LOCKDOWN का टेंशनः दुकानदारों ने शुरू की जमाखोरी


  • खाद्य सामग्री सहित गुटखों का किया जा रहा स्टाक 

अरबिन्द श्रीवास्तव

बांदा। नाइट कर्फ्यू लागू होने के बाद से लोगों को जहां लॉकडाउन का भय सताने लगा है, वहीं बाजार में भी जमाखोरी करने का सिलसिला अंदरखाने शुरू हो चुका है। गुटखा के साथ ही अन्य चीजों को भी डंप करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इधर, लोगों में भी इस बात का भय है कि पिछली बार लाकडाउन के दौरान बहुत ही महंगी सामग्री बिकी थी। सबसे ज्यादा कालाबाजारी तो गुटखा की हुई थी। 

इसके साथ ही खाद्य सामग्रियों के दाम भी अचानक बढ़ा दिए गए थे। सब्जी भी महंगी ही मिल रही थी। लोगों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू लग जाने के बाद से ही लाक डाउन जैसी स्थिति बनने की संभावना को देखते हुए बाजार में जमाखोरी की जा रही है।नाइट कर्फ्यू के साथ ही अब लाकडाउन का भय लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। बाजार में बड़े दुकानदारों ने माल डंप करना शुरू कर दिया है। 

चाहे किराना व्यापारी हो या फिर गुटखा व्यापारी, सभी लॉकडाउन का इंतजार करते हुए सामग्री को डंप करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि शासन की ओर से सीधे यह कहा जा रहा है कि लाकडाउन नहीं होगा। लेकिन बाजार में लोग लाकडाउन की अफवाह फैलाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। देखादेखी में तमाम सामग्री को डंप करने का प्रयास किया जा रहा है। जिले और शहर के लोग नाइट कर्फ्यू को लाकडाउन की एक कड़ी मान रहे हैं।

लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान जित तरह से कई महीनों तक लॉकडाउन के हालात रहे, उसको याद करके ही दिक्कत महसूस होती है। अलबत्ता कोरोना के मरीजों के बढ़ने के कारण मजबूरन प्रशासन को नाइट कर्फ्यू लागू करना पड़ा है। शनिवार को नाइट कर्फ्यू का ऐलान होने के बाद से ही लोगों ने कुछ ही घंटों में जरूरत का सामान खरीदा। बाजार में एकबारगी भीड़ नजर आई थी। कोई दूध, ब्रेड तो कोई सब्जी और अन्य सामान की खरीददारी करता नजर आया।

इसके साथ ही दुकानदारों ने भी जिला प्रशासन के निर्देश का पालन किया और समय रहते दुकान बंद कर दी थी। नाइट कर्फ्यू का पालन कराने के लिए जिलाधिकारी की ओर से सख्त आदेश जारी किए गए हैं। पुलिस महकमे ने भी मेहनत की और डीएम के आदेशों का सख्ती के साथ पालन कराया। रात को आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही सड़क पर दिखे। नाइट कर्फ्यू के बाद अब लोगों को लॉकडाउन की स्थिति का आभास होने लगा है। 

लोगों का कहना है कि अगर कोरोना संक्रमण पर ब्रेक नहीं लगा तो एक बार फिर से लाकडाउन की स्थिति मा सामना करना पड़ेगा। इसको लेकर लोगों के माथे पर सिकन नजर आ रही है। शहर के विभिन्न स्थानों पर कोरोना मरीजों के मिलने के कारण हाटस्पाट और कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इधर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि नाइट कर्फ्यू का सख्ती के साथ पालन कराया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

इसके साथ ही मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने की भी अपील की जा रही है। इधर, सभी लोगों को मास्क लगाया जाना अनिवार्य किए जाने से एक बार फिर से मास्क की बिक्री में तेजी आई है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि अभी शनिवार की दोपहर तक जब तक जिलाधिकारी ने नाइट कर्फ्यू का आदेश जारी नहीं किया था, तब तक तो मास्क की डिमांड कम ही रही। लेकिन अब एकबारगी मास्क की बिक्री शुरू हो गई है। 

इसके साथ ही सेनेटाइजर की बिक्री में भी इजाफा होने लगा है। लोगों का कहना है कि सावधानी के चलते ही कोरोना महामारी से बचा जा सकता है। इसको लेकर मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल एक बार फिर से तेजी के साथ शुरू हो गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनडी शर्मा ने कोरोना महामारी से बचने के लिए कोरोना टीका लगवाए जाने की अपील लोगों से की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है। 

सीएमओ ने कहा कि जिला अस्पताल के अलावा अन्य सेंटरों पर भी टीकाकरण का कार्य किया जा रहा हैं। जिले की सभी सीएचसी में कोरोना टीका लगाए जाने की व्यवस्था है। इसलिए सभी लोग सेंटरों में पहुंचकर कोरोना टीका लगवाएं ताकि कोरोना महामारी से बचा जा सके। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सावधानी के साथ ही कोरोना जैसी महामारी से बचा जा सकता है। लापरवाही करने पर संक्रमण की चेन नहीं टूट पाएगी।

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