विदेश से लौटने वालों पर प्रशासन की खास नजर

  • अब तक ऐसे 43 लोगों व उनके परिवार की हुई सैंपलिंग 
  • बाहर राज्यों से आ रहे प्रवासियों की भी हो रही जांच 
  • ओमिक्रोन के मद्देनजर उठाए जा रहे एहतियाती कदम 

बांदा। कोरोना संक्रमण रूप बदलकर दस्तक दे रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने एहतियाती कदम उठाते हुए के विदेश से लौटने वालों की सैंप्लिंग शुरू कर दी है। अभी तक 43 ऐसे लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं। इनके अलावा उनके परिजन व रिश्तेदारों के भी सैंपल लेकर जांच की गई है। अभी तक किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। विदेश आने से वाले और लोगों की सूची शासन से मांगी गई है। साथ ही रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाहर से लौटने वाले प्रवासियों के सैंपल लेने में लगी हुई हैं। 

तीसरी लहर की संभावना के बीच स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से लौटने वालों और प्रवासियों की जांच तेज कर दी हैं। इसके लिए टीमों का गठन किया गया है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमसी पाल ने बताया कि दिसंबर माह में अब तक जनपद में विदेश से लौटे 43 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। अभी कुछ सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग हैं, लेकिन ज्यादातर की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। सभी आठ ब्लाक में रैपिड रेस्पांस टीमें गठित की गई हैं, जो कि बाहर से लौटने वालों की निगरानी कर रही हैं। खासतौर से विदेश से लौटने वालों की सूचना मिलते ही, उनकी कोरोना की जांच कराई जा रही है। 

एपिडेमोलाजिस्ट डा. प्रसून खरे ने बताया कि जनपद में सैंपलिंग बढ़ाकर 2000 से 2500 रोजाना कर दी गई है। रेलवे स्टेशनों में बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों के सैंपल लिए जा रहे हैं। अभी तक इनमें से किसी के भी कोरोना से ग्रसित होने मिला है। प्रत्येक ब्लाक में रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) गठित है, जो विदेश और देश के अन्य राज्यों से लौटने वालों की निगरानी कर रही है। विदेश से लौटने वालों की सूचना मिलते ही टीमें उनके घर पहुंचकर सैंपलिंग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में फिलहाल अभी कोरोना का कोई केस नहीं है।



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