत्र के ग्रामसभा चकदा का है चकदा ग्राम सभा एक पौराणिक अस्थान के अलावा भगवान बुध का ननिहाल भी और कुछ लोगों की कालाबाजारी की वजह से आर्य बदनामी की कगार पर है चंद पैसों की लालच में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी के द्वारा पंचायत भवन की जमीन और कमरों को किराए पर दे दिया गया है स्थानीय नेताओं के दम पर गांव में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है इस मामले पर ब्लॉक अधिकारी वह जिम्मेदार मोहन बने हुए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा हर गरीब को शौचालय व मकान दिया गया तो दूसरी तरफ कुछ लोगो को इससे वंचित भी रहना पड़ गया और कुछ जगह पर पक्के मकान वालो को आवास दिया गया कि उनसे प्रधानों ने सौदा कर लिया वही बात अगर करे जनपद महराजगंज के नौतनवां तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत चकदह की तो यहाँ पर ग्राम प्रधान ने गरीबो की सेवा छोड़ कर गरीबो से ही दलाली पर तूल गया और उनको सार्वजनिक जगह पर रख कर (पंचायत भवन) में रख कर उनसे भी सौदेबाजी का खेल सुरु कर दिया आपको बताते चले कि जनपद के नौतनवां तहसील क्षेत्र में यह एक नया ग्राम प्रधान ने जैसे ही प्रधानी की कमान संभाली वैसे ही दलाली व लूट चालू कर दिया वही दूसरी तरफ अगर देखा जाए तो ग्राम प्रधान के इस रवैया से ग्रामीण में काफी चर्चा है।
ग्राम प्रधान ने अगर गरीब का मकान अगर छतिग्रस्त हो गया तो उसको पंचायत भवन में रख कर उससे भी पैसे का (कालाबाजारी) प्रति माह भाड़ा देने का सौदा कर लिया। वही जब इसकी जानकारी क्षेत्र के मीडिया कर्मियों को पता चली तो खबर कवरेज करने उपरोक्त तहसील क्षेत्र अंतर्गत पहुंचे जहां पर पंचायत भवन में रहने वाले गरीब मजदूरों ने अपनी दास्तान बताने लगे तो वहीं दूसरी तरफ उसी संबंध में ग्राम प्रधान से जब मीडिया कर्मियों ने पूछा तो ग्राम प्रधान द्वारा पत्रकार क्या होता है यह बोलकर सीधे हिल्ला हवाला करते हुए भाग निकला और और मीडिया क्या होता है उसे पहचानने से साफ इनकार कर दिया तथा अपनी जेब गर्म करने के लिए एक नई तलाश में जुड़ गया।
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