- घरों से लोगों ने शुरू किया पलायन
कमासिन/बाँदा। क्षेत्र में यमुना नदी में बाढ़ की बिभीष्का जारी है। जिसमे यमुना नदी से जुड़ी सहायक नदियों बगै, रवायव तटवर्ती नालो में उल्टा पानी आ जाने से बाढ़ का तांडव और गहरा गया है, और बाढ़ का पानी घरों में घुसने से गांव में अफरा तफरी मच गई है। लोग घरों से सामान निकलना शुरू कर दिया है और ऊंचे स्थानों के तरफ रुख कर दिया है, सबसे ज्यादा औदाहा खेरा इटर्रा व अछरील गांव प्रभावित हो रहे हैं। जहाँ खरीफ की सारी फसल डूब गई है और घरों में पानी प्रवेश करने लगा है। औदाहा में भूषण दलित, लाला यादव लालकुमर व देव कुमार यादव ने घरों से सामान निकाल कर ऊंचे स्थानों में जा बसे हैं। साथ ही पड़ोस के अन्य घरों में भी पानी घुसने लगा है, इसके अलावा खेरा में चेकडेम किनारे बसे विनोद पासवान के घर मे भी यमुना नदी का पानी घर की तरफ रुख कर दिया है।
इसके अलावा ग्राम इटर्रा में बगै नदी के किनारे बसे ओमप्रकाश यादव के पुरवा में कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया है। औदाहा व इटर्रा का आवागमन भी ठप हो गया है जिससे लोग नाव का सहारा ले रहे हैं। अछरील में भी बाढ़ का पानी घरों की तरफ बढ़ रहा है। जिससे लोग डरे व सहमें हुये है और घरों को खाली करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उक्त गांव की खड़ी खरीफ की फसल पूरी तरह पानी मे डूब गई है।वही आज सोमवार को क्षेत्रीय भाजपा विधायक चंद्र पाल कुशवाहा ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव अछरील, लखनपुर, खेरा, दादो आदि गांव का दौरा कर बाढ़ का जायजा लिया।
वहां से लौटने के बाद विधायक ने मीडिया को बताया कि फिरहाल स्थिति ज्यादा गंभीर नही है। यदि यमुना नदी में इसी तेजी के साथ बाढ़ का पानी बढ़ता रहा तो कई गांवों को खतरा उत्पन्न हो जाएगा। बाढ़ की आशंका वाले गांव में राजस्व की टीमें लगा दी गई है। तथा इटर्रा औदाहा कुचौली के लिए नावे भी भेजी गई है। इस दौरान ब्लाक प्रमुख राबेन्द्र गर्ग मंडल अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा व विजय तिवारी खेरा प्रधान शिवशंकर श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे।
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