BANDA NEWS : लंबे अरसे बाद एक छत के नीचे मिली स्वास्थ्य सेवाएं

  • जनपद के 46 नगरीय व शहरी क्षेत्रों में लगे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले
  • 1823 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन 

बांदा। कोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों की शुरुआत हो गई है। जिले के 46 नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित स्वास्थ्य मेलों में 1823 मरीजों का परीक्षण कर दवाएं दी गई। मरीजों की नि:शुल्क जांच और दवाइयां दी गईं। रविवार को आयोजित हुए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का जनप्रतिनिधियों के माध्यम से उद्घाटन कराया गया। आजाद नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी के प्रतिनिधि रजत सेठ ने कहा कि बीते कई महीनों कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित नहीं हो पा रहा था। फिलहाल खुशी की बात है कोविड प्रोटोकाल के साथ यह आयोजन फिर से शुरू हुआ है। इसलिए मेरी अपील है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए लोग मेले में आएं और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.वीके तिवारी ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले के 46 नगरीय व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया। यहां कुल 769 पुरुष, 752 महिला और 302 बच्चों सहित कुल 1823 मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर उनका उपचार  किया गया। आयुष्मान योजना के 73 गोल्डन कार्ड एक्टिवेट किए गए। कोरोना के 473 एंटीजन टेस्ट किए गए। 107 गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की गई। चार कुपोषित बच्चे भी मिले। 

उन्होंने बताया कि मेला कराने का उद्देश्य स्पष्ट है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हो। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की गई। मेले में मास्क और सेनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई थी। मुख्य रूप से अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमसी पाल व डॉ. आरएन प्रसाद, अर्बन हेल्थ कोआर्डिनेटर प्रेमचंद्र पाल, डीपीएम कुशल यादव आदि मौजूद रहे। 

लाभार्थियों ने सराहा

आजाद नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर परामर्श लेने पहुंचे नगर निवासी दयाराम ने बताया कि मैं मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला के आयोजन से बहुत संतुष्ट हूं। यहां तो घर के सभी लोग एक साथ आकर अपना-अपना इलाज करवा सकते हैं। मैंने भी अपनी समस्या पर डॉक्टर से परामर्श ले लिया।  

मेला में मिलीं सुविधाएं

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

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