TOP FIVE NEWS : 32 छात्रों में कैम्प्स रिक्रूटमेंट में हासिल की सफलता, देश का विकास संभव है तकनीकी ज्ञान से



अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

सुकदेव सिंह लवकुश कालेज में 49 छात्र-छात्राओं को वितरण किया गया स्मार्टफोन

बबेरु/बांदा। बबेरू सुकदेव सिंह लवकुश पीजी कॉलेज पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद दूसरी लिस्ट में 49 छात्र छात्राओं को स्मार्टफोन वितरण किया गया है। जिसमें छात्र-छात्राएं स्मार्टफोन पाकर खुश नजर आए हैं। बबेरू सुकदेव सिंह लवकुश पीजी कालेज पर बबेरू के पूर्व विधायक एवं प्रबंधक के द्वारा कॉलेज के 49 मेधावी छात्र छात्राओं को दूसरी लिस्ट में नामित छात्र छात्राओं को स्मार्टफोन वितरण किया गया है। वहीं बबेरू पूर्व विधायक चंद्रपाल कुशवाहा के द्वारा बताया गया कि चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोषणा किया था की, मेधावी छात्र छात्राओं को पढ़ने के लिए स्मार्टफोन वितरण किया जाएगा। 

जिसमें एक लिस्ट पहले सुखदेव सिंह पीजी कॉलेज की आई थी जिसमें छात्र छात्राओं को स्मार्टफोन वितरण किया गया था। उसके बाद कॉलेज के 49 छात्र-छात्राओं की दूसरी लिस्ट आई है, जिसमें आज सभी को बुलाकर स्मार्टफोन वितरण किया गया हैं।  यह स्मार्टफोन से छात्र छात्राओं को पढ़ने में आसानी होगी, इस मौके पर स्मार्टफोन वितरण के समय प्राचार्य नरेंद्र सिंह, राम पांडेय,रामराज, संतोष कुशवाहा, विमलेश कुशवाहा आदि शिक्षक मौजूद रहे।

मेडिकल कालेज में दिवंगत डा. अर्चना को दी गई श्रद्धांजलि

  • चिकित्सकां एवं छात्रों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

बांदा। मंगलवार को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज बांदा में समस्त चिकित्सकों और स्टूडेंट द्वारा बाह्य रोगी विभाग में काली पट्टी बांधकर स्व.डा.अर्चना शर्मा को श्रंद्धांजली दी। बताते चलें कि डा. अर्चना शर्मा दोसा राजस्थान में एक निजी अस्पताल चलाती थी। डा अर्चना एक गोल्ड मेडलिस्ट गाइनेकोलाजिस्ट थी। अपने जिले में बहुत प्रसिद्ध एवं होनहार डाक्टर को स्थानीय राजनेताओं एवं पुलिस प्रशासन द्वारा प्रताड़ित होने की वजह से डा अर्चना ने बीती 21 मार्च को आत्महत्या कर ली थी।

आज मेडिकल कालेज बांदा के डा अर्चना शर्मा को न्याय दिलाने एवम चिकित्सकों को सुरक्षा के लिए काली पट्टी बांधकर रोष जताया।इस दौरान प्राचार्य डा. मुकेश यादव,उपप्रधानाचार्य डा.एसके कौशल, डा. सोमेश त्रिपाठी (यूरोसर्जन), डा. शैलेंद्र यादव विभागाध्यक्ष मेडिसिन इंटर्न डा. एवम मेडिकल छात्र उपस्थित रहे।इस दौरान सभी प्रकार की चिकत्सा सेवा सुचारू रूप से चालू रही।

तकनीकी ज्ञान के बिना देश का विकास संभव नहींः अयोध्या सिंह पटेल

  • केसीएनआईटी परिसर में बुन्देलखण्ड विकास परिषद के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष ने बांटे टैबलेट व स्मार्टफोन

