गृहमंत्रालय की
स्क्रीनिंग कमेटी ने यूपी के तीन आईपीएस अधिकारियों को सरकारी सेवा के उपयुक्त
नहीं पाते हुए समय से पहले ही रिटायमेंट दे दिया है। तीनों अधिकारियों पर गंभीर
आरोपों की बात कही गई है। रिटायर किये गए
तीनों आईपीएस अधिकारियों में पहला नाम-
1 - अमिताभ ठाकुर
अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस के साथ-साथ कवि व लेखक हैं। उन्होंने
अपने रिटायर होने की जानकारी ट्विटर पर भी दी। उनका विवादों से हमेशा नाता रहा। फिलहाल,
अमिताभ आईजी रूल्स एंड मैनुअल के पद पर थे। आपको बता दें कि कई बार सत्ता में बैठे
लोगों को अमिताभ से परेशानी हुई जब अखिलेश की सरकार थी। अखिलेश सरकार में मुलायम
सिंह से विवाद का ऑडियो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद अमिताभ
ठाकुर ने अखिलेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। अमिताभ के खिलाफ पांच विभागीय
कार्रवाई भी हुई थी।
उनके खिलाफ आरोप
था कि 16 नवम्बर 1993 को आईपीएस की सेवा प्रारंभ करते समय अपनी
संपत्ति का ब्योरा शासन को नहीं दिया था। इसके साथ ही उन्होंने 1993 से 1999
उन्होंने अपनी पत्नी व बच्चों के नाम से काफी संख्या में चल एवं अचल संपत्तियां, बैंक व पीपीएफ जमा की हैं। उनको ऋण व उपहार प्राप्त हुए थे, किन्तु उन्होंने इसकी सूचना शासन को नहीं दी। इसके बाद अमिताभ ठाकुर कोर्ट पहुंच गए। कोर्ट के आदेश के उन्हें फिर बहाल किया गया। उन्होंने ड्यूटी तो ज्वाइन कर ली पर उसके लाइम लाइट में नहीं आए।
2- राजेश कृष्ण
आपको बता दें कि
वर्तमान में राजेश कृष्ण सेना नायक 10वीं बटालियन बाराबंकी में तैनात थे। उनका नाम आज़मगढ़ में पुलिस भर्ती घोटाले
में आया था।





0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.