भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की लीला सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की लीला सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

  • जारी में धूमधाम से मनाया गया कृष्ण जन्मोत्सव 

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। जनपद के जारी गांव में पूज्य श्री कमल नयन शरण जी महाराज के मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चतुर्थ दिवस पर महाराज श्री ने प्रभु के वामन अवतार के वृतांत का विस्तार पूर्वक वर्णन भक्तों को करवाया एवं कृष्ण जन्मोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया। कथा के चतुर्थ दिवस पर हजारों की संख्या में भक्तों ने महाराज जी के श्रीमुख से कथा का श्रवण किया। आचार्य पंडित श्री कमल नयन शरण जी ने श्रीमद्भागवत कथा चतुर्थ दिवस के प्रसंग का वृतांत सुनाते हुए बताया कि वामन अवतार भगवान विष्णु के दशावतारो में पांचवा अवतार और मानव रूप में अवतार था। जिसमें भगवान विष्णु ने एक वामन के रूप में इंद्र की रक्षा के लिए धरती पर अवतार लिया। इस दौरान महाबली ने 100 में से 99 अश्वमेध यज्ञ पुरे कर लिए थे। अंतिम अश्वमेध यज्ञ समाप्त होने ही वाला था कि तभी दरबार में दिव्य बालक वामन पहुँच गया।

तभी गुरु शुक्राचार्य महाबली को बताया कि ये बालक ओर कोई नहीं स्वयं भगवान विष्णु हैं वो इंद्रदेव के कहने पर यहाँ आए हैं। महाबली अपनी बात पर अटल रहे और कहा मुझे वैभव खोने का भय नहीं है बल्कि अपन प्रभु को खोने का है इसलिए मै उनकी इच्छा पूरी करूंगा। महाबली उस बालक के पास गया और स्नेह से कहा “आप अपनी इच्छा बताइये”। उस बालक ने महाबली की और शांत स्वभाव से देखा और कहा “मुझे केवल तीन पग जमीन चाहिए जिसे मैं अपने पैरों से नाप सकूं”।महाबली ने हँसते हुए कहा “केवल तीन पग जमीन चाहिए, मैं तुमको दूँगा। जैसे ही महाबली ने अपने मुँह से ये शब्द निकाले वामन का आकार धीरे धीरे बढ़ता गया। वो बालक इतना बढ़ा हो गया कि बाली केवल उसके पैरों को देख सकता था। वामन आकार में इतना बढ़ा था कि धरती को उसने अपने एक पग में माप लिया।

भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की लीला सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

दुसरे पग में उस दिव्य बालक ने पूरा आकाश नाप लिया। अब उस बालक ने महाबली को बुलाया और कहा मैंने अपने दो पगों में धरती और आकाश को नाप लिया है। अब मुझे अपना तीसरा कदम रखने के लिए कोई जगह नहीं बची, तुम बताओ मैं अपना तीसरा कदम कहाँ रखूँ। महाबली ने उस बालक से कहा “प्रभु, मैं वचन तोड़ने वालों में से नहीं हूँ आप तीसरा कदम मेरे शीश पर रखिये। भगवान विष्णु ने भी मुस्कुराते हुए अपना तीसरा कदम महाबली के सिर पर रख दिया। इसके बाद पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में सभी भक्तों ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया। 

ब्रजवासी अमित कृष्ण ने वामन भगवान व कृष्ण वसुदेव जी की झाकियों की प्रस्तुति से सभी भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया। भागवत पाठ व पूजन आचार्य श्याम जी शुक्ल व कथा में संगीतमंच पर मुख्य रूप से प्रदीप पाण्डेय गायन, रंजीत कुमार तबला वादन, प्रवीण कुमार पैड, कथा परिक्षित श्री मती सुदामा देवी श्री लखन लाल शुक्ला ईष्ट मित्रों परिवार सहित दिनेश शुक्ला रज्जू, कुलदीप त्रिपाठी पत्रकार, विष्णु शुक्ला अवर अभियंता विद्युत विभाग, इं अनंत कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

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