बांदा जनपद की टॉप पांच खबरों को पढ़ें एक नजर में

 


महिला अध्यापिका पर दबंगों ने दर्ज कराया फर्जी मुकदमा

  • पीड़ित महिला ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। प्राथमिक विद्यालय त्रिवेणी में तैनात प्रधानाध्यापिका के द्वारा दबंगों के खिलाफ दर्ज कराए गये मुकदमें में कार्यवाही से बचने के लिए उल्टे दबंगों ने ही महिला पर एससी, एसटी एक्ट सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर महिला से जमकर बदसलूकी एवं मारपीट की है। पीड़ित महिला ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। एसपी को दिये शिकायती पत्र में प्राथमिक विद्यालय त्रिवेणी में तैनात प्रधानाध्यापिका गार्गी नेगी ने बताया है कि उसके विद्यालय में निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार ने उसको कमीश्नरी में बुलाकर बदसलूकी की। जिस पर उसने मुकदमा दर्ज करा दिया। जिससे बचने के लिए उक्त दबंग ठेकेदार ने उसके विरूद्ध फर्जी तरीके एससी,एसटी सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया है। इसके अलावा उक्त दबंग ठेकेदा उसको लगातार धमका रहा है। पीड़ित महिला ने एसपी से कार्यवाही की मांग की है।


सचिव व प्रधानों की मिलीभगत से खाली हुई गौशालाओं व सामुदायिक शौचालय मे बदहाली का आलम

  • गाँव, गौशाला व विकास के आंकड़ों मे लाखों खर्च मौके पर ब्यवस्था ध्वस्त

बांदा। जिलाधिकारी लगातार प्रतिदिन बिकास के साथ जनकल्याण की सरकारी योजनाओं को शतप्रतिशत जमीन पर उतारने के लिए काफी भागदौड और मेहनत के प्रयास जारी किए हुए हैं। प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस भ्रष्टाचार मुक्त शासन की परिपाटी को मूर्त रूप से अमलीजामा पहनाने की भरसक कोशिश भी करते देखे जा रहे है। जिसके लिए जनभागीदारी और सरकारी धन की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए शासन को अपने माध्यम से डिमांड भी भेज रहे है। और वर्तमान सरकार भी बिकास की धारा को बिना किसी ब्रैक के बहाने मे कोशिश कर रही हैं। जिसके लिए समय- समय पर पैकेज की सौगात जिले को मिल रही हैं।

जैसे सुगम यातायात, रोजगार, किसानों के बिकास, गोवंश संरक्षण व ग्रामीण क्षेत्रों में जनसुविधा की योजनाएं मुख्य हैं। लेकिन इन सभी योजनाओं को जमीन पर उतारकर शतप्रतिशत परिणाम देने मे कुछ लापरवाह कर्मचारी कोई रूचि लेते दिखाई नही दे रहे है। ये आलसी कर्मचारी योजनाओं को खाली कागजी फाइलों में दौडाकर अपनी जेबों को भरने के लिए बिकास के बजट को लूटने मे लगे हैं जिसके लिए कागजी आंकड़ों में सब आल इज वेल दिखा रहे हैं। जिसमें एक उदाहरण स्वरूप ग्राम बिकास अधिकारी विनय सिंह की कार्यशैली हैं। जिनके कंधों पर नरैनी ब्लॉक के चार गाँव  बरछा (ब) तुर्रा लोधौरा तरसूमा मे बिकास, गोवंश संरक्षण, किसानों, व क्षेत्रीय ग्रामीणों की स्थिति को बेहतर बनाने जिम्मेदारी दी गई है। 

जिसमें ग्राम प्रधानों के सहयोग से जनकल्याण कारी योजनाओं के माध्यम से बिकास  कराने का लक्ष्य दिया गया। परिणाम उसके उलट सचिव  ने प्रधानों व खुद के बिकास पर पूरी तनमयता से ऊर्जा खर्च कर दी और ग्रामीण विकास उसी चौराहे पर आगे की राह में सरपट दौडने के लिए खडा दिखाई दे रहा। जब इन ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीणों ने मीडिया को इन सभी अव्यस्थाओं की जानकारी दी तो मीडिया ने बरछा (ब) गांव व गौशालाओं एवँ सामुदायिक शौचालय का हाल जाना तो सारी हकीकत सामने आ गई ।यहाँ काफी समय से गोवंश संरक्षित ही नहीं थे तो उनके नाम पर कैसे लाखों रुपए खर्च  दिए गए।यह पूरा खेल समझ से परे हैं। 

इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने बताया कि मार्च माह से गौवँशो को छोड दिया है ग्रामीणों ने गोशालाओं की बदहाली की पोल खोल दी। हम आपको बता दे कि गौशाला मे ही सामुदायिक शौचालय बनाया गया है यह सामुदायिक शौचालय आमजनता के इस्तेमाल के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत तैयार कराया गया था जिसमे गांव के ग्रामीण इस्तेमाल करेंगे परन्तु परिणाम इसके उलट है जब से यह निर्माण हुआ है आज तक किसी ग्रामीण ने इसका प्रयोग ही नही किया है कारण यह है कि इस सार्वजनिक शौचालय को ताला लगाकर रखा गया है। अगर इसका उपयोग ही नही होना था तो फिर सरकारी धन की फिजूल खर्ची क्यो यह भी बडा यक्ष प्रश्न है।

राजनैतिक पकड़ के दम पर विनय सिंह ने फेरा डीएम के आदेशों मे पानी 

एक ओर डीएम अनुराग पटेल जहाँ गोवंश की उचित ब्यवस्था के हाईलेवल मीटिंग और जनभागीदारी से उनके राशन की ब्यवस्था के भूसादान महाभियान चला लोगों को प्रेरित करने के साथ बडे आयोजन और प्रोत्साहन देने मे पसीना बहा रहे है तो उनकी इस मेहनत को कुछ अकर्मण्य लापरवाह और भ्रष्ट जिम्मेदार राजनैतिक संरक्षण के दम पर ठेंगा दिखा रहे है जिसमें मौजूदा नरैनी ब्लाक के सचिव विनय सिंह ने सारी हदे पार कर दी। और डीएम अनुराग की पूरी मेहनत पर धनबल, राजनैतिक, और हठधर्मिता से पानी फेरने का खेल जारी कर दिया।

एसपी के अगुवाई में पुलिस ने होटलों में चलाया सघन चेकिंग अभियान

  • चेकिंग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़े प्रेमी-प्रेमिका

बांदा। पुलिस अधिकारियों ने शातिर अपराधियों की तलाश में शहर के होटल व ढाबों में  छापेमारी की। सघन चेकिंग के दौरान बस्ती जनपद से आए प्रेमी-प्रेमिका पुलिस के हत्थें पड गये। वह खुद को पति-पत्नी बताकर लाज में ठहरे थे। पुलिस ने संबंधित थाने में सूचना दी है और महिला पुलिस युवती को अपने साथ वनस्टाप सेंटर ले गई है। एसपी अभिनंदन ने मंगलवार रात करीब 10 बजे एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र व सीओ सिटी राकेश कुमार सिंह समेत कई थानों व चौकियों की पुलिस के साथ शहर के होटलों में छापेमारी की। जानकारी के अनुसार स्टेशन रोड के एक लाज में ठहरे युवक-युवती को संदिग्ध जानकार पूछताछ की गई। जिसमें पहले वह खुद को पति-पत्नी बता रहे थे। उनकी आइडी में जनपद बस्ती थाना रुदौली लिखा मिला। पुलिस ने रुदौली थाने से संपर्क किया तो जानकारी हुई कि वह प्रेमी युगल हैं। युवक के विरुद्ध वहां के थाने में मुकदमा दर्ज है। 

महिला पुलिस युवती को अपने साथ वनस्टाप सेंटर ले गई है। रुदौली थाने की पुलिस बांदा आने के लिए वहां से रवाना हुई है। पुलिस ने दोनों के परिजनों को भी पकड़े जाने की सूचना दी है। रात करीब 12 बजे तक चली छापेमारी में करीब छह होटल व लाजों में चेकिंग की गई। इसके अलावा ढाबों में भी पुलिस ने खाना खाने वालों से पूछताछ की। उनकी भी आइडी देखी गई। अतर्रा रोड, तिंदवारी रोड, स्टेशन व रोडवेज के आसपास के होटल-ढाबों में चेकिंग का क्रम चलता रहा है। वहीं राकेश कुमार सीओ सिटी ने बताया कि आज रात सभी होटल लाज और ढाबा की चेकिंग की गई है। जिसमें विशेष रूप से संदिग्ध व्यक्तियों अपराधियों के बारे में जांच पड़ताल की गई है। जो लोग रेगुलर आने जाने वाले हैं। उन्हें छोड़कर बाकी से पूछताछ की गई है।

