- मुंबई से आया मेरा दोस्त की तर्ज पर एआरटीओ शंकर सिंह कौशांबी से लाये अपना दोस्त
- सांसद आरके सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
- बगैर रिश्वत दिए कोई भी काम नहीं हो रहा है
बांदा। आरटीओ विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की परत परत खुलती जा रही हैं एक और मामला का आज फिर खुलासा हुआ है भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री मनीष कुमार गुप्ता ने जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है आरटीओ कार्यालय में तैनात एआरटीओ प्रशासन शंकर जी सिंह भ्रष्टाचार कायम है आम जनमानस बगैर रिश्वत दिए कोई भी काम नहीं करवा पा रहा है ड्राइविंग लाइसेंस जिसे सरकारी शुल्क के मुताबिक ₹1300 में बन जाना चाहिए लेकिन 4500 से ₹5000 देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लाइसेंस का भ्रष्टाचार लेन-देन पर प्रभार बलवंत 10 से 2 बजे तक लाइसेंस अनुभाग के इर्द-गिर्द रहते हैं तथा 2 बजे के बाद वह सर्वर रूम में लाइसेंसों का अप्रूवल करते हैं।
आपको बता दें एआरटीओ शंकर जी सिंह के व्यक्तिगत ड्राइवर रसोईया बाउंसर और खजांची का कार्य देखते हैं और उनके अनमोल रत्न कहे जाने वाले कृष्ण कुमार उर्फ KK लेखाकार भी अन्य पटलो के भ्रष्टाचार की रकम इकट्ठा करते हैं। मनीष गुप्ता ने बताया कि वाहनों की फिटनेस का सरकारी शुल्क ₹400 से ₹800 तक है किंतु रिश्वतखोरी के चलते 2500 से ₹10000 तक फिटनेस के लिए यह जाते हैं और महोबा से आरआई को सोमवार व गुरुवार को बुलाया जाता है इसके अलावा मोटी रकम देने वालों की गाड़ियों की फिटनेस एआरटीओ प्रशासन शंकर जी सिंह द्वारा की जाती हैं।
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ |
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