बांदा जनपद की 13 खबरों को पढ़ें एक ही क्लिक में

 

जखनी के किसानों ने किया है सराहनीय कार्यः डीएम

  • डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ जनपद स्तरीय भूजल सप्ताह

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की प्रेरणा एवं उनके निर्देशानुसार जन-जन तक जल पहुंचाना है, जल संरक्षण की थीम पर 16 जुलाई से 22 जुलाई तक भू-जल सप्ताह का आयोजन पूरे प्रदेश में किया गया है। इसी क्रम में आज ग्राम तुर्रा विकास खण्ड नरैनी तहसील अतर्रा के विसाहिल जल स्त्रोत में जिलाधिकारी बांदा अनुराग पटेल की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय भूजल सप्ताह का आयोजित किया गया। जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री की प्रेरणा व उनके निर्देशों के क्रम में आज इस बिसाहिल जल स्त्रोत, ग्राम तुर्रा में भूगर्भ जल सप्ताह के आयोजन की शुरूआत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद बांदा के ग्राम जखनी जो पूरे देश में जल ग्राम के रूप में जाना जाता है। जखनी में किसानों द्वारा अपने-अपने खेतों में बड़ी बड़ी मेड़ों को बनाकर बरसात के जल को इकठ्ठा करके भूगर्भ जल को बढ़ाया है। जल संरक्षण को बढ़ावा देने व जल की कमी को देखते हुये प्रधानमंत्री द्वारा जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है। 

इसी तरह तालाबों, नदी/नालों में बरसात का पानी इकत्र कर सकते है और बरसात का पानी जमीन में रिस का भूमिगत जल स्त्रोत को बढ़ा सकते है। हमारी आने वाली पीढ़ी को पानी की किल्लत से बचाने के लिये हमको जल संरक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि आज जो भूमिगत जल स्त्रोत से जितना पानी निकाल रहे है हमें उससे दोगुना जल संरक्षण के माध्यम से पानी को संरक्षित करना है। अपर जिलाधिकारी, नमामि गंगे, बांदा एम0पी0सिंह द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज ज्यादातर लोगों के पास समरसेबिल का प्रयोग करके भूमिगत जल का उपयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि जितने पानी की आवश्य कता हो उतना पानी ही हमे निकालना चाहिए न की हमे अनावश्यकता पानी को बरबाद नही करना चाहिए। जितना पानी हम निकालते है हमे उससे अधिक जल संरक्षण के माध्यम से जल को संरक्षित करना चाहिए। बलराम तिवारी, जिलाध्यक्ष किसान यूनियन द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि जल ही जीवन है और जल को बचाना है। जल के बिना जीवन अधूरा है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को पानी को बबार्द नहीं करना चाहिए। 

किसान भाईयों को अपने खेतों में मेड बनाकर पानी को एकत्र करना चाहिए जिससे ताकि भूमि में नमी रहे और सिचांई के लिये हमे कम पानी की आवश्यकता पड़े। कालीचरण बाजपेई बदौसा द्वारा कार्यक्रम में कहा कि बारिश के पानी को गांव के बाहर जाना चाहिए और गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में रहे इसके लिये हमें अपने-अपने खेतों में चारो ओर बड़ी-बड़ी मेड बनाकर एवं खेत तालाब योजना के तहत तालाबों को बनवाकर बरसात के पानी को रोकना है। जिससे हमारे गांव का भूमिगत जल का स्त्रोत बढ़ सके और हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिये पीने योग्य जल पर्याप्त मात्रा में बना रहे। बृज गोपाल, प्रधान पति ग्राम तुर्रा द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि हम सभी ग्रामवासियों को पानी को बचाना है और बरसात के पानी को संरक्षित करना है। बरसात के पानी को तालाब में, खेतों में एवं जमीन के अन्दर पानी को इकठठा करना है जिससे भूमिगत जल का स्त्रोत निरन्तर बना रहे। राकेश गौतम, ग्राम तुर्रा द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये समर्सिबल के पास गढ़े खुदवाने, व अधिक के सरकारी/गैर सरकारी संस्थाओं को रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली अपनाने का आह्वान किया। इसी प्रकार कार्यक्रम में राम प्रकाष, राजा राम तिवारी, रमेष आदि द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये।

