जीव रक्षा हेतु विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों से युद्ध खत्म कर निशस्त्रीकरण करने की अपील : बाबा उमाकान्त

  • यूक्रेन छोटा बन जाए और रूस भी जन-धन की हानि बंद कर दे
  • अभी आपको नहीं मालूम है, आगे क्या होने वाला है

उज्जैन (मध्य प्रदेश)। अपनी भौतिक संपन्नता के अहंकार में सर्वशक्तिमान प्रभु को भूल गलत कामों में लिप्त मनुष्य को बार-बार चेताने वाले, पूरे विश्व की स्थाई सुख-शांति के लिए उपाय बताने वाले  इस समय के महापुरुष उज्जैन वाले त्रिकालदर्शी सन्त उमाकान्त जी महाराज ने 17 मार्च 2022 सायंकालीन बेला में उज्जैन आश्रम में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि अच्छा समाज अगर आप बना लो तो उसका लाभ आपको तो मिलेगा ही, देश को, पूरे विश्व को भी मिलेगा। 

अभी आपको नहीं मालूम है क्या होने वाला है

बहुत खून खराबा होगा, बुद्धि लोगों की खराब हो रही है। कोई भी छोटा बनने के लिए तैयार नहीं है। अहंकार में प्रभु, भगवान, खुदा, गॉड पर से लोगों का भरोसा खत्म होता जा रहा है। आदमी यही सोच रहा है यह परमाणु बम, हथियार, सामान हमने सब बना लिए है, मैं क्यों झुकूं? मैं ही सब कुछ हूं। वह भी अपने अहंकार में है कि हम इनसे नहीं झुकेंगे, हमारा नाम हो जाएगा। 

जैसे चुनाव में लोकप्रिय नेता के सामने हार निश्चित जानते हुए भी नाम कमाने अंहकारवश खड़े हो जाते हैं

जैसे चुनाव में जानते हैं कि हार जाएंगे लेकिन उसके सामने खड़े हो जाते हैं जिसको जीतना ही जीतना है, जो कभी हारता ही नहीं है, जो मुखिया है, लोकप्रिय है। ताकि अखबार-टीवी में हमारा नाम आने लग जाए। झुकना नहीं चाहते हैं। तो झुकोगे नहीं तो क्या होगा? टूटोगे।

यूक्रेन अगर झुक जाये, छोटा बन जाये तो खून-खराबा खत्म हो जाए

रूस इस वक्त पर यूक्रेन के ऊपर बमबारी, लड़ाई कर रहा है और यूक्रेन, रूस के आगे कुछ नहीं है। रूस एक महाशक्तियों में गिना जाता है। अब अगर यूक्रेन ही झुक जाए, वही अगर छोटा बन जाए तो खून-खराबा खत्म हो जाएगा। 

जब देश में कुछ बचेगा ही नहीं तो जनता को खिलाओगे क्या, किस पर राज करोगे

यूक्रेन से करीब तीन लाख आदमी बाहर चले गए। और उसके तमाम कल-कारखाने, हवाई जहाज, बहुत सारा सुख-सुविधा का साधन सब रूस ने बमबारी करके खत्म कर दिया। अब जब देश में कुछ रहेगा ही नहीं, जनता ही नहीं रहेगी तो राजा बन कर के तुम क्या करोगे? कहां से अन्न लाओगे, कपड़ा मँगाओगे, क्या कमाओगे, खिलाओगे?

विश्व के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्रीयों से अपील- अहंकार खत्म कर जीवों की जान बचाओ, पुण्य कमाओ

शक्तिशाली देशों से भी प्रार्थना है कि आप लोग अपने-अपने अहंकार को खत्म कर दो और प्रभु पर भरोसा करो। प्रभु से दया मांगो की आप की वजह से हम प्रभुता में आये हैं, हम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री बने हैं, हमारे पास यह सब चीजें हैं। आप उसको धन्यवाद दो, आभारी रहो और जीवों की रक्षा करो, जीवों को बचाओ। जीव बचाना बहुत बड़ा पुण्य का काम है। पुण्य का काम करो।

विश्व के जितने शक्तिशाली देश है जिसमें भारत भी है सब पंच सब मिलकर निशस्त्रीकरण करो

रूसी राष्ट्रपति से आज त्यौहार के दिन प्रार्थना है की आप इस नरसंहार, जनधन की हानि को बंद कर दो। सभी शक्तिशाली देश जिनमें एक अपना भारत भी है, सबको मिलकर के ऐसा मंसूबा बनाना चाहिए कि लड़ाई कहीं होए ही नहीं। लड़ाई के ये जितने भी हथियार है, यह सब खतम किये जायें, डाल दिए जाए समुद्र में और यह बंदूक आदि जानवरों के रक्षा के लिए, उनको धमकाने-डरवाने के लिए रखा जाए और सब लोग अपने-अपने देश के विकास में लग जाए। लड़ाई-झगड़ा, जमीन-जायदाद का, यह सब खत्म कर दे, ऐसी योजना बनाओ। विश्व की पंचायत, पंचों से प्रार्थना है कि आप लोग इसके लिए प्रयास करो। 

ये जितने बड़े देश है, एक-एक छोटे देश को गोद ले लें

बड़े देश एक-एक छोटे देश को गोद ले लें। शिक्षा और चिकित्सा-दवा का इंतजाम बढ़िया हो जाए। डॉक्टर अच्छे पढ़-लिखकर के निकले, उसके शिक्षा के स्थान बन जाए। बाहर भेजने के बजाय दूसरे देशों के, बाहर के ही मास्टर या चिकित्सा करने वाले लोग जैसे भारत देश में ही बुला लिया जाए और यही इंस्टिट्यूट में वे पढ़ाएं तो अच्छे डॉक्टर यहाँ तैयार हो जाएंगे। बीमार को 36 प्रकार का भोजन भी अच्छा नहीं लगता है, पहले दवा की जरूरत पड़ती है। चिकित्सा की, शिक्षा की व्यवस्था करा दे। यदि खेती करने का साधन-सुविधा नहीं है तो खेती की व्यवस्था करा दे, पेड़-पौधे, फल-फूल, कल-कारखाने लगवा दें यानी उस देश का विकास कर दें। जैसे अभी छोटे देशों को अनुदान देते है यानी वहाँ की सड़कें, अस्पताल, स्कूल आदि बनवा देते हैं।

जो राष्ट्रपति प्रधानमंत्री अच्छा काम करेगा उसका इसिहास में नाम आयेगा, स्टेच्यू बनेगा, पूजनीय बन जायेगा

ऐसे ही ये बड़े देश एक-दो-चार जो जैसा कर सकते है उसमें समय दे, धन खर्च करे तो इनका नाम फिर कोई इतिहास से काट नहीं पाएगा, अच्छे माने जाएंगे। और अच्छा काम करने वाला राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री हमेशा याद आएगा, इतिहास में नाम रहेगा, स्टेच्यू बन जाएगा, पूजनीय हो जाएगा।

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