बबेरू सीएचसी का विधायक ने किया औचक निरीक्षण

  • अस्पताल में साफ सफाई में होने पर लगाई फटकार

बबेरु/बांदा। बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बबेरू क्षेत्रीय सपा विधायक के द्वारा अस्पताल पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया है। निरीक्षण करने के समय गंदगी मिलने से विधायक के द्वारा अधीक्षक को फटकार लगाई गई है। वहीं मरीजों से हाल-चाल जानकर अस्पताल में हो रहे इलाज की व्यवस्थाओं को देखा। बबेरु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बबेरू से समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय विधायक विशंभर सिंह यादव के द्वारा आज अस्पताल पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया है। निरीक्षण करने के दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई, गंदगी को देखकर विधायक विशंभर सिंह यादव के द्वारा अधीक्षक डॉ ऋषिकेश सिंह को फटकार लगाई है। और अस्पताल को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए कड़ी हिदायत दिया है।

वहीं विधायक के द्वारा भर्ती मरीजों से हाल-चाल लिया और पूछताछ भी किया है, कि यहां पर इलाज अच्छे से किया जा रहा है या नहीं, बाहरी दवा तो नहीं लिख रहे हैं। साथ ही कई मरीज कुत्ते काटने का इंजेक्शन लगवाने के लिए बैठे थे, उसकी भी जानकारी डॉक्टरों से ली गई तो डॉक्टरो ने बताया कि इंजेक्शन उपलब्ध है, विधायक के कहने पर तुरंत सभी मरीजों को इंजेक्शन लगवाया गया। वहीं अस्पताल के डॉक्टर कर्मचारी को अस्पताल समय में इमरजेंसी के टाइम सही से ड्यूटी करने के लिए निर्देशित किया है। जिसमें दवा वितरण काउंटर, ओपीडी, ओटी का निरीक्षण कर साफ सफाई के निर्देश दिए हैं। 

वही बबेरू विधायक विशंभर सिंह यादव के द्वारा बताया गया कि, बहुत दिनों से शिकायत मिल रही थी, की इमरजेंसी रूम में डॉक्टर बहुत ही कम मिलते हैं। सभी अपने आवासों पर बैठते हैं,जिससे आज अस्पताल का निरीक्षण किया गया है,जिसमें मौके पर सभी स्टॉप मौजूद पाए गए हैं, लेकिन अस्पताल पर सफाई नहीं होने पर साफ सफाई के लिए अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं। इस मौके पर विधायक के साथ बृजमोहन यादव, अखिलेश पाल, भोला प्रजापति, राहुल सिंह, रामू दीक्षित, योगेश अग्रहरि, सुमित कुमार, अनूप गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता, संदीप यादव आदि लोग मौजूद रहे।

पिता के डांट से नाराज युवक ने किया आत्मदाह

  • पढ़ाई को लेकिर पिता की फटकार से आहत होकर उठाया आत्मघाती कदम
  • पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

बांदा। पढ़ाई के लिए पिता की डांट पुत्र को इतनी नागवार गुजरी कि उसने मकान की छत पर बने कमरे के अंदर अपने ऊपर डीजल छिड़क कर खुद को जिंदा फूंक लिया। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मरका थाना क्षेत्र के गुजेनी गांव निवासी कृष्णा (17) पुत्र बद्री प्रसाद ने मंगलवार को दोपहर मकान की छत पर बने कमरे के अंदर अपने ऊपर डीजल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। उसके चीखने पर परिजन और पड़ोसी छत पर पहुंचे और आग बुझाई। गंभीर हालत में परिजन उसे जिला अस्पताल लाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उसने दम तोड़ दिया। मृतक के चाचा शिवविलास ने बताया कि कृष्णा इंटरमीडिएट का छात्र था। पिछले कई दिनों से वह कोचिंग पढ़ने नहीं जा रहा था। कोचिंग न जाने पर पिता ने उसे डांट दिया। इसी बात से नाराज होकर खुद को जिंदा फूंक लिया। पड़ोसियों के मुताबिक आत्महत्या से पहले किशोर शराब के नशे में था।


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