निकलो किसानों खेत और खलिहानों से, जंग लड़ो बेईमानों से



  • समाधान नहीं तो करेंगे डीएम कार्यालय का घेराव
  • बाघा मंडी ओरन सहकारी समिति में छठवे अनशन जारी
  • शालिनी पटेल व भारतीय किसान यूनियन ने सत्याग्रह अनशनकारियो को दिया समर्थन

अतर्रा/ बाघा। आज छठवें दिन भी किसानों का सत्याग्रह अनशन जारी रहा आज जिम्मेदार अधिकारी आए और किसानों से मिले मगर किसानों से अपना पल्ला झाड़ते हुए चले गए हम बात करें विधायक या प्रतिनिधि की वह लोग किसानों का फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते हैं बीजेपी के बूथ अध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि हमने ओममणि वर्मा को जिताने के लिए जी जान लगा दिए हैं। ओम मणि वर्मा विधायिका हमारा भी फोन नहीं उठा रही है कैसे होगा किसानों की समस्याओं का समाधान क्योंकि जीतने के बाद कोई विधायक किसानों से मिलना तक मुनासिब नहीं समझता है और अधिकारी  ऐसी पर बैठे हुए हैं लेकिन किसान अपनी फसल को बेचने के लिए समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए धूप में गर्मी में सत्याग्रह अनशन पर बैठने के लिए मजबूर किसानों पर इस तरह का अत्याचार क्यों किया जा रहा है 12 बजे रात के सुप्रीम कोर्ट खुल सकता है हर ऑफिस खुल सकता है।

लेकिन किसानों के लिए पोर्टल साइट क्यों नहीं खुल सकती है किसानों ने बताया है कि अगर 2 दिन में हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो हम तीसरे दिन जिलाधिकारी बांदा का करेंगे घेराव जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी बांदा जिला प्रशासन की होगी किसानों ने आरोप लगाया है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा मिलीभगत किया गया है करीब डेढ़ महीने से हमारा धान मंडी में पड़ा  था कुछ किसानों का धान पानी में सड़ गया था जिसको किसानों ने पौने दाम पर बेचा है किसानों को समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है जबकि सत्ताधारी विधायक मुख्यमंत्री बड़े-बड़े दावे करते हैं किसानों के लिए लेकिन आज किस हाल में जी रहा है कोई सुध तक नहीं लेने जा रहा है।

किसानों की कैसे होगा किसानों का सम्मान किसानों ने यह भी बताया है कि अगर हमारा धान नहीं खरीदा गया सरकारी रेट पर पूरे 400 कुंतल धान को हम आग लगा दे। डेढ़ महीने से ओरन सहकारी समिति के मंडी बाघा तहसील अतर्रा बांदा में किसान अपना धान समर्थन मूल्य पर बे होचने के लिए पड़ा है लेकिन केंद्र प्रभारी व सचिव  की मनमानी व भ्रष्टाचार के चलते किसानों का धान  नहीं खरीदा गया जिसकी जानकारी किसानों ने उपजिला अधिकारी अतर्रा  को दिया था। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई और कई अधिकारियों को सूचित करने पर भी खरीद नहीं हुई तो अंतिम तिथि को जिलाधिकारी बांदा से मिलकर गुहार लगाई। तब जिला अधिकारी के निर्देश पर किसानों का धान  खरीद को लेकर जिला व तहसील प्रशासन हरकत में आया।

लेकिन क्रय केंद्र  प्रभारी व सचिव ने किसानों की पूरी फीडिंग व तौल का आश्वासन देकर किसानों का विदा कर दिया और रात में किसानों का धान खराब बताकर अंतिम तिथि फीडिंग का समय खींचते रहे भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह गौर के वहां पहुंचने पर कहने पर फीडिंग  शुरू की गई लेकिन चार  किसानों की फीडिंग  होने के बाद समय खत्म हो गया और फिर मशीन बंद हो गई तब से किसान अधिकारी की चौखट पर पहुंच पहुंच कर गुहार लगा रहे हैं सुनाई नहीं होने पर आज दिनांक 17 मार्च से मजबूर होकर किसान सत्याग्रह पर बैठ गए। जिसकी संपूर्ण जिला प्रशासन की होगी दुर्गेश त्रिपाठी, राघवेंद्र, भानु मिश्रा जय सिंह, रविंद्र सिंह, लल्लू खान राजेंद्र साहू, शिव प्रकाश सिंह भूरा वर्मा, इंद्रपाल, वर्मा गंगा सिंह मेडवा खान, लल्लू यादव, अंबिका प्रसाद सुशील कुमार केपी लंबरदार आदि।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