पुलिस की शह से हो रहा बालू का अवैध खनन

  • अवैध खनन ने फिर ली एक नवयुवक की जान
  • शाम होते ही नदियों का सीना चीरने लगती है पोकलैंड मशीनें

बांदा। अवैध खनन और अवैध कमाई के चक्कर में बिगत रात्रि फिर एक गरीब नवयुवक काल के गाल में समा गया बताते चले की नरैनी कोतवाली क्षेत्र के चौकी क्षेत्र करतल में वर्तमान में अवैध खनन चरम पर है इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ केन और बागे अवैध खनन करने वालों के लिये कामधेनु बनी हुयी हैं। इस क्षेत्र में रेहुँची, पुकारी, नेढ़ुवा, बड़ैछा, महोरछा के अलावा म.प्र. के चाँदी पाठी, अमरछी, चँदौरा, बरौली आदि खदानों में दर्जनों वाहनों की कतारें लगी मिलना आम बात सी हो गयी है एक तरफ शासन द्वारा अवैध खनन एवँ ओवरलोडिंग पर रोक होने वावजूद भी स्थानीय पुलिस चौकी करतल प्रभारी द्वारा सारे आदेशों की धज्जियाँ उड़ाते हुये इन्ही की छत्रछाया में बेखौफ ओवरलोड, अवैध खनन का कारोबार बखूबी सँचालित है। 

अवैध खनन करने वाले कारोवारी शाम ढलते ही नदियों में गरजती मशीनो से नदियो़ं का सीना छलनी कर लाल सोने की लूट मचाये हुये हैं तथा अर्धरात्रि से प्रातःकाल तक तेजगति से दौड़ते ट्रेक्टरों द्वारा अवैध बालू का कारोबार बेखौफ चल रहा है जिसके चलते आज ग्राम पुकारी के मजरा धोविन पुरवा निवासी राममनोज पुत्र कल्लू जाति धोवी उम्र लगभग 22 वर्ष अवैध बालू खनन में सँलिप्त ट्रेक्टर से गिरने से दबकर मृत्यु हो गयी जिसकी सूचना परिजनों को मिलते ही आनन फानन में घायलावस्था में इलाज हेतु उसे सामु. स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी पहुँचाया गया जहाँ पर हालत देखते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया मौत की सूचना मिलते ही समूचे परिवार में कोहराम मच गया तथा परिजनों ने थाना/कोतवाली नरैनी से चँद कदम दूर अस्पताल गेट के सामने ही लाश रखकर धरने पर बैठ गये जिसकी सूचना पर उपजिलाधिकारी अवधेश निगम एवँ नितिन सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और परिजनों को समझाने में लगे रहे।

मृतक मनोज की मां कुसुम एवं चाचा राकेश का आरोप है कि उसके बेटे को चुन्नू पटेल पुत्र कंधी रात्रि में लिवा ले गया और सुबह उनके बेटे की लाश मिली। आज जनपद में जगह जगह नदियों में अबैध खनन चालू है इसके पहले भी करतल पुलिस चौकी प्रभारी की मिलीभगत से करतल चौकी क्षेत्र में अबैध खनन के बारे में खबर प्रकाशित की गई थी अगर समय रहते जिले के आला अधिकारी इस पर ध्यान देते तो सायद एक मजदूर की जान जाने से बच जाती। पर अबैध खनन अबैध कमाई के फेर में उधर स्थानिय प्रशासन माफिया गठजोड़ के चलते अबैध खनन चालू है वह इन दो पाटों के मध्य में गरीब मजदूर पिसकर अपनी जान गंवा रहे हैं। बांदा जनपद की बैध अबैध बालू खदानें गरीबों का खून लील कर लाल हो रही है और माननीयों, सहित शासन-प्रशासन व माफिया मालामाल हो रहे हैं। आखिर इन मौतों के लिए किसे जिम्मेदार माना जाए खनिज विभाग को जिला प्रशासन को पुलिस प्रशासन को माफियाओं को या माननीयों को यह एक यक्ष प्रश्न आज आम जनमानस के सामने सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ा हुआ है।

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