सतत कृषि के अभिवव दृष्टिकोण विषय पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बांदा। उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) लखनऊ के 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर 14 जून 2022 को सतत कृषि के लिये अभिनव दृष्टिकोणश् विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का अयोजन किया गया, जिसमे देश व प्रदेश के कृषि से संबंधित संस्थान प्रमुख, वैज्ञानिक एवं प्रगतिशील कृषको ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे योगी आदित्यनाथ माननीय मुख्यमंत्री उ0प्र0 एवं विशिष्ट अतिथि के रूप मे सूर्य प्रताप शाही माननीय मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उ0व्र0 रहे।
गौरतलब हो कि उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) की स्थापना वर्ष 1989 मे प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विभाग एवं कृषि संबंधि अन्य विभागो के कृषि संबंधि शिक्षा, शोध एवं प्रसार मे समन्वय स्थापित करने के उद्येश्य से की गयी। उपकार के 33 वें स्थापना दिवस के अवसर पर बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रो0 नरेन्द्र प्रताप सिंह, निदेशक प्रसार डा0 एन0के0 बाजपेयी एवं विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्षों ने अपने अपने जनपद के प्रगतिशील कृषको के साथ राष्ट्रीय संगोष्ठी ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर जनपद बांदा के प्रगतिशील कृषक राहुल अवस्थी को प्राकृतिक खेती एवं जनपद जालौन के विनोद कुमार निरंजन को मटर बीज उत्पादन क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य हेतु श्उत्कृष्ट कृषक सम्मानश् से सम्मान किया गया। दोनो कृषको की इस उपलब्धि पर माननीय कुलपति, निदेशक प्रसार एवं केवीके परिवार ने उन्हे बधाई दी है, तथा उनकी उपलब्धि को अन्य कृषको हेतु प्रेरणदायी बताया है।
एक गाय की बछिया का जन्मदिन मना पेश की इंसानियत की मिसाल
- अनोखा नजारा देखकर दंग रह गए लोग
बांदा। जिले में एक परिवार का अनोखा मामला खूब सुर्खियां बटोर रहा है। जी हां आपने लोगो का जन्मदिन मनाने की बात सुनी और देखी होगी लेकिन यहां एक बेजुबान का पहला जन्मदिन सेलेब्रेशन की तौर पर मनाया जा रहा है। बांदा के एक परिवार ने अपनी गाय के बछिया का जन्मदिन मना एक मिसाल पेश की है। जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। परिवार ने अपने सदस्य जैसे ही उसका जन्मदिन मनाया, बाकायदा फूल माला पहनाकर, केक काटकर उस गाय के बच्चे का मुंह मीठा कराया। और आपस मे खुशियों का इजहार किया। लेकिन उस बेजुबान को क्या पता?? कि उसका सेलेब्रेशन क्यों मनाया जा रहा। परिवार के लोग उसे राधा कहकर पुकारते हैं। सीलिब्रेट के दौरान हैप्पी बर्थडे राधा कहकर तालियां बजाई।
दरअसल अतर्रा कस्बे के नरैनी रोड के रहने वाली शोभा जो पेशे से गृहणी हैं। उन्होंने अपने परिवार के साथ एक मिसाल पेश की है, परिवार के सदस्य के तौर पर अपनी गौ माता के बछिया के पहले जन्मदिन को सेलेब्रेशन के तरह मनाया। बाकायदा केक, मुँह मीठा करा फूल मालाओं से उस बेजुबान को सजाया गया। उन्होंने बताया कि आज मेरे छोटे बेटे की मैरिज एनिवर्सरी भी है, ठीक पिछले साल 15 जून 2021 को बारात की शाम गाय ने बछिया को जन्म दिया था। जिसको हम लक्ष्मी के रूप में स्वीकार कर रहे हैं। जिन्होंने उस बेजुबान का नाम ष्राधाष् रखा है, उसकी माँ का नाम रानी है।
