चिल्ला में यमुना नदी खतरे के निशान ने 15 सेंटीमीटर ऊपर चल रही हैं, नदी में डूबा परिषदीय विद्यालय



शिवम सिंह, संवाददाता 

जसपुरा। पैलानी तहसील क्षेत्र के चिल्ला कस्बे के पास बह रही यमुना नदी में लगातार पानी से कभी भी बन्द हो सकता है,13 नम्बर नेशनल हाईवे। यमुना नदी के बढ़ने से पैलानी तहसील क्षेत्र की केन नदी व चंद्रावल नदी ने अपना रौद्र रूप दिखना शुरू कर दिया है। आज शुक्रवार को यमुना नदी खतरे से निशान से 15 सेमी ऊपर चल रही हैं। 

यमुना, केन व चंद्रावल नदियों के बढ़ने से हजारों बीघा खेत जलमग्न हो गए। कई रास्तों से आवगमन बाधित हो गया है।बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन ने भी चौकसी बढ़ा दिया है। केन नदी में यमुना का पानी आने से तहसील क्षेत्र के नरी गांव का पूर्व माध्यमिक विद्यालय डूब गया है। वही तीन दर्जन से अधिक गाँवो के सम्पर्क मार्ग बंद होने से ग्रामीणों ने नाव का सहारा ले रहे हैं। केंद्रीय जल आयोग के एसडीओ भरत कुमार चौरसिया ने चिल्ला कस्बे में स्थित जल आयोग के ऑफिस में जाकर बाढ़ के हालातों को देख कर बाँदा के जिला प्रशासन को आने वाली बाढ़ के बारे में अवगत करवाया। एसडीओ भरत कुमार चौरसिया ने बताया कि इस समय यमुना नदी खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर चल रही हैं। पानी इस समय 4 सेंटीमीटर प्रति घण्टे के हिसाब से चल रही हैं। उन्होंने बताया कि अभी और पानी आने की संभावना है।

जल आयोग के एसडीओ भरत कुमार चौरसिया ने बताया कि चिल्ला थाना को फोर कास्ट का लेटर दे दिया गया है जिससे कि चिल्ला पुलिस बाढ़ प्रभावित गाँवो में जाकर ग्रामीणों को एलर्ट करे। इसके अलावा वार्निंग लेवल 99 व डेंजर लेवल 100 पर हो चुका है। पैलानी के उपजिलाधिकारी रामकुमार ने बताया कि पुरे पैलानी तहसील क्षेत्र में 17 बाढ चौकी व 3 सेक्टर बनाए गए हैं। उपजिलाधिकारी रामकुमार ने कहा कि अभी तक कोई भी गांव खाली नही कराया गया है। 

चिल्ला में नदी का मीटर चेक करते जल आयोग के एसडीओ भरत कुमार चौरसिया

वहाँ के हल्का लेखपालों को निर्देश दिए हैं कि वे वही पर रहकर स्थिति पर नजर रखे। चिल्ला कस्बे के मदन गुप्ता का कहना है कि यदि इसी तरह से पानी आता रहा तो 13 नेशनल हाईवे कल सुबह तक बन्द हो जाएगा। जो बाँदा जनपद के दोहतरा से आवगमन बन्द कर दिया जाता है।


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