बबेरू में चल रहा ओझा का खेल, पुलिस पकड़ने में हो रही फेल



  • दिनदहाडे सजने वाली फडों से सैकडों परिवार हो रहे बर्बाद


अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ


बांदा। जनपद के बबेरू थाना कस्बा में एक बार फिर से ओझा का खेल शुरू हो गया है। ओझा के खेल के कारण रोजाना कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच रहे है। लेकिन पुलिस प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड रहा। दिनदहाडे जुआं की फडें सजवाने वाले ओझा को पकडने के लिए पुलिस कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही। जिससे कई परिवार कर्ज के बोझ के तले दबते हुए मौत की कगार पर पहुंच रहे है।

जनपद के कई हिस्सों में इन दिनों खुलेआम जुआं खिलवाया जा रहा है। मुख्यालय के कई मोहल्लों में जुआं खिलाने के दौरान हिंसात्मक वारदातें भी हुयी है। जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुये है। जुआं के चलते होने वाले विवादों को लेकर मुख्यालय में पुलिस ने जुआं खिलाने वालों पर कार्यवाही भी शुरू कर दी है। 

लेकिन जनपद के बबेरू क्षेत्र में इसका कोई असर पडता नहीं दिख रहा है। हाल यह है कि कस्बे के कई मोहल्लों में खुलेआम जुआं खिलाया जा रहा है। बबेरू में जुआं खिलाने के लिए अश्विनी ओझा का नाम कुख्यात है। बीते कई वर्षां से यह बबेरू क्षेत्र में जुआं खिलाने के लिए कुख्यात रहा है। कोरोना काल के दौरान जुएं की फडों में कुछ कमी आई थी। लेकिन एक बार फिर से अश्विनी ओझा ने बबेरू में अपना मकडजाल फैला दिया है। 

सूत्रों की मानें तो बबेरू कस्बे के कई मोहल्लों में जुआं माफिया ओझा खुलेआम जुएं की फडे सजवा रहा है। जहां पर दिनभर दर्जनों लोग ताश की गडडी के बीच अपनी किस्मत को आजमा रहे है। स्थानीय लोगों की मानें तो जुएं की फडों के बीच कई बार मारपीट की घटनाएं भी सामने आती है। ओझा के खेल के कारण रोजाना कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच रहे है। 

वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन पर ओझा के खेल का कोई असर नहीं पड रहा है। दिन दहाडे जुएं की फडों को सजवानें वाले ओझा को पकडने के लिए पुलिस कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। जिससे कई परिवार कर्ज के बोझ के नीचे दबकर मौत की राह पर चल रहे है। कुछ लोगों ने दबी जुबान में बताया कि ओझा के उपर पुलिस के रहमोकरण का अलग ही कारण है। 

बताया कि जुएं की फडों को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए ओझा के द्वारा हर माह मोटी रकम पुलिस को भेजी जाती है। जिसके चलते उसके उपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। कहा कि पुलिस को चाहिए कि ऐसे शातिर अपराधी पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाये, वरना कई परिवार बर्बाद होकर मौत के मुहं में समा जायेंगे।

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