भूख न जाने....

भूख न जाने....

  • पेट की भूख मिटाने के लिए मिट्टे से चावल बीन हो रहा गुजारा

बांदा। देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री चाले लोगों के पेट की भूख मिटाने का जितना भी दावा करलें लेकिन उनके दावे की हवा जनपद में निकलती नजर आ रही है। रविवार को शहर के रेलवे स्टेशन स्थित माल गोदाम में एक दिल को झकझोर देने वाला नजारा पेश आया। जिमसें एक गरीब-असहाय महिला ने माल गोदाम में आये तथा ढुलाई के दौरान मिट्टी में मिल गये चावल को बीनकर उन्हें पहले छाना और फिर उन्हें धोकर वहीं बनाकर अपने और अपने बच्चों के पेट की भूख मिटाई। अब इस वाकये से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में गरीबों की क्या स्थिति है। प्रधानमंत्री अन्न योजना से लेकर अन्य कई योजनाएं सरकारी मशीनरी के भ्रष्टाचार के चलते दम तोड़ती नजर आ रही हैं।


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