बांदा। मंगलवार को केसीएनआईटी परिसर में स्मार्ट फोन वितरण योजना के तहत बुन्देलखण्ड विकास परिषद के उपाध्यक्ष अयोध्याप सिंह पटेल ने छात्रों को संबाधित करते हुए कहा कि मैं रासायन विज्ञान का 35 वर्षों तक शिक्षण कार्य करने के बाद समाज सेवा में आया हूंँ। हमारे समय में इतनी अत्याधुनिक सुविधायें नहीं होती थी। किन्तु आज का समय तेजी से बदल रहा है और हमें समय के अनुरूप चलने को तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता है जिससे हम प्रगति की रेस में अपने को श्रेष्ठ साबित कर सकें। प्रदेश सरकार की यह योजना इसी दिशा में किया जाना वाला कदम है। पटेल ने आगे कहा कि केसीएनआईटी, बाँदा के आर्यभट्ट सभागार में प्रदेश सरकार की योजना ‘युवाओं का तकनीकी सशक्तिकरण’ के अन्तर्गत बी.टेक., एम.बी.ए., आई.टी.आई., पालीटेक्निक एवं बी.एड. के विद्यार्थियों को टेबलेट स्मार्टफोन का वितरण करते हुए कही। 

इस मौके पर बी.एड. के विद्यार्थियों को डा. दीपाली गुप्ता, नोडल अधिकारी, उच्च शिक्षा, चित्रकूटधाम द्वारा स्मार्टफोन वितरित किये गये। बी.टेक. एवं एम.बी.ए. के विद्यार्थिया को टेबलेट संस्थान के निदेशक डा. अजित कुमार सिंह, डा. प्रशान्त द्विवेदी एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों द्वारा और आई.टी.आई. के विद्यार्थिया को अयोध्या सिंह पटेल उपाध्यक्ष, बुन्देलखण्ड विकास परिषद, उ.प्र. शासन के द्वारा वितरण किया गया। डा. दीपाली ने टेबलेट स्मार्टफोन के लाभार्थियों को उ.प्र. शासन की इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए सभी को हिदायत दी कि आप अपनी डिवाइस का उपयोग अपने विकास में लगायें। समाज विरोधी कार्य न करें क्योंकि आपकी डिवाइस आपके आधार नम्बर से लिंक है आप पर हमेशा ऑनलाइन नजर रखी जा रही है।  

आप इसे न ही किसी को हस्तान्तरित करें न गलत हाथों में दें।  वहीं संस्थान के निदेशक ने कहा कि संस्था के संस्थापक चेयरमैन अरूण कुमार निगम द्वारा बुन्लेदखण्ड क्षेत्र में युवाओं के तकनीकी सशक्तिकरण के लिए एक कार्ययोजना बनाकर सन् 2002 में जनपद में तकनीकी संस्थान की स्थापना की और लगातार इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। यह उनकी सोच का दूरवर्ती परिणाम है कि संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में नित नये आयाम स्थापित कर रहा है। इसके लिये निदेशक ने चेयरमैन के प्रति आभार व्यक्त किया और छात्रों को भी अपनी मातृभूमि से जुड़े रहते हुए उसका कर्ज चुकाने को प्रेरित किया।

कृषि विश्वविद्यालय के 32 छात्रों में कैम्प्स रिक्रूटमेंट में हासिल की सफलता

  • रोजगार पाकर कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों की खिले चेहरे

बांदा। कृषि के क्षेत्र में रोजगार की अपार सम्भावनायें हैं इस कथन को कृषि विश्वविद्यालय, बाँदा के छात्रों ने सिद्ध किया। कषि के क्षेत्र में स्वरोजगारी बननें के साथ-साथ कृषि के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय कम्पनीयाँ ज्ञान व दक्षता अनुसार रोजगार उपलब्ध कराती हैं। एक तरफ विगत दो वर्षों में कोविड 19 महामारी के बीच जहां लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है, वहीं कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 32  छात्रों ने सफलता का परचम लहराते हुए कैम्प्स रिक्रूटमेंट में सफलता पाई है। छात्रों को यह रोजगार कृषि के क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी दयाल ग्रुप में मिली है। चयनित हुये 32 छात्र विश्वविद्यालय के कृषि एवम उद्यान महाविद्यालय के शिक्षार्थी है। छात्रों के चयन से विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल व्याप्त है। छात्रों की इस सफलता पर कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह जी ने उन्हें बधाई देते हुए उनकी मेहनत तथा लगन को सराहा। 

