डा० संतोष कुमार के पक्ष में खूब वायरल हो रहा है एक नारा


  बेल्थरा की जनता करे पुकार
अबकी बार डा० संतोष कुमार

जयराम अनुरागी 

बलिया। कभी-कभी कोई न‌ारा "गीत" सोशल मीडिया पर इतना वायरल हो जाता है कि वह रातो-रात लोगो के दिलो - दिमाग पर इस तरह हावी हो जाता है कि एक तरफ वर्षो पुरानी सत्ता पर काबिज लोग जहां बेदखल हे जाते है, वही दुसरी तरफ हाशिये का जीवन जीने वाला भी रातोरात स्टार हो जाता है। देखा जाये तो वर्ष 2014 मे लोकसभा चुनाव के कुछ दिन पहले एक नारा "अबकी बार, मोदी सरकार "  इतना वायरल हुआ कि देखते - देखते  देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी को ऐसी हालत मे पहुंचा दिया कि उनकी संख्या लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने लायक भी नही बची। अभी एक छत्तीसगढ के सुकमा जिले के आदिवासी लडका सहदेव दिर्दो जो सातवीं कक्षा में पढता है। दो साल पहले बालसभा में अपने एक अध्यापक के बहुत जोर देनें पर एक गीत गाया था। जिसका बोल है - "बचपन का प्यार मेरा, भूल नहीं जाना रे।"  इतना वायरल हुआ है कि यह लड़का रातो रात स्टार बन गया है।

इसी तरह एक पढ़ने वाले लड़का स्व० घूरा राम के पुत्र डा० संतोष कुमार के सामाजिक और राजनैतिक गतिविधियों से इस कदर प्रभावित हुआ कि उनके बारे में एक समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार की कतरन को अपने फेसबुक पर डाल कर एक इन्ट्रो लिख दिया कि " बेल्थरा रोड की जनता करे पुकार, अबकी बार डा० संतोष कुमार।" यह नारा भी देखते-देखते इतना वायरल हुआ हो गया है कि हर लोगो की जुबान पर बरबस सुनायी देने लगा है। इस नारे का इतना असर है कि उस क्षेत्र में यदि कोई  दुसरा भी जा रहा है तो छोटे बच्चे बिना  किसी को देखे ओर पहचाने यही बोल रहे है कि " अबकी बार डा० संतोष कुमार।"

वैसे तो राजनीति में सारा खेल पार्टियो के टिकट पर टिका है। जिस किसी को टिकट मिल जाता है , उसकी आधी जीत उसी दिन हो जाती हैं।अब देखना यह है कि यह नारा क्या गुल खिलाता है। एक बात तो यह जरुर देखने को मिल रहा है कि इस नारे ने डा० संतोष कुमार के विरोधियो की नींद हराम कर रखी है। जो कभी - कभार क्षेत्र में जाते थे , अब एक दिन के लिए भी कही बाहर नहीं जा रहे है। कुछ लोग तो नाव का भी सहारा ले रहे है , फिर भी उनकी नैया डगमगा रही है।

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