 हरीओम मिश्रा, सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई द्वारा बताया कि देश के गिरते भूजल स्तर और उस पर आसन्न संकट को दृष्टिगत रखते हुए अभी भी समय है कि भूजल संरक्षण के प्रति हमें सचेत हो जाना चाहिए। उन्होने कहा कि इसके लिए हम सब मिलकर इस वर्ष भूजल सप्ताह पर अपने आप से वादा करें कि हम पानी के खर्च में मुमकिन कटौती करेंगे और हम पानी की बरबादी को रोकेंगे। भूगर्भ जल विभाग के खण्डीय अधिकारी श्वेता गुप्ता ने हाइड्रोलॉजिस्ट द्वारा वर्षा जल संचयन/संरक्षण के बारे में विस्तार से बताया कि जल के बिना हम जीवन की कल्पना नही कर सकते हैं। जिलाधिकारी बांदा, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों द्वारा बिसाहिल जल स्त्रोत के चारो तरफ वृक्षारोपण भी किया गया। इसी प्रकार संजय अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी बांदा, विजय कुमार उप कृशि निदेषक बांदा द्वारा जल संरक्षण एवं भूजल सप्ताह में सभी अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये। कार्यक्रम में उपायुक्त मनरेगा राघवेन्द्र तिवारी, उपजिलाधिकारी अतर्रा श्री विकास यादव, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, तहसीलदार अतर्रा विजय प्रताप, जिला पूर्ति अधिकारी, ग्राम प्रधान श्रीमती सावित्री देवी, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई हरीओम मिश्रा, खण्ड विकास अधिकारी नरैनी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।

नाली न बनी होने के कारण विद्यालय जाने वाले रास्ते पर जल भराव 

  • नौनिहाल आए दिन गिर कर कीचड़ से हो जाते हैं लथपथ 

कमासिन/बांदा। कस्बे के मुख्य मार्ग पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा एक निश्चित स्थान पर नाली न बनाए जाने से विद्यालय जाने वाले रास्ते पर हमेशा जल भराव रहने से नौनिहालों को कीचड़ में सनकर निकलना मजबूरी बन गई है और छोटे छोटे बच्चे आए दिन गिरते व कीचड़ में लथपथ होते रहते हैं। राज मार्ग संख्या 92जो कमासिन का मुख्य मार्ग है पर सड़क निर्माण के समय यहां पर आबाद एक व्यवसाई द्वारा अपने धन बल का प्रयोग कर अपने सामने नाला नहीं बनने दिया लिहाजा जल निकासी की व्यवस्था न होने से चौधरी चरण सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय जाने वाले रास्ते पर हमेशा जल भराव बना रहता है विद्यालय के प्रबंधक अनीश कुमार यादव ने बताया कि इस संबंध में ग्राम प्रधान के पति/प्रति निधि से अनेकों बार अनुरोध किया गया किंतु अनसुना कर दिया गया हार कर खण्ड विकास अधिकारी प्रकाश प्रसाद से गुहार लगाई जिस पर उन्होंने शीघ्र समाधान कराने का आश्वासन दिया है।

