ADHYATMA NEWS : यज्ञ से देवताओं एवं पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है व्यक्ति को


राजेश शास्त्री,  संवाददाता 

(गायन की रक्षा करती हैं माता गायत्री)

उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर में श्रीमद् भागवत पुराण की अमृत बरसा और नौ कुण्डीय गायत्री महा यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उक्त उद्गार तहसील क्षेत्र इटवा अन्तर्गत स्थित विकास क्षेत्र खुनियॉव केग्राम गोरया में यजमान नन्दलाल गुप्ता द्वारा आयोजित नौ कुण्डीय संगीत मयी गायत्री महायज्ञ में वतौर कथा वाचक आचार्या श्री मती कमलावती शर्मा के हैं। 

 आपको बता दें कि मन्त्रों में गायत्री मन्त्र एक ऐसा महामन्त्र है जो गायत्री अर्थात गायन ( जप ) करने वाले की रक्षा करती है। इसलिए गायत्री का जप करनें से मनुष्य को चारों पुरुषार्थों धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह ध्रुव सत्य है। भगवान श्री कृष्ण नें गीता उपदेश में अर्जुन से कहा कि हे! अर्जुन मैं छन्दों में गायत्री छन्द हूँ इसलिए मन्त्रों में गायत्री मन्त्र की महिमा अपार है।

उन्होंने कहा था कि यज्ञ स्थल, यज्ञ एवं यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने तथा गायत्री का अनुष्ठान करवाने अथवा जप करने से समूचे क्षेत्र सहित विश्व का भी कल्याण होता है। यज्ञ से देवताओं एवं पितरों का आशीर्वाद व्यक्ति को प्राप्त होता है। जिससे उसके जीवन शैली में एका एक परिवर्तन होने लगता है। इसलिए लोगों को स्वयं तथा विश्व के कल्याण हेतु यज्ञ आदि धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करवाना चाहिए। किन्तु किसी विद्वान आचार्य से ही। शर्मा ने एक वार्ता के माध्यम से संवाददाता को बताया। 

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भक्तों को नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं अनुष्ठान के विषय में अवगत कराते हुए यह बात कहीं। जानकारी में कथा वाचक नें कार्यक्रम के बारे घोषणा करती हुए बताया कि यह यज्ञ इक्कीस मार्च से शुरू होकर सत्ताइस मार्च तक चलेगा। 

जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों जैसे पावन मंगल कलश की शोभा यात्रा से शुरू होकर संगीत मयी श्रीमद् भागवत कथा प्रतिदिन यज्ञाहुति दीक्षा एवं विद्यारम्भ संस्कार नारी जागरण गोष्ठी सहित कृष्ण लीला आदि विभिन्न कार्यक्रमों का मंचन किया जायेगा। तत्पश्चात पूर्णाहुति के उपरान्त यज्ञ का विसर्जन किया जायेगा। इस अवसर पर क्षेत्र के तमाम नागरिक एवं पत्रकार सहित नेता व्यापारी व गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति काफ़ी सराहनीय रही।

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