प्रतिकात्मक चित्र |
बांदा। प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव के बाद दोबारा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आते ही अवैध कब्जों को माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलाने की मुहिम जारी कर दी है लेकिन बड़े-बड़े भू माफियाओं अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान के साथ क्या गांव कस्बा छोटे शहरों में जबरदस्त एवं गुंडे सरीखे व्यक्तियों द्वारा सरकारी जमीनों विकास की जमीनों गरीबों की जमीनों सार्वजनिक भूमियों चकरोडो, खलिहान की जमीनों में अवैध कब्जे कर लिए गए हैं या उन्हें बेचकर किसी और को अवैध कब्जे करा दिए गए हैं ऐसे जबरदस्त गुंडे लोगों से एक आम आदमी गरीब आदमी उनके खिलाफ जाने से डरता है।
शिकायतों पर प्रशासनिक अधिकारी भी कोई खास तवज्जो नहीं देते हैं लेखपाल महोदय थोड़े बहुत पैसे लेकर यह उनके प्रभाव में आकर उन्हीं के पक्ष में रिपोर्ट देते हैं लेकिन वास्तविकता में शासन प्रशासन को जो कार्यवाही करनी चाहिए अवैध कब्जों को हटाने का कार्य करना चाहिए वह कार्य नहीं हो पाता है। लोग आपसी बुराई या गुंडई से डरकर मुखर नहीं हो पाते क्योंकि शासन प्रशासन भी शिकायत कर्ताओं की शिकायतों पर कोई खास तवज्जो नहीं देते हैं जिसके परिणाम स्वरूप तमाम सार्वजनिक भूमियों विकास की भूमियों आम रास्तों चक्र वोटों पर कब्जा बरकरार हैं विकास योजनाओं को स्थापित कराने के लिए भूमिया नहीं बची हैं।
क्या योगी सरकार या बुलडोजर बाबा की सरकार निष्पक्ष रुप से ऐसे कब्जा धारकों की सही जांच करा कर अवैध कब्जों को ढहाने का कार्य करेगी, कब्जे में ली गई जमीनों को कभी खाली कराएंगे यह प्रश्न जनता सरकार से चाहती है और अपेक्षा करती है कि निष्पक्ष रुप से इन भूमियों को माफियाओं गुण्डो जबरदस्त, असामाजिक तत्वों से खाली कराई जानी चाहिए। क्या सरकार ऐसा करेगी जिससे आम जनमानस को राहत महसूस हो सके।
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