गोद लिए विद्यालय में वाणिज्य कर असिस्टेट कमिश्नर ने किया शिक्षण कार्य

बांदा। अपने गोद लिए गए विद्यालय प्राथमिक विद्यालय खुरहण्ड और उसरी पुरवा मे पूर्व की भाँति सहयोगात्मक सुपरविजन के लिए नितिन श्रीवास्तव असिस्टेंट कमिश्नर द्वितीय वाणिज्य कर द्वारा औचक पहुँचकर समस्त उपस्थित स्टाफ से रूबरू होने के पश्चात सभी कक्षों मे पहुंचे और बच्चों से आत्मीयता के साथ वार्ता किया और काफी देर तक नोडल शिक्षिका प्राची सोनी के कक्षा कक्ष मे खुद शिक्षण कार्य किया। बच्चों की प्रगति से खुश होकर नोडल शिक्षिका व रामकृष्ण अवस्थी वरिष्ठ शिक्षा मित्र की सराहना किया। विद्यालय के अभिलेखीकरण व रखरखाव से खुश होकर कहा कि काम बोलता है अफसाना परवीन प्रधानाध्यापिका की उनके आकस्मिक अवकाश मे होने के बावजूद उनकी तारीफ की गई। इंचार्ज मयंक शर्मा, अमिता शिवहरे, रूचि पुरवार सहित सभी की शिक्षक डायरी देखा सभी को बधाई दिया और हमेशा  अपना सहयोग देने का वचन दिया। एक बच्चे ने अनुरोध किया कि सफाईकर्मी नियमित नहीं आते जिसके कारण शौचालय गंदे रहते है।

आपने देखा कि बाउंड्री वाल को और ऊँचा होना चाहिये ताकि आराजक तत्व विद्यालय बंद होने के बाद कूदकर जो क्षति पहुँचाते है उसे रोका जा सके। जिन कक्षा कक्षों मे टाइलें नहीं लगी लगवाई जाए इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दिए जाने का आश्वासन दिया गया। उपस्थित अभिभावकों व आँगनबाड़ी व सभी शिक्षकों से आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा फहराने केलिए संपर्क व बैठक करने की उचित सलाह दी। राष्ट्र भावना विकसित करने के लिए बच्चों से भी तिरंगा बनवाकर उसके व आजादी से जुड़े महापुरुषों के बारे मे जानकारी देने की प्रेरणा दिया।

कदन्न फसलो में बुन्देलखण्ड भारत वर्ष मे अग्रणी भूमिका निभा सकता हैः कुलपति

बांदा। वर्तमान समय एवं परिस्थिती अनुसार कदन्न फसलो (मिलेट्स) की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। भारत वर्ष के शहरी क्षेत्रो के साथ साथ वैषविक बाजार मे इसकी मांग मे बढोतरी देखी गयी है। विश्व स्वास्थ संगठन ने कई बार इन फसलो का उपयोग स्वास्थ के लिये जरूरी बताया है।  कदन्न फसलो की भूमिका एवं मांग को देखते हूए बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा एवं उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान मे ‘‘मिलेट दिवस‘‘ दिनांक 20.07.2022 को मनाया जाना सुनिश्चित किया गया है। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उदेश्य भूली विसरी फसलो की खोज के तरफ आम जन मानस के साथ साथ कृष्को को आकर्षित करना है। 

इस कार्यक्रम से संबंधित चर्चा पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0पी0 सिंह ने बताया कि आने वाले समय मे यह फसल बुन्देलखण्ड के लिये वरदान साबित होगा। हमने अपने पूर्वजो को ज्वार, बाजरा, रागी, मडुआ, कोन्दो, साँवा व मक्का खाते हुए जाना एवं सुना है। परन्तु हमने और वर्तमान पीढि ने इसे नही अपनाया जिस वजह से यह हमारे थाली, घर एवं खेतो से गायब हो गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0पी0 सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 को अंर्ताराष्ट्रीय मिलेट वर्ष मनाया जाने का प्रस्ताव है, इसे ध्यान मे रखते हुए इन फसलो पर जोर दिया जाना आवश्यक है, इसी क्रम मे यह मिलेट दिवस मनाया जाना एक मार्गदर्शन का कार्य करेगा। देश के कुछ भागो मे अभी भी इसकी खेती बहुतायक एवं मुख्य फसल के रूप मे की जा रही है।बुन्देलखण्ड की जलवायु परिस्थितियाँ एवं संसाधन इन फसलो की खेती के लिये अनुकूल है। आवश्यकता है हमे कृषको तक उचित तकनीकि एवं जानकारी ससमय उपलब्ध कराने की जरूरत है।

