- मानवाधिकारी आयोग ने पूर्व नगर पंचायत सदस्य की शिकायत को लिया संज्ञान
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बांदा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा एवं अन्य चिकित्सकों द्वारा की गयी वित्तीय अनियमिताओं की जांच सही न होने की शिकायत पूर्व सदस्य नगर पंचायत नरैनी रामबाबू श्रीवास ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं उ0प्र0 शासन से की है। जिस पर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें उ0प्र0 लखनऊ डा0 मेजर देवेन्द्र सिंह नेगी ने अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण झांसी मण्डल झांसी को अपूर्ण जांच को पुनः जांच पूर्ण कर आख्या मे जाने के निर्देश दिये है।
महानिदेशक डा0 मेजर देवेन्द्र सिंह नेगी के निर्देश पर 19 जून को निदेशक सी.एच.सी. अध्यक्ष वित्त नियंत्रक प्रतिनिधि डा0 जावेद अहमद संयुक्त निदेशक पी.एच.सी. एवं मुख्य सम्प्रेक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में चार सदस्य जांच समिति का गठन किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा एवं अन्य चिकित्सको की वित्तीय अनियतिताओं की जांच में निदेशक सी.एच.सी. अध्यक्ष डा. जावेद अहमद सयुंक्त निदेशक पी.एच.सी. अखिलेश कुमार राय सहायक लेखाधिकारी, सुशील चन्द श्रीवास्तव वरिष्ठ सम्प्रेक्ष्य को सदस्य नामित किया गया है।
जांच कमेटी को एक माह के अन्दर जांच आख्या महानिदेशक डा0 मेजर देवेन्द्र सिंह नेगी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये है। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एन.डी. शर्मा ने डा. बी.एस. राजपूत के सामान्य तथा प्रशासनिक एवं वित्तीय अधिकार छीन कर डा. देव तिवारी को दे दिये है।
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