प्रतापगढ़ के ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के 'मोती' रहे पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह


ठाकुर विनय प्रताप सिंह, ब्यूरो चीफ, लखनऊ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव हो चुका है, और उसके नतीजे भी घोषित हो चुके हैं। ऐसे में जहां कल उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पुनः सरकार बनने जा रहे हैं और कई नए और पुराने चेहरे योगी के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे। ऐसे में योगी मंत्रिमंडल के पुराने चेहरे उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व ग्राम एवं समग्र विकास मंत्री मोती सिंह ने अपने विभाग में पूरे कार्यकाल के दौरान अब्बल से भी ऊपर कार्य किया। उनके विभाग को जनता ने और साथ ही साथ योगी जी ने भी A++ की श्रेणी में रखा। ऐसे में जब प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा का चार बार नेतृत्व कर चुके मोती सिंह को जातिगत समीकरण के कारण इस बार हार का सामना करना पड़ा, तो जनता के साथ साथ आम कार्यकर्ता एवं उनके वोटर्स की एक ही मांग है: विकास पुरुष की विकास गाथा कोई अध्याय को बनाए रखने के लिए उन्हें पुनः योगी मंत्रिमंडल में मंत्री पद से नवाजा जाए। 

इससे कम में कुछ भी जनता को मंजूर नहीं जनता का कहना है कि जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में नहीं थी, ऐसे में मोती सिंह ने ना केवल पट्टी प्रतापगढ़ बल्कि आसपास के सभी जिलों में भाजपा की अलख जगाए रखें। यह मानना भी है मोती सिंह अकेले मंत्री हैं जो जनता के लिए सुलभ रूप से उपलब्ध रहते हैं। जब जो चाहे उनसे मिलकर अपनी फरियाद रख सकता है और उसका निस्तारण भी तुरंत करवा सकता है। इस बात पर पूर्ण रूप से मुहर लगती है।

आइए दिखाते हैं आपको मोती सिंह का इतिहास-

  • प्रदेश में भाजपा सरकार के कद्दावर मंत्री के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई थी कैबिनेट मंत्री मोती सिंह
  • ग्राम्य विकास मंत्री के रूप किया ऐतिहासिक कार्य
  • प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत पूरे प्रदेश के हर गांव के अधिकांश गरीबों को मुहैया कराया आवास
  • प्रधान मंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ के सपनों को किया साकार
  • पूर्वांचल में एक बड़े क्षत्रिय नेता के रूप में रखते है अपनी धमक जन सुलभ और  जननेता के रूप में प्रदेश में रखते है अपनी पहचान

जन सुलभ और जन नेता का नाम आते ही जुबान पर एक ऐसे शख्सियत का नाम आ जाता है जो अपनी कार्यशैली और जनता के बीच सुलभता के लिए प्रतापगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में जाना जाता है। वह नाम किसी और का नही बल्कि  प्रदेश सरकार में योगी के कैबिनेट के ग्राम्य विकास मंत्री रहे राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह का है। मोती सिंह ने राजनीति की शुरुआत जमीन से जुड़ कर किया। सबसे पहले वह जनपद के मंगरौरा ब्लाक से ब्लाक प्रमुख के रूप में राजनीति में कदम रखा। तेज तर्राक और जनता के काम को करने के साथ विकास को गति प्रदान करने वाले मोती सिंह के कार्यकुशलता को पहचान कर कांग्रेस ने मोती सिंह को स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र प्रतापगढ़ से विधान परिषद के लिए आपने पार्टी से उम्मीदवार बनाया और मोती सिंह ने जीत हासिल कर विधान परिषद में प्रतापगढ़ की न सिर्फ आवाज बनकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई बल्कि विधान सभा में जनता के विकास और न्याय लिए अपने सवालों से एक मुखरित और बेबाक नेता के रूप में  अपनी पहचान बनाई। 

मोती सिंह जी का कारवां यही से चल पड़ा। पूर्व विदेश मंत्री कालकंकर रियासत के राजा स्व राजा दिनेश सिंह के बेहद करीबी रहे मोती सिंह ने अपनी राष्ट्रीय सोच और हिंदुत्व विचार धारा के कारण भाजपा का एक बार दामन पकड़ा और तबसे उन्होंने हिंदुत्व विचार धारा को आगे बढ़ाने के साथ राष्ट्रीय सोच को आगे बढ़ाने अपनी अहम भूमिका निभाई। जनपद के पट्टी विधान सभा से लगातार भाजपा का परचम लहराने वाले मोती सिंह मायावती के बसपा और भाजपा के गठबंधन की सरकार के कृषि राज्य मंत्री के रूप में बेहतरीन कार्य किया। वर्ष 2017में जब भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो योगी आदित्यनाथ ने मोती सिंह की कार्य कुशलता और अनुभव के आधार पर उन्हें अपनी कैबिनेट का ग्रामीण अभियंत्रण विभाग का न सिर्फ मंत्री बनाया बल्कि प्रतापगढ़ और पूर्वांचल का मान सम्मान भी बढ़ाया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी मोती सिंह की असीम क्षमता को देखते हुए। प्रधान मंत्री के सपनो के साकार करने के लिए  उन्हें प्रदेश के एक बड़े विभाग ग्राम्य विकास और समग्र ग्राम के मंत्री के रूप में बड़ी जिम्मेदारी। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने प्रधान मंत्री के महत्वाकांक्षी परियोजना प्रधान मंत्री आवास योजना को हर गरीब को छत मुहैया कराने की मुहिम छेड़ दिया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से प्रधानमंत्री जी के सपनो को शत प्रतिशत लक्ष्य के अनुरूप कार्य कर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अहम भूमिका बनाई। पट्टी विधान सभा में जातिगत आधार के साथ भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस के द्वारा आंतरिक रूप से सपा प्रत्याशी दस्यु सरगना ददुआ के भतीजे राम सिंह का समर्थन कर पट्टी विधान सभा में अपनी प्रस्तावित जनसभा को कैंसिल करके पटेल और कुरमी समाज को भाजपा के बजाय सपा को मतदान करने का मौन संकेत ने मोती सिंह को इस चुनाव में शिकस्त दे दी। 

मोती सिंह जिन्होंने न सिर्फ हर समाज का विकास बल्कि पूरे पट्टी विधान सभा में सड़कों का जाल, शुद्ध पेय जल की व्यवस्था के लिए इंडिया मार्का 2 और पानी की टंकी का निर्माण कराया। बच्चो के बेहतर स्वास्थ्य और खेल कूद के लिए एक स्टेडियम का भी निर्माण कराया। पट्टी विधान सभा में हर गहरा बिजली के रोशनी  से रोशन हो इसके लिए पवार हाउस की स्थापना करवाई। विकास पुरुष के नाम से जाना जाने वाले मोती सिंह ने कोरोना काल में लोगो के समुचित इलाज के साथ सबका साथ सबका विकास के भाजपा के सिद्धांत पर काम किया लेकिन चुनाव में जाति गत खाई ने न सिर्फ मोती सिंह को शिकस्त दी बल्कि पट्टी विधान सभा के विकास की रफ्तार को रोकने का काम किया। मोती सिंह का प्रभाव पूर्वांचल के कई जनपदों में है। अधिकारियों के साथ साथ समाज के हर वर्ग पर अपनी अच्छी पकड़ रखने के साथ भाजपा को मजबूती प्रदान करते है। योगी जी को अपने सरकार टू में कद्दावर नेता मोती सिंह को अगर जगह देती है तो 2024 में प्रतापगढ़ सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में भाजपा के  मजबूती को चार चांद लग जाएगा।

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