कोविड-19 महामारी के दौरान आक्सीजन की कमी ने वृक्षों के महत्व को बता दिया


  • ग्रामों में किया जा रहा वृक्षारोपण कार्य

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में, खेत में मेड मेड में पेड़  मिशन की बधाई मन की बात में पीएम मोदी ने की इससे गांव वाले बहुत ही उत्साहित हैं और इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर यहां के किसान खड़े हैं इसको और आगे बढ़ाने के लिए यहां मेड़ों वृक्षारोपण की भी शुरुआत की जानी है इस मिशन के अलावा गांव में वृक्षारोपण रोपड़ को लेकर की भी उत्साह बढ़ा है और 1-1 की संख्या में छोटे-छोटे वृक्ष इसकी शुरुआत इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र और गांव वासी रामबाबू तिवारी की अगुवाई में लगातार 2014 से की जाती रही है।


लेकिन इतना व्यापक स्तर में नहीं हो पा रहा था धीरे-धीरे छोटे-छोटे एक- एक वृक्ष लगाने का कार्य पानी चौपाल के दौरान किया जाता रहा है गांव के ही बजरंगबली आश्रम में सैकड़ों वर्ष पुराने सैकड़ों की संख्या में वृक्ष लगे हुए हैं तो वहीं कुछ नए वृक्षों का लगाने का भी कार्य किया गया है जो जीवित है जैसे अमरूद के वृक्ष अशोक आदि वही गांव में ही देवनाथ गर्ग जी के  किचन गार्डन में दर्जनों की संख्या में आम के वृक्ष लहलहा रहे हैं गांव में ही भोला उपवन के नाम से 13 सितंबर 2019 में तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी हरिश्चंद्र वर्मा जी ने उद्घाटन किया गंगा सेवा मिशन के स्वामी आनंद स्वरूप महाराज जी भी थे।


गांव में जब कोई अतिथि पानी चौपाल के दौरान आता है पानी चौपाल स्थान के नजदीक कभी बजरंगबली आश्रम में अतिथि से वृक्षारोपण कराया जाता है एवं कभी गांव के ही भोला उपवन में भी वृक्षारोपण कराया जाता है। पहले वृक्षारोपण की शुरुआत भोला उपवन मे गांव के ही किसान भरोसी लाल विश्वकर्मा, कालका सविता, अरुण सविता, राजा भैया तिवारी, राम जी, सज्जन गर्ग, सुनील गर्ग, राजू तिवारी राजीव, मनोज दीक्षित आदि लोगों ने किया ऐसे ही कई अतिथि यहां आकर वृक्षा रोपण कर चुके हैं और वह वृक्ष तैयार भी हो रहे हैं। 


रामबाबू तिवारी बताते हैं कि गांव का पानी गांव में खेत का पानी खेत में खेत पर मेड, मेड पर पेड़, हम लोग मेड पर पेड़ लगाने  की योजना की शुरुआत जैसी बरसात होती है और नमी आती है मेड  में पेड़ लगाने का कार्य किया जाएगा पेड़ लगाते वक्त इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएगा कि उतने ही वृक्ष लगाए जाएंगे जितने किसान भाई उन वृक्षों को तैयार कर ले भले ही संख्या में यह पेड़ कम ही हो कोरोना महामारी और ऑक्सीजन की कमी के चलते हम लोगों ने खास तौर पर पंच पल्लव के वृक्ष लगाने की योजना बनाए हुए हैं पंच पल्लव में पीपल बरगद गूलर आम जामुन के अलावा नीम और अशोक पर जोर अधिक दिया जाएगा।

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