- अभद्रता करने वाले बी एस ए के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर भी कार्यवाही की जानी चाहिए-राशिद अली
- मंडल व जनपद के ज़िम्मेदार अफसर नही उठा रहे हैं फोन
लखनऊ। जनपद सिद्धार्थनगर में एक पत्रकार ने कवरेज के दौरान शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर बेशिक शिक्षा अधिकारी को फोन कर मामले का संज्ञान देने का प्रयास किया तो शिकायत सुनने की बजाए बी एस ए ने उल्टे ही पत्रकार से साथ में अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया इस पर पत्रकार आंदोलित हुए तो उसके जवाब में बी एस ए ने शिक्षकों से प्रदर्शन करवा दिया जो नियम के विपरीत है बी एस ए पर कार्यवाही होनी ही चाहिए साथ ही उनके समर्थन में प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही होनी चाहिए उक्त विचार यहां प्रदेश मुख्यालय पर इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन अंतरराष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष राशिद अली ने कही श्री अली ने कहा कि जिस प्रकार से जनपद सिद्धार्थनगर में पत्रकार उत्पीड़न पर पत्रकार एकजुट हुए सभी बधाई के पात्र हैं ऐसी ही एकता पत्रकारों की बनी रहेगी तो पत्रकारों के उत्पीड़न में कमी आ सकती है प्रदेश अध्यक्ष राशिद अली ने सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी से सवाल करते हुए कहा कि बेशिक शिक्षा अधिकारी के समर्थन में शिक्षकों का प्रदर्शन किया नियम अनुसार है किया प्रसासन इसकी इजाजत देता है।
अगर नहीं तो जितने भी शिक्षक उक्त प्रदर्शन में शामिल रही है उन सभी के विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए बेशिक शिक्षा अधिकारी अपने निजी फायदे के लिए शिक्षकों का इस्तिमाल कर रहे हैं इस पर भी बेशिक शिक्षा अधिकारी पर कार्यवाही की जानी चाहिए उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी फोन पर नही आ रहे हैं इसको किया समझा जाए ऐसी दशा में किया पत्रकार को न्याय मिल सकता है श्री अली ने कहा कि जब उन्होंने जिलाधिकारी को फोन किया तो कई बार बेल बजती रही मगर उनके द्वारा फोन नही उठाया गया जब बस्ती मंडल के आयुक्त को फोन किया तो उनके किसी स्टॉप ने फोन रिसीव किया और पूछने पर बोले कि हम कमिश्नर बोल रहे हैं जब इस प्रकार से प्रसासनिक अधिकारी कार्य करेंगे तो पत्रकार उत्पीड़न पर किस प्रकार से रोक लगेगी वहीं दूसरी तरफ दिल्ली से दूरभाष पर इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद जहाँगीर ने हमारे प्रतिनिधि से वार्ता में बताया कि देश के किसी भी पत्रकार का उत्पीड़न हम बर्दाश्त नहीं करेंगे उत्तर प्रदेश अध्यक्ष द्वारा प्रकरण की जानकारी दी गई है।
जहाँगीर ने कहा कि सबसे ज्यादा पत्रकार उत्पीड़न का मामला उत्तर प्रदेश से ही संज्ञान में आता है जो बहुत सोचनीय विषय है आखिर उत्तर प्रदेश में पत्रकारों का उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है किया पत्रकार द्वारा सच्चाई लिखना गुनाह है जो सच्चाई उजागर करने पर इस प्रकार से पत्रकारों का उत्पीड़न अधिकारियों द्वारा किया जाता है राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि संगठन इस संबंध में देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखेगा उन्होंने कहा कि देश मे अगर कहीं भी पत्रकार के उत्पीड़न की जानकारी प्राप्त होगी तो हमारा संगठन उसका विरोध जरूर करेगा उन्होंने दोहराते हुए कहा कि अब देश मे पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की सख्त जरूरत है क्योंकि जिस प्रकार से पत्रकार उत्पीड़न बढ़ रहे हैं वह गंभीर विषय है।
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