प्रो. सिंह ने कहा कि यह सफलता छात्रो की कडी मेहनत तथा डायरेक्टरेट ट्रेनिंग एवम प्लेसमेंट के लगातार छात्रों के भविष्य सवारने की कोशिशों के कारण मिली है। साथ ही कुलपति ने छात्रों से आव्हान किया की छात्र प्रायोगिक शिक्षा एवं गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें। आने वाला समय दक्षता के साथ-साथ विषय एवं क्षेत्र में पारंगत हाने का है। इसके लिये आवश्यक है कि छात्र अधिक से अधिक ज्ञान का अर्जन करें। कृषि का क्षेत्र व्यापक होने के साथ-साथ रोजगार एवं स्वरोजगारी बनने के अवसर प्रदान करता है। कुलपति ने छात्रां की इस सफलता के लिये उनके अभिभावकों को तथा विशेष रूप से निदेशालय के निदेशक प्रो. भानु प्रकाश मिश्रा को बधाई दी है।

विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट निदेशालय के निदेशक प्रो0 भानु प्रकाश मिश्रा के बताया कि तीन चरणों में यह चयन प्रक्रिया पूर्ण हुयी। प्रथम चरण में आनलाइन माध्यम द्वारा 63 छात्रों का इंटरव्यू लिया गया जिसमें 49 छात्रों का चयनित हुये। दूसरे चरण में लिखित परीक्षा करायी गयी। चयनित छात्रों को फाइनल साक्षात्कार किया गया, जिसमें 32 छात्रों ने सफलता अर्जित की। प्रो0 मिश्रा ने बताया कि चयनित छात्र शुरूआत में सलाना पैकेज 3.5 -4.5 लाख पर कार्य करेंगे।

प्रोफेसर मिश्रा के अनुसार निदेशालय, छात्र छात्राओं के लिए उनके द्वारा बनाये एक विशेष मॉड्यूल पर काम करना शुरू कर दिया है। जिसमें छात्र छात्राओं के कम्युनिकेशन स्किल और सॉफ्ट स्किल्स पर ज्यादा मेहनत की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में कृषि के क्षेत्र की कई बड़ी नामचीन कंपनियां और बैंक विश्वविद्यालय में कैम्प्स रिक्रूटमेंट के लिए आने वाली हैं। रिलाइन्स इन्डस्ट्रीज कृषि के क्षेत्र में कार्य कर रही है व जल्द ही छात्रों के चयन हेतु विश्वविद्यालय में साक्षात्कार हेतु आने वाली हैं। 

कृषि विश्वविद्यालय में वर्तमान में कृषि, उद्यान, वानिकी तथा सामुदायिक विज्ञान विषय में स्नातक पाठ्यक्रम संचालित है। इनके रोजगार हेतु निदेशालय जल्द ही इस दिशा में एकेडेमिया इंडस्ट्री समिट करवाये जाने की योजना पर काम करेगी। जिससे अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। कृषि के क्षेत्र में कृषि एवं सम्बन्धित अन्य विषयों में रोजगार की अपार सम्भावनाओं को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा की सभी छात्र अपने ज्ञान व दक्षता के अनुसार रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।

बेटियों की शिक्षा का ध्यान रख रही सरकारः ओममणि वर्मा

  •  नवेली बुन्देली कार्यक्रम के तहत नौ नन्ही बच्चियों को मनाया गया जन्मोत्सव

बांदा। ‘‘नवेली-बुन्देली’’ कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम जिला महिला चिकित्सालय बांदा में आज विधायक नरैनी श्रीमती ओममणि वर्मा, भा0ज0पा0 महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती वन्दना गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल, जिलाधिकारी अनुराग पटेल सहित जिला चिकित्सालय स्टाफ द्वारा केक काटकर नौ नन्ही, मुन्ही बच्चियों का जन्मोत्सव मनाया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए जन्म प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया तथा भारत सरकार एवं उ0प्र0 सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की लाभार्थी परक योजनाओं से संतृप्त भी कराया।

