बदौसा थाना क्षेत्र की जनता पुलिस से त्रस्त, आइए जाने क्यों

लापरवाही

  • थाना में सुनवाई न होने से उच्चाधिकारियों की चौखट में लगाते हैं गुहार

बाँदा। सूबे के मुखिया का फरमान हवा हवाई तब साबित होता है जब थानेदार अपनी क्षेत्र की जनता की आवाज न सुनते हो और यहां की जनता मुख्यालय में पुलिस के उच्च अधिकारियों के चौखट में न्याय की गुहार लगाती हो। जबकि प्रदेश के मुखिया का फरमान है कि पूरे प्रदेश दागी और अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले पुलिस की समीक्षा कर कार्यवाही की जाये। मामला थाना बदौसा का है जहां थानेदार द्वारा यहां के लोगों की शिकायत न सुनने का आरोप है यहां आए दिन चोरी और मार पीट जैसी घटनायें होती है जब पीड़ित शिकायत लेकर थाने जाता है तो उसे डांट कर भगा दिया जाता है। बरछा गांव की रहने वाली ममता ने बदौसा थाने के दरोगा के ऊपर गाली-गलौज करने का आरोप लगाते हुए थाने से भगा देने का आरोप लगाया है। 

पीड़ित महिला ने बताया कि नल से पानी भरने को लेकर पड़ोसी से विवाद हो गया था। विवाद में उसके लड़के की खोपड़ी भी फट गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा बिना किसी जांच के उसके लड़के को पकड़ लिया गया। जब वह फरियाद लेकर के थाने में गई। तो वहां मौजूद दरोगा द्वारा उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज की गई और थाने से भगा दिया गया। महिला ने बताया कि वह विकलांग और गरीब है क्या एक गरीब की सुनवाई कहीं नहीं होगी। पीड़ित महिला ने अपनी फरियाद की गुहार पुलिस अधीक्षक से लगायी थी।

पंचायत गजपती खुर्द ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सचिव प्रमोद पटेल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य करवाया जा रहा था। जिसमे लाइट के लिए मंदिर से अवैध कनेक्शन कर केबल सचिवालय तक ले जाई गई थी। जो कई जगह से कटी हुई थी। जिसके कारण 24 अप्रैल को सुबह 5 बजे जब विद्या सागर गांव में स्थित मंदिर में पूजा को गया तो टिन शेड में तार से उतरे करंट की चपेट में आने से विद्यासागर की दर्दनाक मौत हो गई। 

मृतक के परिजनों ने आरोपी सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए लिखित शिकायत बदौसा थाने में की लेकिन प्राथमिकी दर्ज न हो सकी सिर्फ पैसे वालों की ही सुनी जाती है।बाजार में आईएफएफडीसी कृषक सेवा केंद्र अज्ञात चोरों दिनदहाड़े कैश पेटी उठा कर भाग गये जिसमे लगभग 12000 रुपये और आवश्यक कागजात थे। खाद व्यापारी आदित्य बाजपेयी नें थानाध्यक्ष को तहरीर दिया मगर खबर लिखे जाने तक पुलिस नें एफआईआर दर्ज नहीं किया। 

इसी तरह निजामी नगर की सीमेंट की दुकान और एक खाद वाले की दूकान के गल्ले से रुपये निकाले गये थे। उद्योग व्यापार मण्डल बदौसा नें पुलिस के रवैये से नाराजगी जाहिर कर चोरी की वारदात के खुलासे की मांग की है। क्षेत्र की जनता पुलिस के इस लापरवाही से परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बदौसा पुलिस का यही रवैया रहा तो ग्रामीण लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे।

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