मिलेट दिवस मनाये जाने के बारे मे कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो0 जी0 एस0 पंवार ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के उद्यान महाविद्यालय मे किया जाना है, जिसका मुख्य उद्येश्य कदन्न फसलो पर कृषको के साथ-साथ आम जनमानस मे जागरूकता लायी जा सके। इस कार्यक्रम मे देश के इन फसलो पर शोध कर रहे नामचीन वैज्ञानिको का सानिध्य प्राप्त होगा जिससे बुन्देलखण्ड मे वर्तमान फसल पद्यती मे कदन्न आधारित फसलो की नयी फसल पद्यती अपनायी जा सके, जिससे किसानो के आय दोगुनी करने के साथ साथ वर्ष भर फसलो को आच्छादित किया जा सके।

प्राकृतिक जल स्रोत तुर्रा में शुरू हुआ भूजल सरक्षण सप्ताह 

  • जिलाधिकारी ने की कार्यक्रम की शुरूआत

अतर्रा/बांदा। गत वर्षा की भांति शनिवार के दिन जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस के उपरांत अतर्रा तहसील क्षेत्र ग्राम तुर्रा के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे विशाहिल नाले में स्थापित प्राकृतिक जल स्रोत के समीप भूजल सप्ताह संरक्षित कार्यक्रम का जिलाधिकारी अनुराग पटेल के द्वारा शुरुआत की गई इस दौरान जिले के विभिन्न विभागों के आला अफसर आन सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल को संरक्षित करने के लिए हम सभी लोगों की जिम्मेदारी बनती है संरक्षण के माध्यम से होने वाली पानी की समस्या का समाधान निश्चित रूप से होगा।

उन्होंने कहा कि जल स्रोतों से उपयोग करने वाले पानी का दुरुपयोग ना करें आवश्यकतानुसार उपयोग उपयोग करते हुए बर्बाद होने वाले एवं वर्षा के पानी को संरक्षित करें इससे जहां पर्यावरण को भी बल मिलेगा और दूसरी तरफ पानी की समस्या के समाधान के साथ-साथ जलस्तर में भी बढ़ोतरी होगी। इस दौरान प्राकृतिक जल स्रोत के इर्द-गिर्द जिलाधिकारी अनुराग ने फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण भी किया कार्यक्रम में जिला मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य सीएम ओ अनिल श्रीवास्तव उप जिलाधिकारी विकास यादव तहसीलदार विजय प्रताप सिंह सिंचाई विभाग एवं लघु सिंचाई विभाग संबंधित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे वहीं ग्राम तुर्रा ओरहा चदौर बरछा हड़हा भुसासी सहित तहसील क्षेत्र के सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान सचिव ग्रामीण उपस्थित रहे।

रोगियों की तलाश में स्वास्थ्य टीमों ने दी दस्तक

  • घरों के बाहर लगाए जा रहे स्टीकर व पोस्टर
  • 1445 टीमें लगाई गईं, 30 जुलाई तक चलेगा अभियान 

बांदा। दस्तक अभियान का आगाज शनिवार से हो गया। 30 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान के दौरान आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पांच तरह की बीमारियों का पता लगाएंगी। अगर किसी के घर के पास मच्छर पनप रहे हैं तो उसकी भी रिपोर्ट ब्लाक पर करेंगी। रोगियों को चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी। जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ ही शनिवार से दस्तक कार्यक्रम भी शुरू हो गया है। बताया कि अभियान में 1445 आशा कार्यकत्री व 1407 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को लगाया गया है। इसी के साथ अभियान का सुपरविजन करने के लिए एएनएम, हेल्थ सुपरवाइजर, बेसिक हेल्थ वर्कर्स को भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि आशा घर-घर जाकर परिवार के लोगों से मलेरिया, टीबी, सर्दी, जुकाम व बुखार (आईएलआई व सारी) से संबंधित सवाल पूछेंगी। 

