हड्डी रोग चिकित्सक गायब, मरीज हो रहे परेशान

  • महीने में छह से आठ दिन मात्र ड्यूटी करते हैं हड्डी रोग चिकित्सक 
  • अच्छा खासा वेतन उठाने के बावजूद ड्यूटी में हो रही लापरवाही 

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। एक बार फिर से जिलाधिकारी को जिला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि हड्डी रोग विभाग के तीन चिकित्सक सप्ताह में महज दो-दो दिन ड्यूटी करते हैं। यानी छह से आठ दिन ड्यूटी करने के बाद पूरे महीने का फुल वेतन उठाते हैं। बावजूद इसके मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। आज हड्डी रोग विभगा के तीन चिकित्सकों में से कोई भी चिकित्सक जिला अस्पताल में नजर नहीं आया। मसलन मरीज काफी इंतजार करने के बाद बैरंग वापस लौट गए। 

गौरतलब हो कि जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में तीन चिकित्सकों की तैनाती है। इसमें डा. विकासदीप बिलटिया, डा. एके पटेल, डा. विनय यादव शामिल हैं। तीनो चिकित्स्क दो-दो दिन अस्पताल आकर मरीजों को देखते हैं। बताया जाता है कि दो चिकित्सक बाहर से आते हैं। सीएमएस भी इस ओर केई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिला अस्पताल की अव्यवस्थाएं उजागर होने पर जिलाधिकारी ने प्रतिदिन एक अधिकारी को जिला अस्पताल भेजकर निरीक्षण कराना शुरू कर दिया था, तब व्यवस्था दुरुस्त हो गई थी। दो दिन से हड्डी रोग विभाग में किसी भी चिकित्सक की तैनाती नहीं है। दूरदराज से आए मरीजों को बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि वह लोग किराया खर्च कर अस्पताल आते हैं, लेकिन यहां पर कोई चिकित्सक उपचार सुलभ कराने वाला नहीं है। 

इंदिरा नगर मुहल्ला निवासी अनिल तिवारी ने बताया कि वह दुर्घटना में घायल हो गया था, उसके पैर में गंभीर चोट आई है। शुक्रवार को वह अस्पताल दिखाने गया लेकिन हड्डी रोग का कोई भी चिकित्सक वहां मौजूद नहीं था। चिकित्सकों के इस रवैये से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज प्राइवेट नर्सिंग होम में जाकर अपना उपचार करा रहे हैं। सीएमएस डा. एसएन मिश्र ने बताया कि डा. विकास दीप बिलटिया छुट्टी पर हैं। इनकी जगह डा. अशोक पटेल को आना चाहिए। लेकिन वह नहीं आए। चिकित्सक के खिलाफ वेतन काटने की कार्रवाई करेंगे।

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