पशु अस्पताल ध्वस्त, नहीं होता यहां जानवरों का किसी भी प्रकार का कोई इलाज

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ 

पैलानी/बांदा। खपटिहा कला कस्बे का पशु अस्पताल ध्वस्त नहीं होता यहां जानवरों का किसी भी प्रकार का कोई इलाज खपटिहा कला बांदा कस्बे के टेलीफोन टावर के समीप स्थित लाखों रुपए की लागत से बनाया गया पशु गर्भाधान केंद्र भीषण अव्यवस्थाओं का शिकार है यहां पिछले 10-15 वर्षों से न तो कोई डॉक्टर है और ना ही पशुओं के इलाज करने वाला कोई कर्मचारी कस्बे के ग्रामीणों को अपने जानवरों के इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।

पशु अस्पताल की बिल्डिंग धीरे-धीरे करके कूड़े के ढेर में तब्दील होते नजर आ रही है यहां पिछले कई वर्षों से अस्पताल में ताला लटका हुआ है एवं अगल-बगल भीषण खरपतवार व झाड़ियां उग गई हैं खपटिहा कला कस्बे के ग्रामीण किसानों ने संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर केंद्रित करते हुए पशु गर्भाधान केंद्र को नियमित रूप से चलाए जाने व डाक्टरों की नियुक्ति की मांग की है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