Barabanki News : भ्रष्ट अधिकारियों के चलते अहमदपुर गौशाला का बुरा हाल

आपको मई माह, 2021 याद होगा। यदि याद नहीं है तो जान लीजिए, उस समय देश भर में एक तरफ जहां कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जनता दम तोड़ रही थी उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को एक गौरक्षा हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया था और सरकार की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि कोरोना वायरस की सक्रियता को देखते हुए सभी गाय गौशालाओं में कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाए। साथ ही मास्क लगाने और बार-बार थर्मल स्क्रीनिंग करने काे भी कहा गया था। और अफसरों को सख्त हिदायत दी गई थी कि गौशालाओं में गायों और अन्य जानवरों के लिए सभी चिकित्सा उपकरणों, ऑक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर आदि की हर वक्त उपलब्धता सुनिश्चित हो। लेकिन राजधानी लखनऊ के सटे बाराबंकी जनपद में गौशालाओं का बुरा हाल है पढ़ें भक्तिमान पांडे की खास रिपोर्ट...

बाराबंकी। योगी जी आपको बाराबंकी जनपद याद कर रहा है। जरा गौर से देखिए इन तस्वीरों को यह तस्वीरें हैं बाराबंकी जनपद के अहमदपुर गौशाला की यहां के सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान के कारनामों को बयां कर रही है। यह गौशाला  अहमदपुर की तस्वीर है। हर माह की तरह जब हिंदू युवा वाहिनी के ब्लॉक प्रभारी विपिन कौशल गायों को चोकर व भूसा खिलाने गए तो देखकर हैरान हो गए। वहां का दृश्य देखकर जो साथ में गए, वे लोग भी दंग रह गए।

ब्लॉक प्रभारी ने जब देखा कि चार-पांच गाय गौशाला के बाहर मरी पड़ी हुई है तो उन्होंने बनीकोडर ब्लाक के सेक्रेटरी को फोन करके वहां की हालात के विषय में बताया तो वहां के सेक्रेटरी अपना पल्लू झाड़ने लगे और अनजान बन गए। योगी सरकार के सपनों को चूर करते अहमदपुर गौशाला के ग्राम प्रधान एवं सिकरेट्री अब देखना यह है कि प्रशासन द्वारा दोषियों के ऊपर कार्रवाई क्या होती है?

जहां सरकार द्वारा गौशाला पर इतना हर माह खर्च कर गौशाला पर गाय की सेवा के लिए जो रुपया आता है वह किसकी जेब में जाता है क्या यहां पर मौजूद नवागत खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता अभी तक एक भी बार गौशाला का निरीक्षण नहीं किया। कहीं ना कहीं इसमें खंड विकास अधिकारी बनीकोडर का बहुत बड़ी कमी सामने निकल कर आ रही है। 

यदि खंड विकास अधिकारी द्वारा गौशाला का एक भी बार हालात व निरीक्षण किया होता तो यह गौशाला का इस तरह का दुर्दशा ना देखना पड़ता। बनीकोडर ब्लॉक के भ्रष्ट अधिकारियों के चलते इतनी गाय की मौत ना हुई होती। यह तस्वीर ब्लॉक बनीकोडर अधिकारियों का भ्रष्टाचार में लिप्त होने की बात स्पष्ट कर रही है। यही नहीं नवागत खंड विकास अधिकारी सरिता गुप्ता ने अभी तक क्षेत्र का भ्रमण ही नहीं किया यह वही अधिकारी हैं जो मेन गेट का ताला बंद कर पीछे के गेट से अपने आफिस में प्रवेश करती है।

जिससे जो भी ग्रामीण जाता है वह यह सोचकर वापस चला आता है कि खंड विकास अधिकारी शायद अपने ऑफिस में नहीं है यह सोच हर ग्रामीण गरीब निराश होकर अपने घर चला जाता है बनीकोडर ब्लॉक में एक ही कमी नहीं ऐसे बहुत सारी कमी है जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।

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