बांदा। यमुना नदी लगातार बढ़ रही है। बांदा से कानपुर का मार्ग जलमग्न हो गया है। कई गांव के अंदर पानी घुस गया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर से जहां आम जनमानस परेशान है। तो दूसरी ओर ग्रामीण प्रशासन पर हीला हवाली का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि बांदा जनपद में केन वा यमुना नदी बहती हैं। एक और केन नदी का जलस्तर खतरे का निशान छूने की ओर है। तो यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। और यह जलस्तर अभी भी लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते बबेरू के औगासी, चिल्ला के ललौली क्षेत्रों के कई गांव में पानी घुस चुका है। और लोग राशन पानी व स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
इधर, पैलानी के शंकरपुरवा सहित दर्जनभर गांव से संपर्क टूट गया है। यहां भी अभी तक किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची है। हालांकि आला अधिकारी लगातार निरीक्षण करने और सतर्क रहने का दावा भर रहे। हैं लेकिन ग्रामीणों से बातचीत करने पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके पास अभी तक किसी भी तरह का प्रशासनिक कर्मचारी या स्वास्थ्य विभाग का कोई व्यक्ति नहीं पहुंचा है। जिसको लेकर ग्रामीण काफी चिंतित हैं। एक ओर यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। तो दूसरी ओर ग्रामीणों की धड़कन भी बढ़ रही हैं।
बांदा से चिल्ला होकर जाने वाले कानपुर मार्ग पर पानी आ गया है। जिसकी वजह से कानपुर जाने के लिए लोग दूसरे मार्ग से जाने को मजबूर हैं। वही बात करें प्रशासन की तैयारियों की तो प्रशासनिक बोट खराब पड़ी हुई है। जिलाधिकारी आनंद सिंह का कहना है कि लगातार नावों का इंतजाम किया जा रहा है। और जनता को अलर्ट पर रखा जा रहा है। लेकिन वही आम जनमानस, किसी भी तरह की मदद ना मिलने की बात कह रहा है। फिलहाल तो बांदा के औगासी मरका, चिल्ला, कमासिन, जसपुरा आदि क्षेत्रों के गांव में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है।
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