पांच वर्षीय मासूम तालाब में डूबी,अस्पताल में भर्ती
बांदा। मामला जिला अस्पताल से सामने आया है जहां पर गिरवा थाना के खेरवा गांव की सरस्वती पुत्री नीरज 5 वर्षिय मासूम सुबह शौचालय के लिए घर से बाहर गई हुई थी तभी शौच क्रिया करते समय अचानक बच्ची तालाब में डूब गई स्थानीय लोगों की जानकारी के बाद परिजन मौके पर पहुंच कर बच्ची को तालाब से बाहर निकाला और गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है।
विद्या मंदिर में आयोजित हुई संकुल स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता
बांदा। आज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज शास्त्री नगर बांदा में में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान कानपुर प्रांत की संकुल स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें किशोर वर्ग के बालक बालिका ,तरुण वर्ग के बालक बालिका वर्ग ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती जी के चरणों में दीप प्रज्वलित विद्यालय के प्रबंधक विजय कुमार ओमर ने किया। इसके पश्चात विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य महादेव एवं प्रबंधक के द्वारा 100 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता के साथ फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के सभी बंधु उपस्थित रहे।
सभी प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में नरेंद्र सिंह चरखारी, प्रीति पुरवार महोबा, बृजेंद्र पूर्व छात्र, आशीष यादव पूर्व छात्र, घनश्याम केन पद केन पथ बांदा, जय करन बांदा, अमरनाथ बांदा रहे स्कोरर में धीरेंद्र रावत एवं जय सिंह रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोज अग्रवाल के द्वारा किया गया पंद्रह सौ मीटर तरुण वर्ग बालिका अंशु कुमारी महोबा, पंद्रह सौ मीटर दौड़ कुंवर कृष्ण प्रताप सिंह केन पथ बांदा, 800 मीटर किशोर वर्ग प्रदीप चरखारी, 800 मीटर बालिका किशोर वर्ग भावना राठौड़ बालिका विद्या मंदिर महोबा, 800 मीटर तरुण वर्ग देवकीनंदन सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज बांदा, 800 मीटर तरुण वर्ग बालिका पलक धुरिया सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज बांदा आदि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया ।कार्यक्रम के अंत में सभी भैया बहनों को पुरस्कार के द्वारा सम्मानित किया गया पुरस्कार का वितरण नारायण तिवारी के द्वारा वितरित किया गया कार्यक्रम के अंत में कार्यवाहक प्रधानाचार्य महादेव ने सभी आए हुए अतिथियों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
चेकिंग के दौरान पुलिस ने पीटा ट्रक चालक को, वीडियो वायरल
बांदा। चिल्ला कस्बे में पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त चेकिंग के दौरान पुलिस ने ट्रक चालक को लात घूसे और डंडे से की पिटाई का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मामला चिल्ला थाना क्षेत्र का है। इन दिनों मौरंग का अवैध खनन जोरों पर है । बीती रात मौरंग से भरे ओवरलोड ट्रकों की परिवहन विभाग के पीटीओ और पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया गया इसी दौरान दो सिपाही एक ट्रक चालक को लात घुसा और डंडे से पीटते हुए नजर आए जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। सीओ सिटी राकेश कुमार ने बताया कि चेकिंग के दौरान एक ट्रक चालक लापरवाही से ट्रक चलाते हुए भाग रहा था जिसे ओवरटेक करके रोक गया और ट्रक को सीज किया गया वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
पीड़ित दम्पत्ति ने जानमाल की रक्षा की मांग
बांदा। गांव के दबंगों के द्वारा जबरिया तौर पर किये जा रहे जमीन पे कब्जे को लेकर आज दंपति जिलाधिकारी की ड्योढी में पहुंचकर न्याय की गोहार लगाई। मामला मटौंध थाना क्षेत्र खैराडा का है। पीड़िता ने जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र ने कहा है कि पीड़िता के मकान के सामने सहन पड़ी है। गांव के दबंग पीड़िता की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि उक्त जमीन का मुकदमा भी चल रहा है। दबंग धमकी देते हैं घर से निकालो आज इसके हाथ पैर तोड़ देगे। पुलिस के आने के बाद सभी लोग भाग गये घटना का वीडियो बनाकर थानाध्यक्ष मटौंध को दिखाया है तथा अभियुक्तों ने थाने आकर दरोगा जी के सामने अवैध असलहा लिये होने की बात कबूल की है, लेकिन प्रार्थिया की रिपोर्ट थाने में नहीं लिखी गयी। अभियुक्तगण खुलेआम प्रार्थिया व उसके पति को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। थाना मटौध पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा तथा एक ही असलहा बरामद किया है पीड़िता ने गुहार लगाई है कि दबंगों के सभी अवैध असलहे बरामद किए जाएं।