उन्होंने यह भी बताया कि राधा हमारे परिवार की तरह है, आज उसका पहला जन्मदिन हम मना रहे हैं। गाय के लाखों करोड़ों देवी देवताओं के वास होता है और गौ माता को पूजने का हिन्दू धर्म मे रीति रिवाज है। गौ माता के मूत्र में तमाम मर्ज भी ठीक हो जाते हैं। उन्होंने देश प्रदेश के लोगो से अपील की है यदि एक एक गाय हम रख लें उसकी सेवा करे तो इस धरती का पाप खत्म हो जाएगा, खुशियां ही खुशियां आएंगी। क्योंकि हम इसी गौ माता का दूध अपने बच्चों और खुद इस्तेमाल करते हैं।
गाय हमारी माता है। इस सेलेब्रेशन को देख आसपास के लोग डंग हैं, इलाके में चर्चा का विषय है। बुंदेलखंड के इलाके में वर्षा से अन्ना प्रथा की समस्या रही है हालांकि अब स्थिति सरकार के एक्शन के कारण कंट्रोल है। इस परिवार ने एक गौ माता के बछिया का जन्मदिन मना लोगो को जागरूक करने का नया तरीका पेश किया है।
समस्या का समाधान ना होने पर अनशन की चेतावनी
बांदा। जिला अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र के माध्यम से समाजसेवी राम किशोर उपाध्याय ने बताया कि विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते ग्राम पंचायत पिपरा के मजरा रनखेरा मे कई वर्षों से खराब ट्रांसफार्मर के संबंध में कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कार्रवाई ना होने से आहत समाजसेवी द्वारा अनशन में बैठने के संबंध मे कि उत्तर प्रदेश जनपद बांदा के विकासखंड नरैनी के ग्राम पंचायत पिपरा मजरा रनखेरा मैं सन 2007 से पूर्व माध्यमिक विद्यालय मे लगा ट्रांसफार्मर व एक ट्रांसफार्मर सीताराम कोरी अनुसूचित जाति के दरवाजे के पास अर्थात दोनों ट्रांसफार्मर खराब जले हुए पड़े हैं जिसकी वजह से पूर्व माध्यमिक विद्यालय व अनुसूचित जाति की बस्ती में व्यापक पैमाने पर अंधेरा रहता है एवं 16 जून 2022 से स्कूल खोले जा रहे हैं जिसमें पढ़ने वाले बच्चों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा जिस के संबंध में कई बार विद्युत विभाग एवं जिला अधिकारी महोदय बांदा को लिखित सूचना दी जा चुकी है लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है जिसके कारण समाजसेवी अशोक लाट तिराहा बांदा मे अनशन मे बैठने को मजबूर है जिसकी जिम्मेदारी शासन और जिला प्रशासन की होगी।
कछुआ चाल को भी मात दे रही बीएसए की अनुदेशिका के विरुद्ध की जा रही जांच
बांदा। आज अगर आम आदमी के विरुद्ध कोई शिकायत की जाती है। किसी विभाग में तुरंत खरगोश नहीं चीते की तरह छलांग लगा कर राकेट की रफ्तार से जांच पूरी कर उसे देरनदेर मुकाम पहुंचा दिया जाता है। किंतु वहीं जांच जब इन अधिकारियों कर्मचारियों के बिरूद्ध होती है तो उसकी गति कछुए की गति को भी पीछे छोड़ देती है। ऐसा ही मामला है बांदा जनपद के नरैनी तहसील क्षेत्र के पुकारी ग्राम के विद्यालय का जंहा अनुदेशिका के पद पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर एक युवती नौकरी कर रही थी और उसने एक पत्रकार के ऊपर फर्जी हरिजन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया।
जबकि वह हरिजन जाती से नहीं बल्कि बैकवर्ड से थी जिसके प्रमाण पीड़ित द्वारा संबंधित अधिकारियों सहित उच्च अधिकारियों को लिखित रूप से दिए गए किन्तु विडंबना यह है की पीड़ित के फरियाद पर शासन प्रशासन के द्वारा संतोष जनक कार्यवाही नहीं की गई अलबत्ता पीड़ित को माननी न्यायालय हाईकोर्ट ने सुना और राहत प्रदान की। इधर पीड़ित लगातार नीचे से ऊपर तक ऊपर से नीचे तक अपनी फरियाद लेकर घनचक्कर बना घूम रहा है और अधिकारियों द्वारा एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है जांच की जा रही है कार्रवाई की जाएगी आखिर यह जांच कौन कर रहा है और यह कब पूरी होगी कोई निश्चित समय सीमा नहीं है जबकि सारे सबूत अधिकारियों को पीड़ित द्वारा सौंपे जा चुके हैं देखना यह है की 2021से जारी जांच 2121तक में पूरी हो पाएगी या नहीं।
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