हम आपस में लड़ेंगे नहीं , बल्कि एक रहेंगे - नज्जमुस्साकिब अब्बासी



विशेष संवाददाता

गाजीपुर। सौहार्द एवं बंधुत्व मंच गाज़ीपुर द्वारा गाज़ीपुर नगर के रूहीमण्डी स्थित बंधन मैरेज हाल में एक संवादशाला का आयोजन किया गया, जिसका विषय "आओ दोस्ती करें और हम सब मिलकर आगे बढ़ें" रखा गया था। सौहार्द को बढ़ावा देने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन अनेकता में एकता को प्रदर्शित करने के लिये किया गया था।इस सवादशाला में सभी धर्मों के लोग उपस्थित रहे और बारी बारी से सभी ने अपने विचार रखे। संवादशाला की शुरुआत कार्यक्रम के आयोजक तारिक नसीम अब्बासी अपनी बातों को रखते हुए कहा कि आज आवश्यकता बंधुता की चर्चा करने भर की नहीं है, बल्कि हर जगह इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है और इसके लिए डोर टू डोर जाकर बताने की जरूरत है कि जब तक समाज में भाईचारा नहीं होगा, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। 

वक्ताओं के क्रम क्रम में फेलो साथी अखिलेश मौर्य ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि आज देश में सभी को जाति एवं धर्म से ऊपर उठकर सोचना होगा और समाज में सौहार्द को बढ़ाने के लिए सभी को मिलकर साझा प्र्यास करना होंगा । बंधुत्व मंच के साथी सतीश उपाध्याय ने कहा कि जिस तरह से सौहार्द टीम जगह जगह भाईचारे को बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है, वह बहुत ही सराहनीय है और हम सब मिलकर  इस मुहिम को व्यापक दायरे में फैलाएंगे। पूर्व प्रधानाध्यापक नसीम अब्बासी ने कहा कि सभी के धर्म आपसी भाईचारे की बात करते हैं और उसके लिए हम सबको एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना होगा , क्योंकि एकता में बहुत बल होता है, जब हम एक रहेंगे तो कोई हमें कोई तोड़ नहीं पाएगा।

मेंटर नज्जमुस्साकिब अब्बासी ने कहा कि आज कुछ फिरकापरस्त ताकतें अपने राजनीतिक लाभ के लिए हमे आपस मे लड़वाना चाहती हैं। मगर हम लड़ेंगे नहीं बल्कि एक रहेंगे और मजबूत बने रहेंगे तथा उनके मंसूबों को नाकाम करते रहेंगे। फेलो साथी कन्हैया राम ने कहा कि हमारा देश विभिन्नताओं का देश है जिसमें सभी धर्म एक साथ मिलकर रहते हैं और यही इसकी खूबसूरती है। अंत मे बड़े पंडित जी ने अपने विचारों को साझा किया और कहा कि  कुछ लोग निजी लाभ के लिए हिन्दू मुस्लिम  को आपस मे लड़ाना चाहते हैं। हम लोग ऐसा कतई नहीं होने  देंगे। हम सब मिलकर प्यार और भाईचारे को बढ़ाएंगे और एक दूसरे के सुख दुख में खड़े रहेंगे। फेलो साथी शशि कुमार और अच्छेलाल कुशवाह के साथ साथ मुहम्मद सैफ, मौलाना नईमुद्दीन गाजीपूरी, कुतुबुद्दीन सिद्दीकी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।  इस कार्यकम में सरफराज अहमद, मुहम्मद उमर, धर्मेंद्र कुमार, मुहम्मद अम्मार, आज़म अंसारी, मौलाना खुर्शीद नदवी, मौलाना नैयर आज़म नदवी, तौफीक़ अहमद, शाहनवाज़ सिद्दीकी, संजय यादव, रतन तिवारी, अनुज कुमार, सनाउल्लाह आदि उपस्थित थे। अन्त में कार्यक्रम संयोजक तारिक नसीम अब्बासी ने आए हुए सभी साथियों का आभार व्यक्त किया।

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