सुविधाओं के अभाव में अपने प्राण त्यागने को मजबूर हैं गौंवश

  • खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है मवेशी

पैलानी/बांदा। पैलानी तहसील के खपटिहाकला स्थित पशु आश्रय स्थल खपटिहाकला में मवेशी जहां एक और सुविधाओं के अभाव में अपने प्राण त्यागने को मजबूर हैं वहीं दूसरी ओर पशु चिकित्सा विभाग के पास मवेशियों की आवश्यक दवाएं न होने से पशु चिकित्सा विभाग की पोल खोल कर रख दी है।

वही खुले आसमान के नीचे 384 मवेशी रहने को मजबूर है ना तो उन्हें शाम आने तक ढकने की व्यवस्था है और ना ही अलाव की कोई व्यवस्था है ऐसे में मवेशी राम भरोसे हैं वही आधा दर्जन खुर पका, मुंहपका रोग से ग्रसित मवेशियों के इलाज के लिए पशु चिकित्सा विभाग के पास कोई दवा नहीं है जिससे मवेशी मरने को मजबूर है वही तन ढकने के लिए टाट पट्टी की कोई व्यवस्था ना होने से मवेशियों का जीना दुश्वार हो गया है।

मौके पर पहुंची एस डी एम पैलानी सुरभि शर्मा एवं तहसीलदार पैलानी तिमि राज सिंह ने खपटिहाकला की गौशाला का निरीक्षण कर पशु आश्रय स्थल के संचालक अनिल कुमार शर्मा को फटकार लगाते हुए कहा कि गंभीर बीमारी से ग्रसित मवेशियों को अलग कैंपस में रखा जाए जिससे अन्य मवेशियों की जान बच सके वही चिकित्सा विभाग के डाक्टर हरिश्चन्द्र को फटकार लगाते हुए कहा कि दवाई ना होना आश्चर्य की बात है वह इनकी जानकारी लिखित में जिलाधिकारी को देंगे।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