बाबा जयगुरुदेव जी के मंदिर निर्माण में नये-पुराने सभी सतसंगी नामदानियों की मेहनत ईमानदारी की कमाई लगनी चाहिए कोई वंचित न रहे

सबको खबर की जा रही हैं कोई भी तन, मन, धन की सेवा के अवसर से चूकना नहीं

बावल (हरियाणा)। निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, सबको इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाने का, सेवा का मौक़ा देने वाले, केवल मेहनत और ईमानदारी की कमाई करने की प्रेरणा देने वाले इस समय के महापुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 9 जुलाई 2023 प्रात: बावल आश्रम, रेवाड़ी (हरियाणा) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि अच्छा काम करने की इच्छा पैदा करने से, सोचते रहने से, हाथ पैर आंख कान, धन से सेवा करने की इच्छा मन पैदा करता रहता है।  मन की भी सफाई जरूरी है। मन दुनिया की तरफ लगा हुआ है। उधर से हटा करके जब इधर लगाया जाएगा तब यह काम होगा। मन के साथ-साथ तन और धन दोनों की सेवा की जरूरत होती है। आजकल देखो सबकी अब जरूरत पड़ेगी। मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। आप लोगों से पहले हाथ उठवाया गया, पूछा गया था कि बनवाया जाए? सब लोगों ने कहा था बनाया जाए। सबने कहा था सहयोग करेंगे। अब समय आ गया है, सहयोग करने का। तन और धन दोनों से भी सहयोग की जरूरत है। तो योजना सब लोग बना लो।

इंजीनियर साहब ने समय सीमा निश्चित कर दिया

इंजीनियर साहब ने समय निश्चित कर दिया है कि इस समय तक इसको बना करके तैयार कर देंगे। उसके साथ ही साथ जैसा मैंने याद दिलाया, जब तन मन धन की सेवा आप कर पाओगे, उसमें सक्षम हो पाओगे तब यह हो पाएगा। इसलिए अब जरूरत पड़ेगी, मेहनत करने वालों की, राजमिस्त्री का, लोहे का, बिजली का, नल फिटिंग का काम जो जानते हैं, यह जो इंजीनियर लोग हैं, काम करते-कराते हैं, जिनको अनुभव होता है कराने का, उनकी भी जरूरत पड़ेगी, सेवा करने-कराने वालों की सबकी जरूरत पड़ेगी। सामान कैसे आएगा, कहां से होगा, उसके लिए मेहनत की कमाई लगाने की आपको जरूरत पड़ेगी। आप सब लोग योजना बना लो। इस खबर को पूरे देश में आप फैला दो, बता दो कि यहां काम तेजी से शुरू होने वाला है। इसलिए सबको मौका मिलना चाहिए। सब लोग सेवा के अवसर का मौका ले लें, सबके लिए मौका है।

नए पुराने सभी की मेहनत ईमानदारी की कमाई लगनी चाहिए तभी तो महत्वपूर्ण बनेगा स्थान

जो भी जिम्मेदार मंदिर बनवाने के लिए मन बना लिए हो तो आप सबकी सेवा ले लो। कोई वंचित न रह जाए। सबके पसीना बहाने से बनेगा, जो मेहनत करके, कमाई बचत किए हैं, अपने बाल-बच्चों की परवरिश के बाद उनका जब लगेगा तभी तो उनके कर्म कटेंगे, तभी तो यह महत्वपूर्ण स्थान बनेगा। सबका लगना चाहिए। सबकी सेवा लगनी चाहिए। ऐसी योजना आप जिम्मेदार लोग बना लो।

गुरु महाराज के मंदिर बनाने में नए पुराने सभी तन,मन, धन का योगदान कर सकते हो

जो भी प्रेमी आप जयगुरुदेव नाम से जुड़े हुए हो, गुरु महाराज के शिष्य हो या गुरु महाराज के जाने के बाद जो नामदान लिए हो, सबको कहा जा रहा है, आप सब लोग गुरु महाराज के मंदिर बनाने में योगदान कर सकते हो। अपने-अपने जिलों में जो जिम्मेदार लोग बना दिए गए हैं, उनको नाम लिखा सकते हो कि हम इंजीनियर है, नक्शा बना सकते हैं, खड़े होकर बनवा सकते हैं, कोई बिजली का काम जानते हो कि हम बिजली का काम कर सकते हैं, सब आप बता दो। अपने-अपने जिले के जिम्मेदारों को लिखा दो। जिले के जिम्मेदार, प्रांत के जिम्मेदारों को बता देंगे कि हमारे पास इतने लोगों की लिस्ट तैयार है। जो भी काम जानते हो, उसकी लिस्ट तैयार कर लेंगे। जब यहां जरूरत पड़ेगी, जिम्मेदारों को खबर जाएगी और वहां से टीम भेज देंगे। हर महीने टीम यहां आने लग जाएगी। कभी कहीं से, कभी कहीं से, सब को बारी-बारी मौका मिलना चाहिए।

सभी प्रेमियों तक खबर पहुंचा दो कि मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से शुरू होने वाला है

सब जगह से प्रेमी चाहते हैं। हम समझ रहे हैं उनकी भावनाओं को। उनके अंदर भावना है कि हम मंदिर बनाने में अपनी सेवा तन मन धन की देंगे। सब लोग देंगे। आपको योजना बनानी है। और लोग आएंगे, आपसे पूछते रहेंगे कि हमारा नंबर कब आएगा। सबको कम से कम एक-दो बार तो मौका मिल ही जाए, यहां सेवा करने का। ऐसी योजना आप लोग बना लीजिए। इस खबर को आप पहुंचा दीजिए कि भाई तन की सेवा बड़ी सेवा होती है। कर्म ज्यादा इसी से बनते हैं तो कर्म काटना जरूरी होता है। सब जगह उसकी लिस्ट तैयार करा लो और बराबर इनको बुलाते रहो।

संकल्प बनाने की जरूरत है बाल बच्चों के खर्चे के बाद इसमें लगाया करेंगे

बात सामान की, तो अन्य चीजों की जो जरूरत पड़ेगी, उसकी पूर्ति करनी पड़ेगी। तो महीना-महीना वह भी निकल जाया करेगा। आपका अच्छे काम में लग जाए करेगा तो बहुत अच्छा रहेगा। करना तो पड़ता ही है। नहीं करोगे इस माया के युग में तो उसमें ढीलाई होगा। इसलिए संकल्प बनाने की जरूरत है कि बाल-बच्चों के खर्चे के बाद जो भी बचता है, इसमें लगाया करेंगे।

गुरु के नाम पर चाहे नए हो या पुराने हो, सबका सहयोग रहेगा

सब लोग अगर चाह लोगे तो संख्या कम नहीं है। अरे करोड़ों की संख्या हो गई। गुरु महाराज के समय से लेकर के अब तक के समय में करोड़ों नामदानी हो गए। इसलिए कोई कमी नहीं है। गुरु के नाम पर तो चाहे नए हो या पुराने हो, सबका सहयोग रहेगा। उनको बताने की जरूरत है, उनसे काम लेने की जरूरत है।

योजना बना लो, अब अभियान चलाओ

और लोगों को बता दो कि आपकी जरूरत है। आपके हर तरह की सेवा की जरूरत है। जो भी जिले प्रांत के जिम्मेदार हो, आप लोग अब योजना बना लो कि कैसे किस तरह से होगा।, कैसे इनकी सेवा ली जाएगी, कैसे लगाया जाएगा। इसकी योजना आप सब लोग बना लो। बोलो जयगुरुदेव।

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