विधायिका नरैनी श्रीमती ओममणि वर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज बहुत ही हर्ष का विषय है कि जिलाधिकारी ने ऐसी अनोखी पहल जनपद में चलायी है, यह बहुत ही सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री लगातार बेटियों को आगे बढाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने माताओं से निवेदन किया कि बेटों से बेटियां कम नही हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि बेटियों को पढाये-लिखायें और उसको अपने पैरों में खडा करें जिससे वे अपने आपको गौर्वान्वित महसूस कर सके।

जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस नवेली-बुन्देली कन्या जन्मोत्सव से बुन्देलखण्ड के पिछडे जिले को देखते हुए बेटियां बोझ नही हैं जब बेटियां समझ की स्थिति में आयेंगी तब उनके मम्मी-पापा, दादा-दादी उन्हें बतायेंगे कि आपके पैदा होने से घर लक्ष्मी आयी थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही गौरव का विषय है कि जन्म प्रमाण पत्र दिये गये हैं। बेटियां हमारी संस्कृति एवं देश के लिए गौरव हैं, क्योंकि बेटियां है तो परिवार है। उन्होंने समस्त बेटियों को प्रणाम करते हुए जिलाधिकारी महोदय को बधाई के पात्र बताया। उन्होंने बच्चियों के अभिभावकों से अनुरोध किया कि अपने-अपने गॉव में जाकर लोंगो से जरूर चर्चा करें जिससे लोग बेटियों को अभिशाप नही बल्कि वरदान समझें।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा तीन हजार पालनों का वितरण कराया जायेगा, ऐसी योजना बनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि के पावन पर्व के शुभ अवसर पर महिला जिला चिकित्सालय में नौ देवियों ने जन्म लिया है। जैसा कि सभी को ज्ञात होगा कि यह नवेली-बुन्देली कार्यक्रम रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में 25 दिसम्बर को 39 बच्चियों का केक काटकर कन्या जन्मोत्सव मनाया गया था। उसी र्क्रम में लगातार नौजात बच्चियों का केक काटकर जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न लाभ परक योजनाओें से संतृप्त कराने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन तथा मेडिकल स्टाफ की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया।

महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती वन्दना गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आदरणीय जिलाधिकारी महोदय को बहुत-बहुत धन्यवाद क्योंकि वे बुन्दलेखण्ड की बेटियों को रानी बनानी की पहल कर रहे हैं। वास्तव में बेटियां बोझ नही है और बहुत आगे तक जायेंगी और हर क्षेत्र में हमारे देश का नाम रोशन करेंगी। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था कि बेटी का जन्म होने पर लोग अभिशाप समझते थे, लेकिन अब इस पहल से बेटियां बोझ नही है, क्योंकि बेटियों के जन्म होने से आज उनके माता-पिता, दादा-दादी सहित परिवारजनों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओें से संतृप्त कराने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कुछ इस तरह कहा कि ‘‘अपमान न करना नारियों का इनके बल पर जग जलता है, मर्द जन्म लेकर तो इसी गोद में पलता है’’।

आज महिला जिला चिकित्सालय में नौजात बच्चियों को जन्म देने वाली मातायें जो क्रमशः नन्दनी पत्नी विजय कुमार, नजराना पत्नी नवाज शरीफ, र्प्रियंका पत्नी महेन्द्र, पान कुमारी पत्नी सूरजबली, अभिलाषा पत्नी बरातीलाल, सोमवती पत्नी बुद्ध प्रकाश, अंजना पत्नी अनिल, रचना देवी पत्नी चंदन, नीतू पत्नी चर्न्द्र सिंह को आज मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया तथा बेटियों के उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। कार्यक्रम में उपस्थित अधीक्षक जिला चिकित्सालय पुरूष डॉ0 एस0एन0 मिश्रा, तहसीलदार सदर पुष्पक, डिप्टी कलेक्टर प्रशिक्षु यादुवेन्द्र सिंह, श्वेता साहू, डॉ0 चारू गौतम, सहित सम्बन्धित मेडिकल विभाग उपस्थित रहा।

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