पुलिस की मेहरबानी से खुलेआम घूम रहे है अपराधी


  • टापटेन अपराधियों को खुली छूट से भयभीत है जनपदवासी

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। जिन अपराधियों को जेल में होना चाहिए, वह पुलिस की मेहरबानी से खुलेआम घूम रहे है। हाल ऐसा है कि जनपद के कई थानों के टापटेन अपराधी दिनरात घूम घूमकर लोगों में दहशत फैला रहे है। जिससे क्षेत्रों में भय व्याप्त है। स्थानीय लोगों के आरोप है कि पुलिस इन अपराधियों से हफ्ता वसूलकर इन्हें आजादी का लाइसेंस प्रदान करती है। जनपद में टापटेन में शामिल कुख्यात अपराधी जिनके उपर पुलिस की संगीन धाराएं लगी हुयी है, उनकों जनपद की पुलिस ने नजरअंदाज करते हुए खुलेआम घूमने का लाइसेंस दे रखा है।जिससे तमाम लोगों को भय व्याप्त है। 

देखा जाए तो जनपद की नगर कोतवाली पुलिस द्वारा जारी दस टापटेन अपराधियों में इमरान खां पुत्र सुमान खां निवासी निम्मीपार, सोमचंद्र पुत्र शिवराज निवासी परशुराम तालाब, अरविंद पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी सर्वादय नगर, रज्जन यादव पुत्र रज्जू यादव निवासी सोहना, तिंदवारा, अमित उर्फ अंतु सोनी पुत्र रामनारायण सोनी निवासी बंगालीपुरा, अरूण प्रताप सिंह उर्फ कोबरा पुत्र सुरेंद्र प्रताप सिंह निवासी कांशीराम कालोनी हरदौली घाट, बीपी सिंह उर्फ विश्वनाथ प्रताप सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी आवास विकास कालोनी, नंदू केवट पुत्र बद्री केवट निवासी ग्राम कहला, शंकर पुत्र इंद्रपाल निवासी ग्राम कहला, आमीर हुसैन पुत्र इमामी पठान निवासी निम्मीपार कोतवाली नगर शामिल है। 

इनके उपर भारतीय दंड अपराध के तहत कई संगीन धाराएं लगी हुयी है। इनके खुले घूमने से जनपद में आदर्श और सम्मानित लोगों को भय व्याप्त है। लेकिन जिले की पुलिस इन अपराधियों पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नजरअंदाज करती है। अगर ऐसे अपराधी जेल में हो तो जनपद में शांति व्यवस्था बेहतर हो सकती है।
 
क्या कहते है पुलिस निदेशक

उत्तर प्रदेश के नये पुलिस निदेशक मुकुल गोयल ने शुक्रवार को कार्यभार संभालने के बाद कहा कि कानून व्यवस्था को सुदृढ बनाना है तो पुलिस को जनता के बीच जाना होगा। अपराध का नियंत्रण लोगों के मदद के बिना संभव नहीं है। छोटे छोटे अपराधों को पुलिस की अनदेखी बडी घटनाओं को जन्म देती है। पुलिस कर्मियों को अधिक संवेदनशील होकर घटनाओं में कार्यवाही का संदेश देना होगा। डीजीपी ने कहा कि पुलिस की कमी ही कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड जैसी घटनाओं को जन्म देती है। इसलिए पुलिस कर्मियों को जनता के साथ गठजोड बनाकर काम करना होगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