विनय प्रताप सिंह, ब्यूरो चीफ, लखनऊ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आने वाला 2022 का विधानसभा चुनाव एक विशेष महत्व रखता है। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो केंद्र की राजनीति तय करता है। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पर लगातार उंगलियां उठ रही है, यह तब से हो रहा है जब से बीजेपी जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में पूरी तरीके से विपक्षियों का सफाया किया था। वही आने वाले चुनाव के लिए केंद्र में मोदी में अपने कैबिनेट विस्तार में युवाओं को मौका देने के साथ-साथ जातिगत समीकरण को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कई सांसदों को मंत्री पद दिया।
उसके बाद 8 जुलाई, 2021 को ब्लाक प्रमुख के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में नामांकन पत्र भरा जाना था ऐसे में आज ही के दिन 60 से भी ज्यादा ब्लाक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हो गए और इनमें से ज्यादातर भारतीय जनता पार्टी के ही हैं। निर्विरोध चुने गए ब्लाक प्रमुखों में प्रतापगढ़ के विधानसभा पट्टी से राकेश कुमार सिंह, मंगरौरा से युवाओं के बीच बेहद ही लोकप्रिय युवा नेता यूपी कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह के सुपुत्र राजीव प्रताप सिंह उर्फ नंदन, बेलखरनाथ से सुशील सिंह निर्वाचित हुए हैं।
कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के पुत्र नंदन सिंह के निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित होने पर क्षेत्र की जनता और उनके समर्थकों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला। नंदन का कहना था कि इसी सीट से उनके पिता ने भी ब्लाक प्रमुख के द्वारा राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य सभी से संबंध बनाकर क्षेत्र का विकास करना। उन्होंने कहा कि पहले भी राजनीति ना होते, क्षेत्र की जनता के लिए समय निकाल कर अपने पिता की तरह कार्य हमने किया है और आगे भी करते रहेंगे।
वहीं, बांदा जिले के कमासिन ब्लॉक से रामेंद्र गर्ग, तिदंवारी ब्लॉक से दीपशिखा सिंह, बडोखर खुर्द ब्लाक से स्वर्ण सिंह सोनू, महुआ ब्लाक से उर्मिला कबीर, विसंडा ब्लाक से शम्भू नाथ कोटार्य भी निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख चुने गए। गोण्डा नवाबगंज ब्लॉक से (निर्विरोध) अरुंधति सिंह, सुमित भूषण सिंह, निर्वार्चित, गोण्डा ब्लॉक झंझरी से (निर्विरोध ) रेखा मिश्रा माता, गोण्डा ब्लॉक वजीरगंज(निर्विरोध ) अनीता यादव, पत्नी राजेश यादव, ब्लॉक बेलसर (निर्विरोध) राजेन्द्र प्रताप सिंह (प्रमुख), अम्बेडकर नगर मति निर्मला सिंह, सुधीर सिंह मिटू(पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष)।
इसी तरह से उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से भी इसी प्रकार से कुछ ब्लाक प्रमुख निर्विरोध चुने गए हैं। कुल मिला के अभी तक के रुझान यही कह रहे हैं कि 10 तारीख को चुनाव के बाद आने वाले मतगणना के परिणाम जो भी हो, भाजपा अपना परचम लहराने फिर से कामयाब हो गई।
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