बीमारी, टेंशन, निंदा, अपमान, धन में कमी हो, बरकत न हो रही हो तो जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलो, फर्क खुद देखो

जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव की नाम ध्वनी बोलने से मन भी रुकने लगेगा

पुणे (महाराष्ट्र)। जीते जी मुक्ति मोक्ष प्राप्त करने का पांच नामों वाला मार्ग नामदान देने के एकमात्र अधिकारी, आत्मकल्याण के साथ-साथ दुनिया की दुःख तकलीफों में भी आराम दिलाने वाले प्रभु के नाम जयगुरुदेव के प्रचारक, नाम ध्वनि के रूप में कर्मों को काटने का इतना आसान उपाय जिसे कोई भी कभी भी कैसे भी कर के अपनी किसी भी तरह की परेशानी में आराम पा सकता है- ऐसा सरल उपाय बताने वाले, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 27 मई 2023 प्रातः पुणे में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने से भी मन इधर-उधर भागने से रुकने लगता है क्योंकि यह वक्त का नाम है, वर्णनात्मक नाम है। गुरु महाराज जैसे सन्त द्वारा जगाया हुआ नाम है। इसमें जो ताकत शक्ति है, यही जान-अनजान में बने बुरे कर्मों को काटती है। मन कर्मों के अनुसार इधर-उधर भागता है। यही तो बुरा काम कराता है। तो फिर मन उधर से हटता है, कमजोर पड़ता है।

जयगुरुदेव नाम करता है आत्मा की सफाई

जयगुरुदेव नाम की ध्वनि अगर आप लगातार बोलने लग जाओ तो इससे सफाई भी हो जाती हैं। जैसे गंदगी गोबर मिट्टी जंग लगे लोहे को पारस पत्थर से छुआने पर सोना नहीं बनेगा लेकिन सफाई करके छुआओगे तो बन जायेगा। ऐसे ही यह जयगुरुदेव नाम आत्मा की सफाई करता है। इससे भी बहुत फर्क पड़ता है, लाभ मिलता है।

लोगों को कर्मों की सजा किस रूप में मिल रही हैं

लोगों के कर्म जब बन जाते हैं तो कर्मों की सजा मिलती है। बीमारी के रूप में, टेंशन, रुपया पैसा बरकत न होना, निंदा अपमान आदि के रूप में यह सजा मिलती है। तो कर्म काटने के लिए बराबर आदत डालो। जहां भी रहो जयगुरुदेव नाम की ध्वनि अंदर में बोलते रहो तो भी कोई दिक्कत नहीं।

जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोल कर घर से निकलो

घर से निकले, ध्वनि बोल करके निकले। ट्रेन, बस में बैठे हो, कोई काम नहीं है, ग्राहक नहीं आया, दफ्तर में कोई काम नहीं है, आंख बंद किया जयगुरुदेव नाम की ध्वनि ही बोलने लग गए। तो भी ये मन को रोक देता है। जहां भी ध्यान लगाओगे तो बराबर याद कर लो। जयगुरुदेव नाम अन्य लोगों को भी बता सकते हो। रिश्तेदार, मिलने-जुलने वाले, बच्चों! साथ में पढ़ने वाले विद्यार्थी हो, दुकानदार ग्राहक साथी पड़ोसी मित्र, कोई भी हो, आपका संबंध है, उसको भी बता सकते हो।

पांच नाम नहीं लेकिन जयगुरुदेव नाम ध्वनि के बारे में सबको बता दो

पांच नाम जो आपको बताये गए, उन्हें किसी को भी मत बताना लेकिन इसको तो आप बता सकते हो। तो उसका भी फायदा हो जायेगा, उसका भी लाभ आपको मिल जाएगा। कहते हैं भटके को रास्ता बताना पुण्य का काम होता है। ऐसे बोलना रहेगा- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव।

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