इसी के साथ वह यह भी जानकारी लेंगी की घर में कोई अति कुपोषित बच्चा तो नहीं है। अगर किसी में बीमारी के लक्षण मिलते है या कोई अति कुपोषित बच्चा मिलता है तो इसकी सूचना वह संबंधित ब्लाक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को देंगी। संबंधित विभाग सूचना के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि अगर किसी घर के पास जल जमाव है तथा वहां पर लार्वा पैदा हो रहा है तो इसकी भी सूचना आशा देंगी। सूचना के बाद मलेरिया विभाग वहां का निरीक्षण कर जल निकासी, दवा के छिड़काव आदि की व्यवस्था संबंधित से कराएगा। अभियान की जिला स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा कर कमियों को दूर किया जाएगा। अगर किसी को बुखार के लक्षण हों तो आशा कार्यकर्ता से छिपाए नहीं, बल्कि खुल कर बताएं। बुखार का समय से पता चल जाने से जांच कर सही दिशा में इलाज हो सकता है।

कुपोषित भी होंगे चिह्नित

अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की सूची तैयार करेंगी। यह सूची एनएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय भेजी जाएगी। जहां बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर भेजकर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराएगा। इस अभियान में बुखार के अलावा गंभीर रोगों के मरीजों को भी सूचीबद्ध किया जाएगा। इनका निशुल्क इलाज भी होगा। साथ ही 12 वर्ष से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड का टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीके से प्रतिरक्षित किया जाएगा।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की योजना के मिनी किट वितरित

कमासिन/बांद। केंद्र व राज्य सरकार के तत्वावधान में संचालित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत ब्लाक प्रमुख की अध्यक्षता में दलहन व ढैंचा के मिनी किटों का वितरण किया गया केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से संचालित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत गरीब किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर अरहर मूंग उड़द तथा ढैंचा के मिनी किटों का वितरण ब्लाक प्रमुख रावेन्द्र गर्ग की अध्यक्षता में किया गया  क्षेत्र में चार सौ मिनी किटों के लक्ष्य के सापेक्ष दो सौ किसानों को किट वितरित किए गए कृषि रक्षा इकाई प्रभारी रोहित पटेल अरुण कुमार बीटीएम दीना नाथ राजेंद्र आदि के सहयोग से वितरण किया गया भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा महिला मंडल मोर्चा अध्यक्ष उमा सिंह सहित भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रात में अचानक लगी आग से गृहस्थी का पूरा सामान सहित नगदी जलकर खाक

बबेरू/बांदा। बीती रात बबेरू कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत थरथुवा गांव पर रात्रि में अचानक चूल्हे की आग से रिहायशी मकान पर आग लग गई। जिससे मकान धू धू कर जलने लगा, रात्रि में अन्य लोगों की नजर पड़ी तो ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक गृहस्थी का पूरा सामान जलकर खाक हो गया, वही पैंट की जेब में रखे 27000 रुपये नगद भी जलकर खाक हो गए। मामला बबेरू कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत थरथुवा गांव का है। जहां का रहने वाला मलखान यादव पुत्र सुखराज यादव के रिहायशी कच्चे मकान पर रात्रि में चूल्हे की आग से हवा के झोंके पर पूरे घर में आग लग गई। जैसे ही ग्रामीणों ने आग की लपटें देखी तो पूरे ग्रामीण इकट्ठा होकर हैंड पंप व समरसेबल से पानी लेकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 

लेकिन तब तक आग बुझती तो घर में रखा गेंहू 20 कुंतल, सरसों, दाल ,चावल और गृहस्थी का सामान सहित पैंट की जेब पर रखे 27000 रुपये जलकर खाक हो गए, जिससे मकान मालिक मलखान यादव का रो रो कर बुरा हाल है। आग की सूचना राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को दी गई है, जिसमें आज शनिवार को दोपहर पर राजस्व निरीक्षक व लेखपाल आग से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए पहुंचे, वही मकान मालिक मलखान यादव ने राजस्व विभाग से आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग किया है।

