ज्येष्ठ मास के तृतीय बड़े मंगल को जगह-जगह हुआ भव्य भंडारे का आयोजन



बजरंगबली के भजनों जयकारों के साथ भंडारों का हुआ आयोजन

श्रेयांश सिंह सूरज, विशेष संवाददाता    

बाराबंकी जिले में ज्येष्ठ मास के तृतीय बड़े मंगलवार को चिलचिलाती धूप में भी हनुमान जी के मंदिरों में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा, वहीं जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया।शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी हनुमान जी के मंदिरों में भी भक्तों की आस्था देखने को मिली। रामसनेहीघाट क्षेत्र के भिटरिया-हैदरगढ़ मार्ग स्थित  सूरजपुर फार्म निकट अकोहरी पुल के समीप हनुमान मंदिर पर भंडारे का भव्य आयोजन वन दरोगा ओम प्रकाश यादव (ओपी यादव)ने किया। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने पूड़ी सब्जी बूंदी ठंडे पानी के साथ प्रसाद ग्रहण किया। लालपुर निवासी राम प्रताप सिंह संग्रह अमीन ने प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने निवास पर बड़े ही धूमधाम से भव्य भंडारे का आयोजन किया जो सुबह से शुरू हुआ और देर शाम तक चलता रहा। जिसमें काफी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।   

   

ग्रामीण क्षेत्रों में ज्येष्ठ माह के तीसरे बड़े मंगल पर मंदिरों में सुबह से भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया। दिनभर पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। वहीं बजरंगबली के जयकारों के साथ भंडारों का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर हनुमान भक्तों ने विधिविधान से पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया। भंडारा कार्यक्रम के दौरान पूरा पंडाल बजरंग बली के भजनों व जयकारों से गूंजता रहा। दरियाबाद के मालिनपुर चौराहे पर सपा नेता लवकुश यादव निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड द्वारा भी विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। वहीं भिटरिया में अमित तिवारी त्रिदेव द्वारा भी भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।पूरे अमेठिया निवासी समाजसेवी आशीष सिंह पत्रकार ने भी भव्य भंडारे का आयोजन किया। जिसमे काफी संख्या में भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया।

इस मौके पर बृजराज सिंह, आयुष सिंह, अतुल सिंह समेत अन्य मौजूद रहे। क्षेत्र के रामसनेही घाट, देवीगंज, असंद्रा, हैदरगढ़, कोटवासड़क, बेलहा, बनीकोडर, बहरेला, पठखनपुरवा, भवनियापुर, सुबेहा, सिद्धौर, समेत कई मुख्य चौक-चौराहों पर श्रद्धालुओं ने भंडारे का आयोजन किया। कहा जाता है कि जब प्रभु श्री राम अपने दायित्वों का निर्वहन करने के बाद निज धाम को पधारने के लिये तैयार हुए तो उन्होने अपने प्रिय भक्त के रूप में हनुमान जी से भी साथ चलने का आग्रह किया। हनुमान जी ने प्रभु के चरणों में गिरकर निवेदन किया कि मैं यदि साथ चलूंगा तो संसार में आपका नाम जो लेंगे, उनकी समस्याओं का समाधान कौन करेगा।उन्होने कहा कि प्रभु मैं ध्यान रखूंगा कि संसार में रहते हुए जो भी आपके नाम का जप करें, उन्हे किसी प्रकार की समस्या न हो।

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