भारत-ब्रिटेन व्यापार परिषद के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांत ने मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालांकि झटकों से उबारने को सरकार ने कई कदम उठाए। इनमें राजकोषीय, वित्तीय व दीर्घकालिक संरचनात्मक सुधार जैसे कदम शामिल हैं। इन सुधारों से अर्थव्यवस्था में वी-आकार में तेजी से सुधार देकने को मिला। इस कारण भारत अब भी सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य बना हुआ है।
अगर हम रेटिंग एजेंसी फिच
की बात करें तो वह वर्ष 2021-22 के लिए भारत का विकास दर अनुमान 1.8 फीसदी बढ़ा
दिया है और कहा कि लॉकडाउन और मंदी से उबर रही भारतीय अर्थव्यवस्था का सुधार
अनुमान से ज्यादा तेज है। पहले अगले वर्ष के लिए 11 प्रतिशत विकास दर का अनुमान
लगाया था। उधर एसबीआई ने कहा कि पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक
और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने आर्थिक प्रदर्शन को अपने संशोधन अनुमान में ज्यादा
बताया है।

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