रात्रि में तीन घरों पर चोरों ने बनाया निशाना

  • लाखों के जेवरात सहित नगदी किया पार

बबेरु/बाँदा। बबेरु  कस्बा स्थिति घसिला तालाब अतर्रा रोड पर रात्रि में तीन घरों को चोरों ने निशाना बनाया हैं, जिसमें लाखो रुपये की कीमत के सोने चांदी के जेवरात सहित नगदी रुपये पार कर दिया। घटना की खबर से मुहल्ले में सनसनी फैल गयी। पीड़ितों ने बबेरु कोतवाली में तहरीर दी है। मामला बबेरु कस्बे के घसिला तालाब नेता नगर अतर्रा रोड का है। जहां के रहने वाले मनीष पटेल के घर को चोरों ने निशाना बनाया। जिसमे घर के अंदर घुस कर अलमारी का लॉकर्स तोडा और सोने चांदी के जेवरात लगभग 4 लाख कीमत के एवं नगदी 87 हजार रुपये पार कर दिया है। मनीष पटेल ने कोतवाली में तहरीर देकर पड़ोस के एक शातिर व्यक्ति पर शंका जाहिर किया है। वही पड़ोसी राजाराम, और महेंद्र कुमार यादव ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया हैं कि मुहल्ले के ही रहने वाले पर चोरी करने की शंका है। 

वही बताया कि चोरों ने एक रात में तीन घरों को निशाना बनाया है। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी  निरीक्षक अरुण कुमार पाठक ने पुलिस बल के साथ चोरी की घटनाओं का मौका मुवायना कर जल्दी ही चोरी का खुलासा किये जाने का भरोसा दिलाया है। वही मकान मालिक मनीष पटेल ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद हम लोग सो गए थे। जब सुबह उठे तो अलमारी का लॉकर टूटा पड़ा था। और रखे जेवरात व नकदी रुपए गायब थे, साथ में ही हमारे पड़ोसी राजाराम और महेंद्र कुमार यादव के घर में भी चोरी हुई है। हमें शक है कि मोहल्ले का ही एक व्यक्ति है जिसने चोरी की होगी, जिसके खिलाफ हमने बबेरू कोतवाली पर तहरीर दिया है।

समस्याओ को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ ने दिया धरना

  • सीएम को भेजा मांगों का पुलिंदा

बांदा। शनिवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जनपद में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे जनपद से सैकड़ों शिक्षकों ने प्रतिभाग कर दोपहर से सायंकाल तक अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया और धरने के अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। धरने को संबोधित करते हुए मंडलीय मंत्री मेजर मिथलेश कुमार पांडेय ने कहा कि आज स्थिति आ गई है कि हम नई मांगों को तो छोड़िये किंतु पुरानी उपलब्धियों को बरकरार रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वर्तमान सरकार साजिश और षड्यंत्र के तहत कर्मचारी संगठनों को कमजोर कर रही है।

यह बहुत ही खेदजनक  स्थिति है। हम सबको एकजुटता के साथ संगठित रहना होगा, तभी हमारी उपलब्धियां बची रह पाएंगी। धरनें को पूर्व जिला अध्यक्ष राज किशोर चौबे, देवव्रत पांडे, पूर्व जिला मंत्री अजीत कुमार सिंह, प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी, आदि ने संबोधित किया । सभी ने अपने वजूद को बचाए रखने के लिए संगठन की एकजुटता के महत्व को बल दिया । धरने के दौरान जनपद के शिक्षकों के मध्य सरकार द्वारा की गई कटौतियों की लेकर के काफी आक्रोश  था। शिक्षक नेताओं ने बताया कि सरकार पुरानी पेंशन के नाम पर शिक्षकों का पैसा तो काट रही है लेकिन यह पैसा कहां जा रहा है, किसी को नहीं पता।  

