मासूम बच्चे की जान बचा मसीहा बने डा. ईशान

 

  • दो वर्ष के बालक के गले फंसे सिक्के को निकाला बाहर
  • जिला अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ के रूप में तैनात हैं डा. ईशान दीक्षित

बांदा। धरती पर ईश्वर के दूसरा कहे जाने वाले चिकित्सकों में कुछ चिकित्सक वाकई में काबिले तारीफ हैं। जो कि लोगों को जान बचाने में अपनी पूरी ताक झोंक देते हैं। ऐसा ही एक मामला आज जिला अस्पताल में उस वक्त देखने को मिला जब फतेहगंज थाना क्षेत्र के अन्तर्गत निवासी दो वर्षीय बालक सोनू के गले में घर में खेलते समय दो रूपये का सिक्का अटक गया था। जिससे सोनू बेचैन हो गया था। उसके घर वालों ने देखा तो उनक हांथ-पैर फूल गये। आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये। 

जहां से चिकित्सकों ने उनको तत्काल जिला अस्पताल जाने की सलाह दी। परिजनों द्वारा जिला अस्पताल पहुंचते ही वहां पर ईएनटी विशेषज्ञ के रूप में तैनात डा. ईशान दीक्षित ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि घबराएं नहीं सब ठीक हो जायेगा। इसके बाद डा. ईशान दो वर्षीय बालक के गले से दो रूपये के सिक्के को बिना आपरेशन किए आसानी के साथ बाहर निकाल दिया। जिससे बच्चे ने राहत की सांस ली। 

इसके बाद परिजनों को डाक्टर ने जानकारी दी। परिजनों ने बच्चे को सही सलामत देखकर चिकित्सक डा. ईशान का आभार जताया। उधर डा. ईशान दीक्षित ने बताया कि वे पूरे सेवा भाव से मरीजों की सेवा करते हैं। उनकी कोशिश होती है कि मरीज को पूरी तरह से सही सलामत घर भेजा जाये।




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