बीते सप्ताह हुई लाखों की चोरी में पुलिस के हाथ खाली

पुलिसकर्मी की माँ
  • चौकी इंचार्ज ने बयान में कहा कि मेरे बाप भी आ जाये तब भी चोरी का खुलासा नहीं हो सकता- परिजन ने बताया

बाँदा। चोरी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, चोरों के हौसले इतने बुलंद है की वो आये दिन शहर में चोरी की घटनाओ को अंजाम देकर पुलिस को बड़ी चुनौती दे रहे हैं। वही चोरों ने इस बार एक पुलिसकर्मी के घर को ही अपना निशाना बनाते हुए लगभग 7 लाख के जेवर व नकदी की घटना को अंजाम दिया है। चोरों ने इस बार बड़ी हिम्मत का काम किया है जिसपर जनता की रक्षा और न्याय दिलाने वाली पुलिस के घर को ही निशाना बना डाला है। शायद इन चोरों को अब खाकी वर्दी का जरा सा भी डर नहीं है। बीते पांच अक्टूबर को घटी घटना में बड़ी बात ये है की इस चोरी के समय पुलिसकर्मी अपने परिवार के साथ घर पर ही सो रहा था और सुबह जब आंख खुली तो लाखों के जेवर व नकदी गायब मिले। 

शाहीन खां (पुलिसकर्मी की पत्नी)

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल कर मुक़दमा तो दर्ज कर लिया था पर एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। परिजनों के अनुसार सम्बंधित जेल चौकी प्रभारी ने इस घटना पर एक विवादित बयान भी दिया है जो की एक चौकी प्रभारी के लिए शोभनीय नहीं है, परिजनों का कहना है की जेल चौकी प्रभारी ने जाँच के दौरान कहा था की मेरे बाप भी आ जाये तब भी चोरी का खुलासा नहीं हो सकता, चोर जल्दी पकडे नहीं जाते हैं। चोरी की घटना का यह मामला बाँदा जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के क्योटरा मोहल्ले का है जहां पर 5 अक्टूबर को चोरों ने आबकारी पुलिसकर्मी सरताज खां के घर में हाथ साफ करते हुए लाखों रुपये के जेवर और नकदी चुरा ले गए। 

बताते चलें कि परिवार के सभी लोग घर के अंदर ही सोए हुए थे तभी चोरों ने घटना को अंजाम दिया था। जब दूसरे दिन परिवार के सभी लोग सुबह उठे तो उनके घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था और कमरों व अलमारियों के ताले टूटे पड़े थे। उसके बाद परिजनों के द्धारा संबंधित घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मामले की जांच पड़ताल की और परिजनों से चोरी गए समान की जानकारी ली। पूरी जानकारी देते हुए घर के लोगों ने बताया की विगत 4 अक्टूबर को हम लोग 12 बजे तक खाना पीना खाकर सो गए थे उसके बाद जब सुबह उठकर देखा तो घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था और सारी अलमारियां खुली हुई थी अलमारियों में रखे हुए लगभग 7 लाख के जेवर गायब थे और 20,000 की नगदी भी नहीं थी। 

इसके बाद हम लोगों के द्धारा संबंधित थाने को सूचना दी गई थी जिसके बाद पुलिस ने जाँच-पड़ताल कर चोरी का मुक़दमा दर्ज कर लिया था। वही पीड़ित परिवार के परिजनों ने सम्बंधित जेल चौकी के दरोगा द्धारा एक अशोभनीय बयान की भी जानकारी देते हुए बताया की जेल चौकी प्रभारी ने जांच के दौरान हमसे कहा था की हमारे बाप भी आ जाये तब भी हम चोरों को पकड़ नहीं सकते हैं। वही चोरी की घटना हुए एक हफ्ता बीत चुका है पर अभी तक पुलिस के हाथ सिर्फ निराशा ही लगी है। परिजनों ने पुलिस की धीमी कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े किये हैं। 

बीते सप्ताह हुई लाखों की चोरी में पुलिस के हाथ खाली

परिजनों का कहना है की एक तो पुलिस चोरो को पकड़ने में नाकाम है ऊपर से चौकी प्रभारी के बयान से भी उन्हें निराशा मिली है। चोरी का यह मामला जनपद के सभी अधिकारिओं के संज्ञान में है, एसओजी टीम भी खुलासे में लगी है पर अभी उन्हें भी कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। पुलिसकर्मी के घर में घटी इस चोरी की घटना से बाँदा पुलिस पर कई सवालिया निशान भी उठ रहे हैं क्यूंकि एक हफ्ते में पुलिस इन चोरों तक नहीं पहुँच पाई है, जिससे साफ जाहिर होता है की शायद हमारी बाँदा पुलिस के हाथ इन चोरों के सामने छोटे पड़ रहे हैं। 

बीते सप्ताह हुई लाखों की चोरी में पुलिस के हाथ खाली

इस घटना को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस को एक बड़ी चुनौती दी है जो की पुलिस के लिए अब बड़ी बात है। जनता को न्याय दिलाने और अपराध को रोकने वाली पुलिस का घर ही जब चोरो से सुरछित नहीं है तो आम जनता का क्या होगा। अब देखना ये होगा की बाँदा के तेज तर्रार और कुशल कार्य के लिए चर्चित पुलिस अधीक्षक की बाँदा पुलिस क्या इस चोरी का खुलासा कर पाती है या फिर जेल चौकी प्रभारी के अल्फाज सच होते हैं, ये तो आने वाला समय ही बताएगा।

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