सीएमओ ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण
- अनुपस्थित महिला डाक्टर व स्टाफ पर मांगा स्पष्टीकरण
अतर्रा (बांदा)। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीके तिवारी ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित महिला डॉक्टर व स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा शनिवार को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान महिला डॉक्टर दिव्या गौतम, स्वीपर आशीष व फार्मासिस्ट अवधेश पटेल अनुपस्थित मिले। जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अनुपस्थित महिला डॉक्टर व स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। निरीक्षण के दौरान साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के कड़े निर्देश भी दिए हैं। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री तिवारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टरों के आवासों की व्यवस्था भी देखी गई । जिस पर उन्होंने किसी अन्य जगह स्थानांतरित हो चुके डॉक्टरों जो अभी भी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आवासीय भवनों में जमे हुए हैं। उन को हटाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
भू- माफियाओं के कब्जे से मुक्त होगी गौचर की जमीन
- गौचर की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए मौके पर पहुंची टीम
- डीएम की सख्ती के बाद हरकत में आया तहसील प्रशासन
अतर्रा( बांदा)। तहसील क्षेत्र के ग्राम महुटा की चारागाह(गौचर) कि सुरक्षित जमीन अब भू - माफियाओं के कब्जे से मुक्त होगी। तहसील दिवस पर जिलाधिकारी अनुराग पटेल के समक्ष ग्रामीणों ने पूरी समस्या से अवगत कराया। जिलाधिकारी द्वारा टीम बनाकर जमीन खाली कराए जाने की बात कही गई। लेकिन ग्रामीणों ने समस्या के तत्काल निस्तारण को लेकर तहसील परिसर में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसके बाद जिलाधिकारी की सख्ती के कारण तहसील प्रशासन तत्काल हरकत में आया। जिसके बाद मौके पर लेखपालों की टीम भेजी गई। ग्राम सभा महुटा की जमीन गौचर के लिए आरक्षित है।
जिस पर गांव के ही 8 लोग कई वर्षों से अवैध कब्जा कर खेती किसानी का कार्य करते चले आ रहे हैं। उस जमीन को खाली कराने के लिए ग्रामीणों ने कई बार शासन व प्रशासन से गुहार लगाई। लेकिन उस पर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद ग्रामीणों ने बीते दिनों उप जिलाधिकारी अतर्रा को शिकायती पत्र देकर उक्त आरक्षित जमीन को खाली कराने की मांग की थी। अन्यथा की स्थिति पर आमरण अनशन की भी चेतावनी दी थी। जब उप जिलाधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। तो ग्रामीणों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। लगातार ग्रामीणों का आमरण अनशन शुरु रहा।
पांच दिन बीतने के बाद भी जब कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर समस्या का निदान करने नहीं पहुंचा। तो ग्रामीणों ने शनिवार को तहसील दिवस में आकर जिलाधिकारी से अपनी समस्या बताई। जिसके बाद जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा उप जिलाधिकारी अतर्रा को समस्या के तत्काल निस्तारण के कड़े निर्देश दिए गए। लेकिन गंभीर समस्या के तत्काल निस्तारण की मांग को लेकर तहसील परिसर में ही धरना प्रदर्शन करने लगे। जैसे ही तहसील दिवस खत्म हुआ। उसके बाद ग्रामीण जिलाधिकारी के गाड़ी के सामने बैठकर समस्या के तत्काल निस्तारण की मांग करने लगे। इस बीच ग्रामीणों की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। जिसके बाद मौके पर लेखपालों की टीम भेजी गई है। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद अब ग्रामीणों में गौचर की जमीन भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त होने की आस जगी है।
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