सड़कों पर गौवंश नजर आये तो होगी कार्यवाहीः नोडल अधिकारी

  • संचारी रोगों के नियंत्रण पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश
  • नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक
  • कोविड टीकाकरण केन्द्र का भी किया निरीक्षण

बांदा। कानून व्यवस्था शासन की प्राथमिकता एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक प्रमुख सचिव नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग व जनपद के नोडल अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में सम्पन्न हुई। उन्होंने निराश्रित गौवंश जनपद में कितने हैं। इसकी जानकारी प्राप्त की तो मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के द्वारा बताया गया कि 38214 गौवंश संरक्षित हैं तथा 13 स्थायी एवं 218 अस्थायी गौशालायें हैं और 1020 लोंगो ने गौवंशों को गोद लिया है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सक्रिय रहकर कार्य किया जाए। सड़कों पर गौवंश नजर नही आने चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोविड-19 एवं संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा सफाई अभियान की लगातार समीक्षा की जाए। पानी इकट्ठा न होने दिया जाए तालाब, पोखरों आदि जगहों पर एन्टी लारवा का छिडकॉव किया जाए जिससे बीमारियां न फैल सकें।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत आयुष्मान भारत (गोल्डन कार्ड) कितने बन चुके हैं तो बताया गया कि 159000 गोल्डन कार्ड अभी तक बनाये जा चुके हैं और लाभार्थियों की संख्या 692580 है और जनपद में 268 ए0एन0एम0 हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की समीक्षा करते हुए यह तथ्य संज्ञान में आया कि जो 06 दुकाने रिक्त हैं उनके शीघ्र ही भरे जाने के निर्देश दिये। इसी प्रकार सामुदायिक शौचालयों की भी जानकारी प्राप्त की गयी जिसमें 469 ग्राम पंचायतों में से 452 कम्यूनिटी ट्वायलेट बनाये जा चुके हैं और ग्राम पंचायतों को हैण्ड ओवर किया जा चुका है और इनका संचालन स्वयं सहायता समूहों के द्वारा किया जायेगा। जल निगम की समीक्षा के दौरान अधिशाषी अभियंता जल निगम को निर्देश दिये कि जनपद में जो 22 परियोजनायें हैं उनका संचालन जल्द ही किया जाये। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण खण्ड-2 को निर्देश दिये कि जो नयी सड़के हैं उनका कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण कर लिया जाये और कार्य गुणवत्ता परक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्षा के कारण जगह-जगह जो गड्ढे हो जाते हैं उनके द्वारा दुर्घटनायें होती हैं। इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि सड़कों की पैचिंग का कार्य समय-समय पर होता रहे जिससे किसी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, कन्या सुमंगला योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना की भी समीक्षा की जिसमें कहा कि अधार कार्ड कन्या सुमंगला योजना में लिंक है या नही तो बताया गया कि लिंक होता है। इसी प्रकार पेंशन योजना में 65199 लाभार्थियों को लाभन्वित किया जा चुका है। आई0सी0डी0एस0 विभाग की समीक्षा के दौरान पुष्टाहार में क्या-क्या दिया जाता है इसकी भी जानकारी प्राप्त की जिसमें बताया गया कि गेंहॅू, दाल, दूध दिया जाता है और जानकारी दी कि जनपद बांदा में 03 मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगने जा रही हैं। इसी प्रकार बेसिक शिक्षा विभाग के ऑपरेशन कायाकल्प के विषय में जानकारी प्राप्त की जिसमें 423 विद्यालयों का कायाकल्प हो चुका है। 

उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों का कायाकल्प हो चुका है उन विद्यालयों की पानी की टंकियों से ऑगनबाडी केन्द्रों को भी पानी दिया जाए। इसी प्रकार विद्युत विभाग, एवं सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति ठीक से की जाए और 31 अक्टूबर तक नहरें हर हाल में संचालित की जायें। कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि जेल का निरीक्षण रेगुलर करते रहें। जेल में बन्द कैदियों के वैक्सीनेशन की भी जानकारी प्राप्त की तो अवगत कराया गया कि शत्-प्रतिशत् वैक्सीनेशन हो चुका है। इसके पश्चात ग्राम महोखर के ग्राम पंचायत सचिवालय में कोविड टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया गया जिसमें से 12 लोंगो को टीका लगाया जा चुका था और चौपाल के माध्यम से जन समस्याओं को प्रमुख सचिव ने सुना और सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की जो जन कल्याणकारी योजनायें चल रही हैं।

उनका लाभ पात्र लाभार्थियों को ही दिलाया जाए। वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन पात्रता के आधार पर उनको लाभान्वित किया जाए। इसी प्रकार पोषण अभियान के अन्तर्गत सुपोषण किट का वितरण किया गया। वहां उपस्थित ग्रामवासियों द्वारा शमशान स्थल बनाये जाने की मांग की गयी जिसपर खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिये गये कि भूमि का चयन कर शीघ्र अवगत कराया जाए। इसके पश्चात जिला अस्पताल में ट्रामा सेन्टर का निरीक्षण किया गया। भर्ती मरीज हामिद अली, राजेन्द्र सिंह से वार्ता की गयी कि उपचार ठीक से किया जा रहा है या नही। 

उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि ट्रामा सेन्टर में भर्ती मरीजों का तत्काल इलाज किया जाए और अस्पताल परिसर में गन्दगी देख नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि साफ-सफाई प्रतिदिन करायी जाए इसके बाद 300 शैय्या युक्त नव निर्माणाधीन संयुक्त मण्डलीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया जिसमें प्रोजेक्ट मैनेजर राष्ट्रीय निर्माण निगम को निर्देशित किया कि सितम्बर तक कार्य अनिवार्य रूप से पूर्ण करा लिया जाए। जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह ने कहा कि आप द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों का भली-भांति अनुपालन कराया जायेगा।



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