अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
तिंदवारी (बांदा)। कस्बे के संकट मोचन कुटी आश्रम प्रांगण में प्रतिवर्ष की भांति आयोजित पांच कुंडीय हनुमते महायज्ञ, गायत्री यज्ञ, संगीतमय रामकथा एवं संत सम्मेलन का शुक्रवार को दिव्य भंडारे के साथ समापन किया गया। यहां कस्बा सहित दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालु जनों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर अपना संदेश देते हुए आश्रम के महंत उद्धव दास जी महाराज ने कहा कि विधाता के सृष्टि संरचना बड़े विधि विधान से की गई है।
इसमें 84 लाख प्रकार के जीवो का अवतरण होता है, जिसमें से मनुष्य को भी दूसरे जीवो की ही भांति एक शरीर देकर जगत व्यवहार करने का अधिकार दिया गया है। यह शरीर दस इंद्रियों का एक स्थूल स्वरूप है, जिसमें मन नामक एक चेतन इंद्रिय भी अवस्थित है और यही अन्य इंद्रियों के द्वारा ग्रहण किए गए विषयों को चेतन आत्मा तक पहुंचाती है। इसलिए हम संयमित होकर मनुष्य जीवन को सार्थक कर सकते हैं। हमें इस मर्म को समझ कर अपने जीवन को सही दिशा प्रदान करनी चाहिए।
इस अवसर पर रामबली दीक्षित, गजोधर द्विवेदी, ओम प्रकाश मिश्रा, सतनारायण द्विवेदी, शिवपूजन दीक्षित, पृथ्वी पति तिवारी, नंदकिशोर तिवारी उर्फ भोले, भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी, गौरी शंकर गुप्ता, अभिलाषा गुप्ता, दीपू सोनी, मुन्ना लाल गिरी, अजय गुप्ता, मनीष बजाज, अंगद गिरी, सोहन विश्वकर्मा, गुलजारी शुक्ला, सरदार विश्वकर्मा रामबाबू सोनी, धीरज गुप्ता, राजेंद्र द्विवेदी रज्जन आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण किया।
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