दबंगों के उत्पीड़न से भयभीत समाचार पत्र के संपादक ने डीएम से की फरियाद

  • आये दिन झूठ और फर्जी मुकमदों में तंग आकर परिवार सहित दी आत्महत्या की चेतावनी
  • डीएम ने संपादक को दिया कार्यवाही का आश्वासन

बांदा। आये दिन लिखे जा रहे फर्जी मुकदमें और फर्जी शिकायतों के आधार पर जांच कार्यवाहियों के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ आज पीड़ित श्याम मोहन धुरिया ने जिलाधिकारी अनुराग पटेल से मुलाकात कर न्याय प्रदान किये जाने की मांग की और यह भी कहा कि अगर न्याय मिला तो परिवार के साथ आत्महत्या करने को विवश हो जाऊंगा। पीड़ित की फरियाद को जिलाधिकारी ने गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा, जांच कराकर कार्यवही की जायेगी।

बताते चलें कि शहर के कंचनपुरवा मुहल्ला निवासी पीड़ित श्याममोहन धुरिया बांदा से प्रकाशित एक दैनिक समाचार पत्र के सम्पादक है। पिछले कुछ दिनों से साजिशन फर्जी मुकदमें लिखवाकर उत्पीड़न जैसी कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही विगत कुछ दिनों से तहसील के लेखपाल, कानूनगों और विकास प्राधिकरण के कर्मियों और अफसरों के द्वारा आये दिन आकर किरायेदारी वाले आवास की फोटो खींचना, जब उनसे कोई कार्यवाही के बारे में पूंछा जाये तो कोई जवाब न देने से परेशान पीड़ित ने आज जिलाधिकारी की ड्योढी में माथा टेंककर न्याय की गोहार लगाई है। 

पीड़ित ने बताया कि वह किराये के मकान में कंचनपुरवा में रह रहा है। पिछले कुछ दिनों मेरे किरायेदारी आवास में लेखपाल, कानूनगों सहित विकास प्राधिकरण के अधिकारी व जेई आये दिन आकर भवन की फोटो खींचना और पूंछतांछ करना व हमारे द्वारा पूछे जाने पर कोई जवाब न देने से प्रार्थी मानसिक रूप से परेशान है। प्रशासनिक कर्मियों के आये दिन बिना कारण आने से भय व दहशत बनी हुई है। पीड़ित किराये के मकान में अपने बच्चों के साथ निवास कर रहा है। पीड़ित के ऊपर आये दिन पुलिस के द्वारा साजिशन फर्जी मुकदमें लगा कर मेरा उत्पीड़न किया जा रहा है।  

पीड़ित ने यह भी कहा कि मेरे विरुद्ध कौन शिकायत कर रहा है, इसकी कोई जानकारी मुझे नहीं है। पीड़ित ने यह भी बताया कि दैनिक समाचार पत्र बुन्देलखण्ड लाइव का संचालन किराये पर लिये हुये आवास से कर रहा हूं। पीड़ित के विरुद्ध की जा रही फर्जी शिकायतें और पुलिस के द्वारा दर्ज किये जा रहे फर्जी मुकदमों के उत्पीड़न से मुझे राहत प्रदान की जाये। मेरे विरुद्ध नवम्बर के महीने में दो फर्जी मुकदमें कोतवाली नगर में लिखे गये, जिन दिवसों में मुकदमें लिखे गये पीड़ित सीसीटीवी कैमरों की नजर में था और अपने किरायेदारी के आवास में था।  

पीड़ित ने यह भी कहा कि मेरे विरुद्ध की जा रही साजिशन कार्यवाहियों को रोका जाये और मुझे न्याय प्रदान किया जाये। न्याय न मिलने की दशा में मैं अपने परिवार के साथ आत्महत्या करने को विवश हूं जाऊंगा। जिलाधिकारी ने पीड़ित की फरियाद सुनने के बाद कहा कि जांच कराकर न्याय प्रदान किया जायेगा। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा।

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