कार्यक्रम का संचालन पूर्वी जिलाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी ने किया। जिलाध्यक्ष संतोष द्विवेदी ने अपने वजूद को बचाए रखने के लिए सभी को एकजुट रहने के लिए आह्वान किया। जिला मंत्री रामचंद्र सोनकर ने सभी आए हुए शिक्षक साथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, स्वागत किया। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष लाल बिहारी कुशवाहा, बसंत बल्लभ जी, राजा कैलाश चंद्र, वेद प्रकाश, जुगल किशोर तिवारी, बाबूलाल विश्वकर्मा, सुरेश चंद्र वर्मा, जितेंद्र बहादुर सिंह, शिव शंकर निगम, अमर सिंह, हरिशंकर जी, अवध किशोर मिश्रा, सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।

जल संरक्षण पर गोष्ठी आयोजित 

अतर्रा/बांदा। ब्रह्म विज्ञान इंटर कालेज में जल संचयन एवं संरक्षण विषय पर कालेज प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी ने छात्र छात्राओं के साथ बैठक करते हुए कहा जल है तो जीवन है, जल की एक-एक बूंद हमारे लिए उपयोगी है, इसलिए इसका दुरुपयोग ना करें स  अनावश्यक पानी को ना बहने दे, साथ ही वर्षा काल में पानी को बचाने के लिए मेड़बंदी या छोटे छोटे तालाब या टैंक बनाकर जल का संग्रहण करके पानी की बूंदों को अपने आने वाले कल के लिए बचाये स प्रधानाचार्य ने छात्र छात्राओं सहित शिक्षकों को वृक्षारोपण करने की अपील किया। इस मौके पर कालीचरण बाजपेई, अरुण कुमार, चेतराम, सुशील, सुरेंद्र, धीरेंद्र, कमलेश, सोमनाथ, जेपी कोमल, सहित शिक्षक उपस्थित रहे।

जहर खाने से पांच की हालत बिगड़ी

बांदा। शहर कोतवाली क्षेत्र के जवाहर नगर निवासी स्वाति (19) पुत्री रामू ने शनिवार को सुबह घरेलू विवाद से नाराज होकर जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर घर वालों को जानकारी हुई तो उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। एक अन्य घटना में पैलानी थाना क्षेत्र के खप्टिहाकलां गांव निवासी राधा (17) पुत्री लल्लू ने गुरुवार की रात घर वालों की डांट से नाराज होकर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, बिसंडा थाना क्षेत्र के नीलम (18) पुत्री हरछठिया ने भी शुक्रवार को सुबह घर पर जहर खा लिया। एक अन्य घटना में बदौसा थाना क्षेत्र के पौहार गांव निवासी हरिश्चंद्र (16) पुत्र रामकरन ने शनिवार को दोपहर घर पर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।इसी तरह देहात कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर गांव निवासी दीपक (26) पुत्र सुधुवा ने शनिवार को दोपहर घरेलू विवाद के चलते घर पर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालत बिगड़ने पर परिजनों को जानकारी हुई तो उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

निर्माणाधीन मकान में उतरा करंट, दो मजदूर घायल

बांदा। निर्माणाधीन मकान में मजदूरी करते समय नजदीक से गुजरी एचटी लाइन करंट की चपेट में आकर दो मजदूर झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बबेरू कोतवाली क्षेत्र के बदौली गांव निवासी आनंद (30) पुत्र छोटेलाल शनिवार को सुबह पड़ोसी के निर्माणधीन मकान में मजदूरी करते समय ऊपर से गुजरी एचटी लाइन में सरिया छू जाने से करंट की चपेट में आकर झुलस गया। बचाने आया साथी सदानंद (18) पुत्र रामबहोरी भी झुलस गया। दोनों को करंट से अलग कर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया।


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