कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी अति महत्वपूर्णः कुलपति

  • एससी कृषकों को वितरित किये गये भण्डारण बिन

बांदा। कृषि का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है इस क्षेत्र में भी अन्य क्षेत्रों की तरह सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं की भागीदारी अति आवश्यक है। जीवन के स्तर को उठाने के लिए हर संभव प्रयास करना आवश्यक है। मूँगफली की बुवाई से खेत की उर्वरता बढ़ती है। यह बातें बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा के कुलपति डा0 नरेन्द्र प्रताप सिंह ने मूंगफली अनुसंधान निदेशालय, जुनागढ़, गुजरात द्वारा वित्त पोषित परियोजना मूँगफली की तकनीकी आधारित कृषि से बांदा जिले के अनुसूचित जाति समुदाय के कृषकों का आर्थिक उत्थान के अर्न्तगत बुधवार को बाँदा जिले के 52 अनुसूचित जाति समुदाय के मूँगफली कृषकों को भण्डारण बिन वितरित किये जाने हेतु आयोजित कार्यक्रम में कही।  

इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय ने समाज के पिछड़े लोगों के आर्थिक उत्थान हेतु इस प्रकार की परियोजनाओं के द्वारा लाभान्वित किये जाने की सरकार के प्रयासों की सराहना की। डा0 सिंह ने उपस्थित कृषकों से कहा की अपने प्रक्षेत्र पर सभी प्रकार के खाद्यान उगायें। दलहन तिलहन के साथ-साथ मोटे अनाज पर भी ध्यान दें। हमारे पूर्वजों द्वारा इसै अनिवार्य रूप से सम्मलित किया जाता था उनकी भांती अपने एवं परिवार के भोजन में भी मोटे अनाज सम्मलित करें। डा0 सिंह ने यह भी कहा कि बुंदेलखंण्ड में कृषि एवं कृषि से संम्बन्धित अग्रणी संस्थायें अपनी तकनीकी एवं धन इस क्षेत्र में लगाना चाहती है, यह हमारे लिए एक अवसर है। हम देश के विभिन्न कृषि एवं कृषि से संम्बन्धित संस्थानों द्वारा संचालित सफल परियोजनाओं के आगे बढ़ाने का कार्य कर सकते हैं और यह हमारा कर्तव्य भी है। 

इस अवसर पर निदेशक प्रसार प्रो0 एन0 के वाजपेई ने कहा कि इस क्षेत्र की जनता को विश्वविद्यालय द्वारा तकनीकी, संसाधन, ज्ञान अथवा उचित मार्गदर्शन जितना भी प्राप्त हो इस क्षेत्र के विकास के लिए सहायक सिद्ध होगा। आयोजित कार्यक्रम में परियोजना के प्रभारी डा0 धर्मेन्द्र कुमार ने परियेजना के उददेश्य तथा परियोजना के अर्न्तगत दिये गये प्रशिक्षणों तथा फील्ड डे की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पादप रोग विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा0 वी0 के0 सिंह, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डा0 जी0 एस0 पंवार, सह निदेशक शोध डा0 एस0 सी0 मिश्रा ने किसानों की आर्थिक उत्थान के लिये मार्गदर्शन देते हुए अपने विचार व्यक्त किये।



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