जहांगीर खान, राष्ट्रीय महासचिव |
- पत्रकार सुरक्षा कानून का भी गठन किया जाए
राशिद अली
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की दुर्दशा देख कर अब पत्रकार बोर्ड तथा पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की आवश्यकता है उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करने के साथ ही दोनों कानून लागू करने का कार्य करें तभी पत्रकारों की दशा में सुधार हो सकता है उक्त विचार इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद जहाँगीर ने कहीं श्री जहाँगीर अपने एक दिवसीय दौरे पर आज लखनऊ पहुँचे और बालागंज में स्थित संगठन के कैम्प कार्यालय पर ईरा से जुड़े पत्रकारों के साथ में बैठक की बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष लखनऊ अहमद खान ने की राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि पूरे देश के अन्य प्रदेशों में पत्रकार उत्पीड़न की इतनी घटनाएं सामने नहीं आती हैं जितना कि उत्तर प्रदेश से आती हैं।
आखिर उत्तर प्रदेश में पत्रकारों का उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है किया पत्रकार को सच्चाई दिखाने का अधिकार नहीं है किया वही पत्रकार कहलाने के काबिल है जो चाटूकारिता करे उन्होंने कहा कि पत्रकार एक चलता फिरता समाचार है संविधान ने पत्रकार को राष्ट्र के चौथे स्तंभ का सम्मान दिया है फिर भी पत्रकारों का उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर उत्पीड़न किया जा रहा है उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किन्नर आयोग बना सकती है तो पत्रकार बोर्ड और पत्रकार सुरक्षा कानून आखिर क्यों नहीं बना सकती है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि हमारा संगठन काफी समय से सभी पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग करता आ रहा है साथ ही सभी पत्रकारों के लिए टूल टैक्स फ्री होना चाहिए क्योंकि पत्रकार भी समाज मे एक ज़िम्मेदारी निभाने का काम करता है कहीं पर कुछ भी हो तो पत्रकार को याद किया जाता है किसी का काम न हो कोई घुस मांगे आदि मामलों में पत्रकार याद किए जाते हैं।
अरबिंद श्रीवास्तव, प्रदेश महासचिव |
राजनीति लोगों को भी पत्रकार चाहिए तो जब पत्रकार पर किसी तरह का उत्पीड़न होता है तो वह राजनीति पार्टियां आखिर उनकी आवाज बुलंद क्यों नहीं करती है श्री जहाँगीर ने कहा कि अगर कोई भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी पत्रकार के साथ में कहीं भी अभद्रता करे तो सभी पत्रकार एकजुट होकर ज़िला प्रशासन की खबरों ,प्रेस कांफ्रेंस आदि का पूरी तरह से बहिष्कार करने का काम करें अगर देश प्रदेश में कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी पर कोई ज्यादती होती है तो सभी एकजुट होकर विरोध शुरू कर देते हैं तो आखिर पत्रकार एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद क्यों नही कर सकता है।
पत्रकार ही आखिर क्यों बटने लगते हैं और इसी का फायदा प्रसासनिक अधिकारी उठाते हैं कि इनमें एकता नहीं है तो सभी पत्रकार यह प्रण करें कि एक पत्रकार का अगर उत्पीड़न हो तो उसे खुद का समझकर तत्काल एकजुट हो और विरोध करने के लिए निकल पड़े जब पत्रकार एकता सामने आ जायेगी तो कोई भी सरकारी मुलाजिम पत्रकारों का उत्पीड़न कभी नही कर पायेगा और पत्रकार सम्मान और आज़ादी के साथ में अपना काम कर सकता है बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष राशिद अली, महासचिव अरविंद कुमार श्रीवास्तव, अली खान, कोषाध्यक्ष तारिक अली, प्रदेश उपाध्यक्ष उज़ैर अहमद,मदन सोनकर, विकास, संगठन सचिव जिब्राइल खान, अनस फ़ैज़ी, मोहम्मद क़ासिम, राजकुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार, सलमान, पवन कुमार आदि पत्रकार मौजूद रहे।
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